शिक्षकों के बिंदू नामावली को टॉप प्रायोरिटी- सीईओ
प्रहार की दस्तक पर शिक्षाधिकारी को सक्त निर्देश
अमरावती/दि.11– जिला परिषद के शिक्षक संवर्ग की बिंदू नामावली नियमबाह्य है. विगत 2 वर्ष में बिगर अनुसूचित जमाती क्षेत्र के बाहर मागासवर्गियों के आरक्षण गलत बिंदू नामावली के कारण बंद है. जिसमें शासन की ओर से दुरुस्ती के आदेश जारी होने के बाद भी शासनादेश पर काम नहीं हो रहा है. जिसे लेकर प्रहार शिक्षक संगठन के राज्य अध्यक्ष महेश ठाकरे के नेतृत्व में आंतरजिला बदलीग्रस्त सैकडों शिक्षक सीईओ के कक्ष में धमके. जिसके बाद सीईओं द्बारा शिक्षाधिकारी को संबंधित प्रक्रिया सुचारु कर शिक्षकों के बिंदू नामावली को टॉप प्रायोरिटी देने के आदेश जारी किये है.
शिक्षक बिंदू नामावली को लेकर वर्ष 2019 से शासन व प्रशासन स्तर पर प्रयास किये जा रहे है. प्रहार के लगातार प्रयासों के कारण सामान्य प्रशासन द्बारा 31 जनवरी 2020 को उपसचिव टी.वा. करपते ने अमरावती के सहायक आयुक्त समेत जिप के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी को बिंदू नामावली को लेकर हुए नियमबाह्य कार्रवाई की दुबारा जांच कर नियमानुसार कार्रवाई करने के आदेश जारी किये थे. लेकिन कोरोना के कारण संबंधित आदेशों की अमल बजावणी प्रशासन स्तर पर नहीं हो पायी. जिस पर प्रहार ने फिर एक बार इस मुद्दे को लेकर आक्रमक भूमिका अख्तियार कर आंदोलन किया गया. जिसके बाद जिप सीईओ ने शिक्षणाधिकारी प्रिया देशमुख को बिंदू नामावली को लेकर तुरंत कार्रवाई के आदेश जारी किये. उसी तरह शिक्षकों के आंतरजिला तबादले की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण करने की सुचना भी दी. आंदोलन में प्रहार के शरद काले अमोल वर्हेकर, गजानन पाथरे, दिलीप इंगले, रमेश कडू, अर्चना शिरभाते, प्रिया ढेवले, श्वेता गावंडे, पुनम सोनवने, रंजित दलवी, सारंग धामणकर, निलेश रसे, अनुप डिके, पंकज ठाकुर, सुरज सोनटक्के, राजेश देवरे, विजय ढाकुलकर, पवन बनसोड आदि उपस्थित थे. संबंधित बिंदू नामावली की प्रक्रिया आगामी 7 दिनों के भीतर पूर्ण नहीं हुई, तो फिर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी भी प्रहार शिक्षक संगठन के महेश ठाकरे ने जारी की है.