अमरावती

जिले पर मंडरा रहा है बर्ड फ्लू का संकट

धारणी में मुर्गियों की बगैर जांच ही बिक्री

अमरावती/दि.7 – कोरोना महामारी का खतरा अब तक टला ही नहीं है तो दूसरी ओर जिले पर बर्ड फ्लू के रुप में नया संकड मंडराने लगा है. मध्यप्रदेश से होने वाली मुर्गियों की आयात इसके लिए नुकसानदायी साबित हो सकती है, ऐसी संभावना दिखाई दी रही है. एमपी के खंडवा मार्ग से महाराष्ट्र में बसी धारणी तहसील में लाई जाने वाली मुर्गियां बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल देश के राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, केरल व गुजरात राज्य में कौवों और वन पक्षियों समेत प्रवासी पंक्षियों में भी बर्ड फ्लू का प्रकोप दिखाई दे रहा है. यह संक्रमण मुर्गियों के माध्यम से जिले में फैलने की अंदेशा है.
बर्ड फ्लू बीमारी एवियन इन्फ्लुएन्झा वायरस एच 5 एन 1 के कारण होता है. बर्ड फ्लू के कारण पंछियों की सीधे मौत हो जाती है. यह बीमारी इंसान के लिए भी खरते से खाली नहीं है.इसका सीधा असर व्यवसार पर भी पड सकता है. जिले में 400 पोल्ट्री फार्म उद्योग हैं जिसमें 20 लाख कुक्कट पक्षी हैं. कुछ वर्ष पूर्व आने वाले बर्ड फ्लू के प्रकोप से बडा बदलाव हुआ है. विशेषत: स्वयं पोल्टी संचालक मुर्गियोें की देखभाल करते हैं. समय पर दवाइयां व इलाज कर स्वच्छता को भी प्राथमिकता देते है.
धारणी तहसील में रोजाना हजारों की संख्या में पोल्टी फार्म में मुर्गियों की आयात होती है. पशु वैद्यकीय विभाग व्दारा पोल्ट्री फार्म में आने वाली मुर्गियों की बगैर जांच ही बिक्री की जाती है. यदि बर्ड फ्लू बाधित मुर्गी की बिक्री धारणी व ग्रामीण क्षेत्र में की जाती है तो निश्चित ही जिले में बर्ड फ्लू बढने की संभावना तीव्र हो जाती है. इस गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी व पशु चिकित्सा विभाग व्दारा उचित उपाय योजना की जानी चाहिए, ऐसी मांग की जा रही है.

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