ओबीसी अपमान के नाम पर भाजपा नहीं जुटा सकी १०० लोग भी
राजकमल चौक पर प्रदर्शन, कमांडो ने नहीं जलाने दिया पुतला
अमरावती/२५ मार्च- ओबीसी समाज का राहुल गांधी द्वारा अपमान किए जाने का आरोप लगाकर भारतीय जनता पार्टी द्वारा आनन फानन में राज्य और देशस्तर पर आंदोलन की घोषणा जरूर की गई मगर इस की तैयारी पर पार्टीने ध्यान नहीं दिया जिसके कारण आज दोपहर राजकमल चौक पर आयोजित शहर जिला भाजपा के आंदोलन में कुल १०० कार्यकर्ता भी इकठ्ठे नहीं हो पाए थे. पदाधिकारीयों ने नारेबाजी बहुत की. महिलाओं को सामने किया गया. फिर भी भाजपाई राहुल गांधी का पुतला नहीं फूंक सके. कमांडो ने वह पुतला जलाने से पहले ही अपने कब्जे में ले लिया.
भाजपा शहर जिला अध्यक्ष किरण पातुरकर ने शुक्रवार को आज के आंदोलन की घोषणा कर दी थी. मामला काँग्रेस नेता राहुल गांधी के मोदी उपनाम को चोर कहने संबंधी था. जिसके कारण सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को दो वर्ष की सजा सुनाई. जिसके बाद गांधी की संसद सदस्यता भी रद्द की गई. काँग्रेस के आक्रमक होने से पहले ही भाजपा ने हमलावर होने की रणनीति के तहत मोदी सरनेम विरोध को ओेबीसी से जोडकर राज्य और देश स्तर पर आंदोलन का ऐलान किया.
भाजपा के अमरावती शहर आंदोलन में शहर अध्यक्ष पातुरकर के साथ तुषार भारतीय, चेतन गावंडे, शिवराय कुलकर्णी, प्रणित सोनी, सुरेखा लुंगारे, जयंत डेहनकर, मंगेश खोेंडे, योगेश वानखडे, गजानन देशमुख, रवि खांडेकर, नीलेश डवले, अलका सप्रे, विशाल डहाके, लता देशमुख, माला देवी, लवीना हर्षे, भारती गायकवाड, शिल्पा पाचघरे, राजू राजदेव, राजू मेटे, राधा कुरील, नितिन गुडधे, हेमंत श्रीवास्तव, तुषार वानखडे, रिता मोकलकर, विवेक चुटके, रविराज देशमुख, संगीता बुरंगे, नीलेश काजे, श्याम साहु आदि अनेक पदाधिकारी सहभागी हुए. अलर्ट पुलिस और कमांडो ने राहुल गांधी का पुतला जलाने से रोक दिया. सभी आंदोलन कारियों को गिरफ्तार किया. पुलिस से भाजपा पदाधिकारियों की बाचाबाची हुई. धक्कामुक्की हुई.