पालकमंत्री से इस्तिफा मांगने का नैतिक अधिकार भाजपा को नहीं
शहराध्यक्ष किशोर बोरकर ने उठाई आवाज
अमरावती प्रतिनिधि/दि. १९ – आम जनता की समस्या हल करने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता, पदाधिकारी, विधायक, सांसद और मंत्री आज भी रास्ते पर उतरकर हुए अन्याय के लिए आवाज उठाते है. देश में इतिहास है कांग्रेस कार्यकर्ता विधायक, मंत्री बना तो भी जनता की समस्या के लिए प्रशासन से दो-दो हाथ करने की हिमत रखते है. इसका जिन्दा उदाहरण राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री यशोमती ठाकुर (Women Child Development Minister District Guardian Minister Yashomati Thakur) है. पालकमंत्री से इस्तिफा मांगने का नैतिक अधिकार भाजपा को नहीं है, ऐसी आवाज कांग्रेस के शहराध्यक्ष किशोर बोरकर ने उठाई. उन्होंने कहा कि पालकमंत्री यशोमती ठाकुर पद पद या सत्ता में हो अथवा न हो लगातार जनता की समस्या के लिए प्रशासन के साथ संघर्ष करती रहती है, यह सभी को पता है. जनता की समस्या के लिए रास्ते पर उतरकर संघर्ष करने की परंपरा भाजपा की नहीं है. केवल जातिय सलोखा बिगाडने के लिए रथयात्रा निकालने की परंपरा है, ऐसी परंपरा भी शहराध्यक्ष किशोर बोरकर ने की.