गुप्ता की बगावत को भाजपा का समर्थन नहीं
पार्टी ने निष्कासन की कार्रवाई के जरिए दिया स्पष्ट संकेत
* अब गुप्ता समर्थकों पर भी गिर सकती है कार्रवाई की गाज
* 30 से 40 पदाधिकारियों को दिखाया जा सकता है बाहर का रास्ता
अमरावती/दि.6 – विधानसभा चुनाव हेतु अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी निर्देशों की अनदेखी करते हुए महायुति प्रत्याशी के खिलाफ अपना नामांकन दाखिल करने वाले भाजपा के पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता को आखिरकार भाजपा ने निष्कासित करते हुए पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इस जरिए पार्टी ने एक तरह से यह स्पष्ट संकेत दिया है कि, जगदीश गुप्ता की बगावत का पार्टी के स्तर पर कोई समर्थन नहीं किया जा रहा. बता दें कि, भाजपा के बागी प्रत्याशी जगदीश गुप्ता व उनके समर्थकों द्वारा शुरु से ही यह दावा किया जा रहा था कि, यद्यपि महायुति के तहत अमरावती निर्वाचन क्षेत्र को अजीत पवार गुट वाली राकांपा के हिस्से में छोडा गया है. लेकिन अमरावती सीट पर भाजपा का हक है. इस भावना के तहत भाजपा के कुछ नेताओं सहित स्थानीय स्तर पर अमरावती शहर के भाजपा समर्थकों का उन्हें पूरा समर्थन प्राप्त है. परंतु अब भाजपा द्वारा की गई कार्रवाई के चलते यह स्पष्ट हो गया है कि, पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता व उनके समर्थकों द्वारा किये जाने वाले दावे पूरी तरह से हवाहवाई थे.
बता दें कि, विगत करीब 15 वर्षों से खुद को भाजपा की सक्रिय राजनीति से दूर रखने वाले पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता विगत लोकसभा चुनाव के समय अचानक ही भाजपा की संसदीय पद प्रत्याशी नवनीत राणा के साथ नुमाया होते हुए एक बार फिर मुख्यधारा की राजनीति में सक्रिय होते दिखाई दिये और उन्होंने लोकसभा चुनाव के समय से ही खुद को विधानसभा चुनाव हेतु अमरावती सीट से भाजपा का प्रत्याशी दर्शाना शुरु कर दिया था. जिसके लिए जगदीश गुप्ता ने भाजपा के कई बडे नेताओं से संपर्क साधना भी शुरु किया था. परंतु उस समय महायुति के तहत सीटों के बंटवारे को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई थी. हालांकि तभी यह तय माना जा रहा था कि, ‘जिसका जहां पर विधायक, उसका उस सीट पर दावा’ वाले समीकरण के तहत अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पर महायुति के तहत अजीत पवार गुट वाली राकांपा का दावा रहेगा और अजीत पवार गुट द्वारा मौजूदा विधायक सुलभा खोडके को प्रत्याशी बनाया जायेगा. इसके बावजूद नामांकन प्रक्रिया खत्म होने से एक दिन पहले तक पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने अमरावती सीट हेतु खुद को भाजपा का टिकट मिलने के लिए प्रयास जारी रखे और शनिवार 27 अक्तूबर को उन्होंने नागपुर जाकर भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात कर अपना दावा पेश किया. लेकिन गुप्ता का यह प्रयास भी नाकाम साबित हुआ और अमरावती सीट से महायुति प्रत्याशी के तौर पर सुलभा खोडके का चुनाव लडना तय हो गया. जिसके चलते जगदीश गुप्ता ने खुद को भाजपा का ‘अनधिकृत’ प्रत्याशी बताते हुए अपना नामांकन पेश किया. साथ ही दावा किया कि, उन्हें शहर भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का पूरा समर्थन प्राप्त है. हालांकि इससे पहले विधायक सुलभा खोडके को महायुति की ओर से प्रत्याशी घोषित किये जाते ही भाजपा के शहराध्यक्ष व पूर्व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने अपने कार्यालय में महायुति प्रत्याशी सुलभा खोडके के स्वागत हेतु एक बैठक बुलाई थी. जिसमें शहर भाजपा के लगभग सभी प्रमुख पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे. ऐसे में शुरु से ही यह स्पष्ट था कि, गुप्ता की दावेदारी का भाजपा द्वारा स्थानीय स्तर पर भी कोई समर्थन नहीं किया जा रहा. साथ ही अब प्रदेश भाजपा ने भी गुप्ता के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई करते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि, गुप्ता की बगावत से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, लंबे समय तक भाजपा के साथ एक तरह की दूरी बनाये रखने के बाद अभी 4-5 माह पहले भाजपा में दोबारा सक्रिय हुए पूर्व विधायक जगदीश गुप्ता ने अपने कुछ खासमखास समर्थकों को शहर सहित जिला भाजपा की कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण पदों पर बिठाया था. जिसमें से कुछ पदाधिकारियों को भाजपा द्वारा विशेष आमंत्रित सदस्य पद भी दिये गये थे. चूंकि अब इन समर्थकों के सेनापति यानि जगदीश गुप्ता को ही पार्टी द्वारा बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. जिसके चलते उम्मीद जतायी जा रही है कि, अब गुप्ता के समर्थकों पर भी की कार्रवाई की गाज गिर सकती है. क्योंकि भाजपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि, बागी उम्मीदवारों के साथ-साथ ऐसे उम्मीदवारों का समर्थन करने वाले पार्टी पदाधिकारियों के खिलाफ भी अनुशासन भंग की कार्रवाई की जाएगी. जिसके चलते इस समय भाजपा के खिलाफ बगावत करने वाले जगदीश गुप्ता के साथ चुनाव प्रचार में शामिल रहने वाले भाजपा पदाधिकारियों के नामों की सूची भी पार्टी द्वारा शहर व जिलास्तर पर तैयार की जा रही है और जल्द ही ऐसे लोगों के निष्कासन का पत्र भी पार्टी द्वारा जारी किया जा सकता है.