जिले में भाजपा को केवल एक सीट पर बगावत का सीधा खतरा
अन्य तीन सीटों पर महायुति प्रत्याशियों के सामने बागियों की चुनौती
अमरावती/दि.4 – विधानसभा चुनाव हेतु जिले के 8 निर्वाचन क्षेत्रों से महायुति के तहत भाजपा ने 5 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने के साथ ही 3 सीटों को महायुति के घटक दलों हेतु छोडा था. जिसमें से अमरावती निर्वाचन क्षेत्र अजीत पवार गुट वाली राकांपा, दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र शिंदे गुट वाली शिवसेना तथा बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र विधायक रवि राणा की युवा स्वाभिमान पार्टी के लिए छोडा गया था. सीटों के बंटवारे व प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होते ही धामणगांव रेल्वे निर्वाचन क्षेत्र के अलावा अन्य सातों सीटों पर भाजपाईयों द्वारा बगावत के स्वर बुलंद किये गये थे. जिसमें से जिन-जिन सीटों पर भाजपा के अपने प्रत्याशी चुनाव लड रहे है. उनमें से अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र को छोडकर अन्य चारों सीटों पर भाजपा द्वारा बागियों को समझा-बुझाकर शांत करते हुए उनकी बगावत को खत्म कर दिया गया है. ऐसे में अब अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी प्रवीण तायडे के सामने ही भाजपा पदाधिकारी रहने वाले एड. प्रमोदसिंह गडरेल की चुनौती बनी हुई है.
वहीं दूसरी ओर जिन 3 सीटों को भाजपा द्वारा महायुति के घटक दलों हेतु छोडा गया था. उसमें से दो सीटों पर भाजपा पदाधिकारियों की बगावत कायम है. जिनमें अमरावती व बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र का समावेश है. महायुति के तहत अमरावती सीट से अजीत पवार गुट वाली राकांपा द्वारा मौजूदा विधायक सुलभा खोडके को प्रत्याशी बनाया गया है. जिनके खिलाफ भाजपा के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में है. वहीं महायुति के तहत बडनेरा सीट को युवा स्वाभिमान पार्टी के हिस्से में छोडा गया है. जहां से युवा स्वाभिमान पार्टी के मौजूदा विधायक रवि राणा महायुति प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड रहे है. जिनके खिलाफ शहर भाजपा के वरिष्ठ नेता तुषार भारतीय ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपनी दावेदारी को कायम रखा है. इसके अलावा जिले के दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र को महायुति के तहत शिंदे गुट वाली शिवसेना के कोटे में दिया गया है. जहां से शिंदे सेना के पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल महायुति के प्रत्याशी है. जिनके खिलाफ महायुति में शामिल युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा क्षेत्र के पूर्व विधायक रमेश बुंदिले को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा गया है. इसके साथ ही अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा द्वारा प्रवीण तायडे को प्रत्याशी बनाया गया है. जिनके खिलाफ भाजपा के ही पदाधिकारी रहने वाले प्रमोदसिंह गडरेल की दावेदारी है. ऐसे मेें कहा जा सकता है कि, जिले में अब केवल अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र ही एकमात्र ऐसी सीट है, जहां पर भाजपा को सीधी बगावत का सामना करना पड रहा है. वहीं अन्य तीनों सीटों पर भाजपाईयों द्वारा महायुति में शामिल घटक दलों के प्रत्याशियों के खिलाफ बगावत की गई है. इसके चलते भाजपा द्वारा अपने हिस्से में रखी गई 5 में से 4 सीटों पर तो पार्टी प्रत्याशियों का मामला काफी हद तक ‘सेफ’ चल रहा है. वहीं अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी के भीतर हुई बगावत के चलते पार्टी प्रत्याशी के लिए कुछ हद तक खतरे वाली स्थिति बनी हुई है.