ठाकरे बंधुओं के साथ आने से भाजपा को कोई तकलीफ नहीं
मंत्री बावनकुले ने दी प्रतिक्रिया

अमरावती/दि.19 – यदि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक बार फिर साथ आकर हाथ मिलाते है तो यह उन दोनों का व्यक्तिगत फैसला होगा और इससे भाजपा कोई तकलीफ नहीं होगी. क्योंकि ठाकरे बंधुओं के फैसले से भाजपा का कोई लेना-देना भी नहीं है, इस आशय की प्रतिक्रिया राज्य के राजस्व मंत्री व जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा दी गई.
आज अमरावती के दौरे पर पहुंचे पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले से जब इस बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने उपरोक्त प्रतिक्रिया देने के साथ ही कहा कि, लोकसभा चुनाव के समय राज ठाकरे ने पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी और भाजपा का साथ दिया था. वहीं विधानसभा चुनाव के समय उन्होंने खुद को महायुति से अलग रखा था. ऐसे में राज ठाकरे अपनी भूमिका चुनने और किसी भी दल के साथ युति करने हेतु स्वतंत्र है तथा यह उनका अपना अधिकार भी है. ऐसे में यदि राज ठाकरे अब उद्धव ठाकरे के साथ हाथ मिलाते है तो भाजपा उनकी युति के बीच नहीं आएगी. साथ ही पालकमंत्री बावनकुले ने यह भी कहा कि, राज ठाकरे द्वारा उठाई गई मांग के चलते पीएम मोदी ने मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा दिया. जिसके लिए राज ठाकरे ने पीएम मोदी का अभिनंदन भी किया था. ऐसे में राज ठाकरे ने किसी भी अन्य दल के साथ हाथ मिलाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि, हम मराठी भाषा और हिंदुत्व को लेकर एकजैसी विचारधारा रखते है और इस बात को ध्यान में रखते हुए ही राज ठाकरे ने अपनी नई भूमिका तय करनी चाहिए.