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एमपी व राजस्थान में भाजपा, छत्तीसगढ व तेलंगना में कांग्रेस

एक्जिट पोल आते ही गरमाया सट्टा बाजार

* मिजोरम में त्रिशंकु सदन का अनुमान, पांचों राज्यों के लिए बराबरी यानि सेशन रेट चल रहे
अमरावती/दि.1 – 5 राज्यों में कराए जा रहे विधानसभा चुनाव के तहत कल तेलंगना में मतदान की प्रक्रिया खत्म होते ही पांचों राज्यों के एक्जिट पोल भी सामने आने शुरु हो गए. जिसके तहत कल रात से ही तमाम टीवी न्यूज चैनलों ने मतदान के संभावित परिणामों को लेकर अपने-अपने सर्वेक्षणों के आधार पर अनुमान जताना शुरु कर दिया है. जिसके मुताबिक मध्यप्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सत्ता बनने की बात कहीं जा रही है. वही राजस्थान में भी भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान जताया जा रहा है. इसके अलावा छत्तीसगढ में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर होने की बात कही जा रही है और तेलंगना में 10 साल से सत्ता संभाल रहे केसीआर की बीआरएस पार्टी को कांग्रेस द्वारा जबर्दस्त झटका दिए जाने का अनुमान जताया जा रहा है. वहीं मिजोरम में त्रिशंकु विधानसभा के अस्तित्व में आने की बात कही जा रही है. जहां एक ओर तमाम खबरिया चैनलों द्वारा एक्जिट पोल जारी करते हुए अपने-अपने अनुमान जताए जा रहे है. वहीं दूसरी ओर एक्जिट पोल के सामने आने के बाद पूरे देश भर के सट्टा बाजार में भी अच्छा खासा उतार-चढाव देखा जा रहा है और सट्टा बाजार में भी अलग-अलग राज्यों के चुनाव परिणामों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है.
इस संदर्भ में किए गए आकलन के मुताबिक सट्टा बाजार में भाजपा को मध्यप्रदेश सहित राजस्थान की सट्टा मिलती दिखाई दे रही है. वहीं तेलंगना व छत्तीसगढ में कांग्रेस की सरकार बनने की बात कहीं जा रही है. जिसके लिए बरोबरी के यानि सेशन रेट चल रहे है. सट्टा बाजार के मुताबिक मध्य प्रदेश में भाजपा को 118 से 120 तथा कांग्रेस को 107 से 109 सीटे मिलने का अनुमान है. वहीं राजस्थान पर भाजपा को 108 से 110, कांग्रेस को 78 से 80 सीटे मिल सकती है. जिसके चलते इन दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बन सकती है. वहीं छत्तीसगढ में कांग्रेेस को 51 से 53 व भाजपा को 36 से 38 सीटे मिल सकती है तथा तेलंगना में कांग्रेस को 63 से 65 व बीआरएस को 45 से 47 सीटे मिलने का अनुमान है. जिसके चलते इन दोनों राज्यों में कांग्रेस की सत्ता आ सकती है. साथ ही तेलंगना में भाजपा को 5 सीटे मिलने का कयास जताया जा रहा है. इसके अलावा देश के पूर्वोत्तर हिस्से में स्थित मिजोरम में ‘हंग असेम्बली’ यानि त्रिशंकु विधानसभा बनने के आसार दिखाई दे रहे है. जहां पर मिजो नैशलिस्ट पार्टी का प्रदर्शन ठीकठाक रहने का अनुमान जताया जा रहा है और मिजोरम में दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों यानि भाजपा व कांग्रेस को अच्छा खासा नुकसान होने का अंदेशा जताया जा रहा है. चूंकि कांग्रेस व भाजपा के बीच मुकाबला बराबरी वाला दिखाई दे रहा है. जिसके चलते सट्टा बाजार में दोनों ही प्रमुख दलों के लिए बरोबरी के यानि सेशन रेट चल रहे है. साथ ही एक्जिट पोल और सट्टा बाजार के अनुमान कहा तक सही साबित होते, यह मतगणना पश्चात चुनावी नतीजे घोषित होते ही स्पष्ट हो जाएंगा.

* राजस्थान के ‘फलोदी’ से गरमाया सट्टा बाजार
– क्रिकेट सट्टे के बाद अब चुनावी सट्टे की चल रही धूम
उल्लेखनीय है कि, जिस तरह से महाराष्ट्र में ‘भेंडवल’ की अच्छी खासी ख्याति है. जिसके तहत फसल और बारिश को लेकर पूर्वानूमान जताया जाता है. उसी तरह से राजस्थान में ‘फलोदी’ से राजनीति और चुनाव को लेकर सट्टा खुलता है. साथ ही देश भर के सटोरियों द्वारा ‘फलोदी’ के अनुमान पर आंखे बंद करते हुए भरोसा कर सट्टा लगाया जाता है. विशेष उल्लेखनीय है कि, देश में अब तक टी-20 व वर्ल्ड कप के तहत खेली जा रही क्रिकेट मैचों को लेकर सट्टा बाजार में अच्छी खासी धूम थी. वहीं अब एक्जिट पोल और ‘फलोदी’ के आंकडे सामने आते ही चुनावी सट्टे की धामधूम शुरु हो गई तथा सट्टा बाजार खुलने के साथ ही लगवाडी व खायवाली का दौर शुरु हो गया. जिसमें सर्वाधिक गांव मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ व तेलंगणा को लेकर लगाए जा रहे है. साथ ही सट्टा बाजार में मिजोरम कुछ हद तक उपेक्षित पडा दिखाई दे रहा है.

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