भाजपा मेरे खून और संस्कारों में, वहां से बाहर कैसे निकालोंगे?
बडनेरा के बागी प्रत्याशी तुषार भारतीय का कथन
* अमरावती मंडल को दिया विशेष साक्षात्कार
* प्रतिस्पर्धी प्रत्याशी राणा को लेकर भी जमकर साधा निशाना
* बोले – मौका देखकर पाला बदलने वाले आगे भी पलटी मार सकते
* बडनेरा क्षेत्र की जनता को बताया अपना स्टार प्रचारक, जनता के भरोसे चुनाव जीतने का जताया विश्वास
अमरावती/दि.15 – विगत 15 वर्षों से बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में विकास को लेकर एक भी ढंग का काम नहीं हुआ है. बल्कि 15 साल से बडनेरा के विधायक रहने वाले रवि राणा ने मनपा को प्राप्त निधि के जरिए भाजपा पार्षदों द्वारा किये गये कामों पर अपने नाम के बोर्ड लगाकर श्रेय लूटने का ही काम किया है. यहीं वजह है कि, आज बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल सभी इलाके बदहाली से जुझ रहे है और इस निर्वाचन क्षेत्र में शामिल ग्रामीण इलाकों की स्थिति तो और भी विकट है. ऐसे में अब बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र की जनता बदलाव की मानसिकता में है. इसके चलते इस बार बडनेरा में निश्चित तौर पर परिवर्तन होगा. इस आशय का विश्वास जताते हुए भाजपा के बागी व निर्दलीय प्रत्याशी तुषार भारतीय ने कहा कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में उनकी स्थिति बेहद शानदार है और जनता जनार्दन के आशीर्वाद से वे इस बार निश्चित तौर पर चुनाव जीतने जा रहे है.
विधानसभा चुनाव की धामधूम के बीच अमरावती मंडल कार्यालय को सदिच्छा भेंट देने हेतु पहुंचे निर्दलीय प्रत्याशी तुषार भारतीय ने अमरावती मंडल को विशेष साक्षात्कार भी दिया. जिसमें उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही तुषार भारतीय ने यह भी कहा कि, भले ही बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में महायुति के खिलाफ बगावत करने की वजह से उन्हें भाजपा द्वारा पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. लेकिन भाजपा उनके खून और संस्कारों में रची-बसी है. जहां से भाजपा को निकालकर कोई भी अगल नहीं कर सकता. इसके साथ ही तुषार भारतीय ने यह तंज भी कि, अगर महायुति के खिलाफ जाने की वजह से उन्हें भाजपा द्वारा बाहर का रास्ता दिखाया गया है, तो दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में महायुति के खिलाफ जबरन अपना प्रत्याशी मैदान में उतारने वाले और अमरावती निर्वाचन क्षेत्र में महायुति प्रत्याशी को हराने का प्रयास करने वाले रवि राणा अब तक महायुति में शामिल कैसे है और उन्हें महायुति द्वारा अपना प्रत्याशी कैसे बनाए रखा गया है.
* राणा दम्पति किसी के नहीं, केवल अपना स्वार्थ साध रहे
इस बातचीत में तुषार भारतीय ने पूर्व सांसद नवनीत राणा व बडनेरा क्षेत्र के विधायक रवि राणा पर निशाना साधते हुए कहा कि, कभी कांगे्रस नेताओं के आगे-पीछे घुमन वाले राणा दम्पति ने आगे चलकर मौका देखते हुए अपने फायदे के लिए भाजपा नेताओं के आगे-पीछे घुमना शुरु किया. वहीं अगर कल चलकर राज्य में गलती से महाविकास आघाडी की सरकार बनती है, तो यही राणा दम्पति तुरंत पाला बदलकर महायुति से महाविकास आघाडी की ओर चले जाएंगे. क्योंकि राणा दम्पति हकीकत में किसी के नहीं है, बल्कि वे केवल सत्ताधारी दल के साथ रहते हुए अपने व्यक्तिगत स्वार्थों को पूरा करते है. वहीं तुषार भारतीय ने यह दावा भी किया कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद वे खुद भाजपा के साथ ही बने रहेंगे. फिर चाहे राज्य में सरकार किसी भी गठबंधन की बने.
* 15 साल में नहीं हुआ कोई भी काम
इस बातचीत के दौरान बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड रहे तुषार भारतीय ने दावा किया कि, अपने 15 वर्ष के कार्यकाल दौरान बडनेरा के विधायक रवि राणा ने इस निर्वाचन क्षेत्र के विकास हेतु कोई एक भी ढंग का काम नहीं करवाया है. जिसके चलते इस निर्वाचन क्षेत्र में शामिल अमरावती व बडनेरा शहर के कई इलाके ग्रामीण क्षेत्रों की तरह हो गये है. साथ ही निर्वाचन क्षेत्र में शामिल ग्रामीण इलाकों की बदहाली की केवल कल्पना ही की जा सकती है. तुषार भारतीय के मुताबिक जुनी बस्ती बडनेरा के सावता मैदान पर सांस्कृतिक भवन बनाने का प्रस्ताव विगत 10 वर्षों से अधर में लटका पडा है और विधायक राणा ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने हेतु प्रयास करने की बजाय सावता मैदान को अपना व्यक्तिगत फार्म हाउस बनाकर रख लिया है. इसी तरह उत्तमसरा से दाढी की ओर जाने वाली सडक विगत कई वर्षों से खस्ताहाल पडी है. जिसकी ओर ध्यान देने की फुरसत विधायक राणा को कभी नहीं मिली. इसके अलावा बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल नई बस्ती व जुनी बस्ती बडनेरा सहित विभिन्न गांवों में मूलभूत सुविधाओं को लेकर कोई काम नहीं किया गया. बल्कि अपने निर्वाचन क्षेत्र की ओर ध्यान देने की बजाय विधायक राणा द्वारा अमरावती में भाजपा पार्षदों द्वारा किये जाने वाले कामों पर नजर गढाकर रखी गई और उन कामों का श्रेय लूटा गया.
* मैं अपने द्वारा किये गये कामों के दम पर वोट मांग रहा
इस बातचीत में निर्दलीय प्रत्याशी तुषार भारतीय ने कहा कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल 91 में से 88 ग्रामपंचायतों में उनके द्वारा अभ्यासिका व खेल मैदान उपलब्ध कराने के कई काम पहले ही कराये गये है. साथ ही उन्होंने मनपा का सभागृह नेता रहने के दौरान बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल अमरावती शहर के विभिन्न प्रभागों हेतु कई विकास कामों को मंजूरी दिलाई. ऐसे में वे अपने द्वारा किये गये विकास कामों के दम पर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र की जनता से खुद के लिए वोट मांग रहे है. साथ ही उन्हें बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र की जनता द्वारा भरपूर साथ व प्रतिसाद भी दिया जा रहा है.
* बडनेरा में जातिगत समीकरण मायने नहीं रखता
इस साक्षात्कार के दौरान तुषार भारतीय ने यह भी कहा कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता काफी सजग और परिपक्व है तथा बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में जातिगत समीकरण बिल्कुल भी मायने नहीं रखता. यहीं वजह रही कि, जिस व्यक्ति के समाज के बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में 10 वोट भी नहीं है, वह विगत तीन चुनाव में विजयी रहा. लेकिन चूंकि उस व्यक्ति ने अपने 3 कार्यकाल के दौरान बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में कोई काम ही नहीं किया. ऐसे में अब बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र की जनता बदलाव चाहती है. साथ ही अब उन्हें बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के सभी जाति व धर्म के लोगों का साथ व सहयोग मिल रहा है.
* लोग पैसा उनसे लेंगे और वोट हमें देंगे
इसी साक्षात्कार के दौरान तुषार भारतीय ने कहा कि, जहां वे चुनाव जीतने के लिए अपने कार्यकर्ताओं के साथ बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में जमकर अपना पसीना बहा रहे है. वहीं उनके प्रतिस्पर्धी प्रत्याशी द्वारा पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है, लेकिन इस बार बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में धनशक्ति के खिलाफ जनशक्ति की जीत होगी. तुषार भारतीय ने दावा किया कि, आती लक्ष्मी को कोई भी लात नहीं मारता और प्रतिस्पर्धी प्रत्याशी द्वारा जनता से लूटे गये पैसे ही जनता पर लूटाये जा रहे है. ऐसे में लोगबाग इस बार पैसा तो उस प्रत्याशी से लेंगे. लेकिन वोट उनके (तुषार भारतीय) पक्ष में करेंगे.
* मुझे भाजपा नेताओं का खुला समर्थन
इस बातचीत में जब भाजपा के बागी प्रत्याशी तुषार भारतीय से यह पूछा गया कि, क्या भाजपा के स्थानीय व कुछ बडे नेताओं का उन्हें छिपे तौर पर समर्थन मिल रहा है, तो तुषार भारतीय ने दावा किया कि, उन्हें छिपे तौर पर नहीं, बल्कि खुले तौर पर भाजपा नेताओं का समर्थन हासिल है. क्योंकि भाजपा नेता भी यह भली भाती जानते है कि, भले ही मेरा चुनाव चिन्ह कमल नहीं है, लेकिन मैं हूं तो कमल वाला ही.
* दूसरों का जमकर प्रचार, तो पति के प्रचार से दूरी क्यों?
– तुषार भारतीय ने नवनीत राणा की बडनेरा से दूरी पर दागा सवाल
इस विशेष साक्षात्कार के दौरान तुषार भारतीय ने विशेष रुप से इस बात पर जोर दिया कि, खुद को भाजपा व महायुति के प्रति पूरी तरह से समर्पित बताने वाली पूर्व सांसद नवनीत राणा जिले के कई निर्वाचन क्षेत्रों में घूम घूमकर भाजपा व महायुति के प्रत्याशियों का प्रचार कर रही है, लेकिन हैरत वाली बात यह है कि, वे महायुति की ओर से ही प्रत्याशी रहने वाले अपने पति रवि राणा के प्रचार हेतु एक बार भी बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में दिखाई नहीं दी. खास बात यह है कि, भाजपा ने नवनीत राणा को स्टार प्रचारक का दर्जा दे रखा है. लेकिन इसके बावजूद रवि राणा के प्रचार हेतु आयोजित डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस की सभा में भी नवनीत राणा मंच पर दिखाई नहीं दी. यह सीधे-सीधे प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता व डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस का अपमान है. जिसे भाजपा द्वारा कैसे बर्दाश्त किया जा रहा है, यह समझ से परे है.
* बडे भाई श्रीकांत व डेप्यूटी सीएम फडणवीस से नहीं हुई कोई बात
इस समय जब तुषार भारतीय से यह पूछा गया कि, उनके बडे भाई श्रीकांत भारतीय का समावेश भाजपा के नीति निर्धारकों में होता है और श्रीकांत भारतीय हमेशा से ही देवेंद्र फडणवीस के बेहद नजदीक भी रहे है. ऐसे में क्या पार्टी के खिलाफ बगावत करने को लेकर उन दोनों ने आपसे कोई बातचीत नहीं की, तो तुषार भारतीय का कहना रहा कि, जिले का मुख्यालय रहने वाले अमरावती व बडनेरा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक भी निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा का कमल चुनाव चिन्ह नहीं है. ऐसे में अमरावती महानगर में पार्टी की पहचान व अस्तित्व को बनाये रखने के लिए उन्होंने अपनी दावेदारी पेश की थी और जब पार्टी ने महायुति के तहत अमरावती सहित बडनेरा सीट अन्य घटक दलों के लिए छोड दी, तो उन्होंने बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में अपने दम पर चुनाव लडने का निर्णय लिया. यह उनका नितांत निजी फैसला था. जिसके बारे में उनकी उनके बडे भाई श्रीकांत भारतीय और डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस से कोई बातचीत नहीं हुई है. साथ ही उन्हें इस बात की खुशी भी है कि, स्थानीय स्तर पर उन्हें भाजपाईयों का पूरा समर्थन मिल रहा है.
* वो व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने महायुति का इस्तेमाल कर रहे
इस समय तुषार भारतीय ने यह भी कहा कि, राणा दम्पति द्वारा महायुति की आड लेकर अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने का काम किया जा रहा है और गठबंधन धर्म का खुलेआम उल्लंघन भी किया जा रहा है. चूंकि राणा दम्पति की सुलभा खोडके, बच्चू कडू, यशोमति ठाकुर तथा अडसूल पिता-पुत्र के साथ पटरी नहीं बैठती. ऐसे में इन सभी लोगों से अपना हिसाब-किताब पूरा करने के लिए राणा दम्पति द्वारा मनमाने ढंगे से महायुति के इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके तहत बच्चू कडू व यशोमति ठाकुर के खिलाफ तो नवनीत राणा द्वारा महायुति प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया जा रहा है. वहीं महायुति की ओर से प्रत्याशी रहने वाले सुलभा खोडके व अभिजीत अडसूल के खिलाफ काम किया जा रहा है और ऐसे लोग हमें गठबंधन धर्म का पाठ पढा रहे है. जिसे अपने आप में एक मजाक कहा जा सकता है.