समन्वयकों की सूची को मजाक बना दिया भाजपा ने
सूची में शामिल नामों को लेकर खुद पार्टी में ही संभ्रम
* कोई पदाधिकारी सूची को लेकर कुछ भी कहने तैयार नहीं
* शहर सहित जिले में चल रही कई तरह की चर्चाएं
अमरावती/दि.10 – आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की सत्ताधारी महायुति द्वारा गत रोज राज्य के सभी 288 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों हेतु विधानसभा क्षेत्र समन्वयकों के नामों की सूची घोषित की गई. लेकिन संभागीय मुख्यालय रहने वाले अमरावती शहर सहित जिले के विधानसभा क्षेत्रों हेतु नियुक्त किये गये समन्वयकों के नामों को देखते हुए खुद संबंधित लोगों एवं राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों में आश्चर्य व्याप्त हो गया है. क्योंकि इस सूची को देखकर ‘किसकी पगडी, किसके सिर’ वाली स्थिति देखी जा रही है. जिसके चलते यह माना जा रहा है कि, बेहद जल्दबाजी करते हुए विधानसभा क्षेत्र समन्वयकों के नामों की सूची जारी कर भाजपा व महायुति ने खुद को मजाक का विषय बना लिया है.
बता दें कि, इस सूची के मुताबिक अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हेतु शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से समन्वयक के तौर पर जगदीश गुप्ता का नाम और फोन नंबर दर्शाया गया है. जो कि दरअसल शहर भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता का नाम व नंबर है. जो अब भी भाजपा में ही है. लेकिन इसके बावजूद उन्हें शिंदे गुट वाली शिवसेना में दर्शाते हुए शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से अमरावती विधानसभा क्षेत्र का समन्वयक नियुक्त दर्शाया गया है. इस खबर के सामने आते ही खुद पूर्व मंत्री व भाजपा नेता जगदीश गुप्ता ने खुद का शिंदे गुट वाली शिवसेना से कोई संबंध नहीं रहने का दावा करते हुए कहा कि, उनका नाम महायुति के तहत शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से विधानसभा क्षेत्र समन्वयक के तौर पर कैसे दर्शाया गया. इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है तथा महायुति के नेताओं के साथ उनकी इसे लेकर कोई बातचीत भी नहीं हुई थी. पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने यहां तक कह दिया कि, शायद शिंदे गुट वाली शिवसेना ने उनके किसी हमनाम को अमरातवी निर्वाचन क्षेत्र से समन्वयक नियुक्त किया होगा. जिसका सीधा मतलब है कि, पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने इस मामले से अपना पल्ला झाड लिया है.
उधर दूसरी ओर गत रोज जारी सूची के मुताबिक महायुति के तहत बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा की ओर से निर्दलिय विधायक रवि राणा को विधानसभा क्षेत्र समन्वयक नियुक्त दर्शाया गया था. इसे लेकर भी स्थानीय स्तर पर अच्छा खासा आश्चर्य जताया गया. क्योंकि बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के कई वरिष्ठ पदाधिकारी है. जिनकी अनदेखी करते हुए निर्दलिय विधायक रवि राणा को विधानसभा क्षेत्र समन्वयक नियुक्त दर्शाया गया. जिसे लेकर स्थानीय स्तर से उठे विरोध को देखते हुए महायुति द्वारा दूसरी संशोधित सूची जारी की गई. जिसमें विधायक रवि राणा के नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी को महायुति का घटक दल दर्शाते हुए विधायक राणा को युवा स्वाभिमान पार्टी की ओर से विधानसभा क्षेत्र समन्वयक दर्शाया गया.
इसी बीच यह जानकारी भी सामने आयी है कि, अमरावती विधानसभा क्षेत्र में शिंदे गुट वाली शिवसेना के पदाधिकारियों द्वारा विधानसभा क्षेत्र समन्वयक के तौर पर जगदीश गुप्ता का नाम देखने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल के जरिए पार्टी नेतृत्व तक खुद की अनदेखी किये जाने को लेकर अपनी नाराजगी को पहुंचाया गया. जिसके बाद शिंदे गुट वाली शिवसेना द्वारा अमरावती के साथ-साथ बडनेरा व तिवसा निर्वाचन क्षेत्र हेतु विधानसभा समन्वयकों के नये नामों को घोषित करने की तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही जिले के अन्य कई निर्वाचन क्षेत्रों में भी भाजपा व शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से समन्वय नियुक्त किये गये नामों को लेकर काफी हद तक राजी-नाराजी देखी जा रही है. इसके तहत दोनों ही राजनीतिक दलों द्वारा अब नये सिरे से संशोधित सूची घोषित करने के बारे में विचार किया जा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि, पहली सूची घोषित करने से पूर्व ही महायुति में शामिल घटक दलों द्वारा गंभीरता क्यों नहीं दिखाई गई. यदि पहले ही गंभीरता दिखा दी जाती, तो शायद महायुति व भाजपा सहित शिंदे गुट वाली शिवसेना मजाक का पात्र बनने से बच जाते.
* अभी कोई अधिकृत सूची नहीं हुई जारी
इस संदर्भ में जानकारी एवं प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर भाजपा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, फिलहाल सोशल मीडिया पर महायुति के विधानसभा क्षेत्र समन्वयकों की जो सूची घूम रही है, वह कोई अधिकृत सूची नहीं है और उस सूची पर महायुति के घटक दलों के नेताओं के हस्ताक्षर व मुहर भी नहीं है. इसके साथ ही सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने यह भी बताया कि, पार्टी द्वारा अब तक उन्हें भाजपा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष होने के नाते ई-मेल या अन्य किसी जरिए जिले के विधानसभा क्षेत्र समन्वयकों के नामों की कोई सूची नहीं भेजी है. ऐसे में वे फिलहाल इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकते.
* पार्टी का फैसला सर्वोपरी, निर्देश मिलना बाकी
साथ ही इस पूरे मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के शहराध्यक्ष व पूर्व विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटिल ने कहा कि, किस विधानसभा क्षेत्र से किसे समन्वयक बनाना है, इसका निर्णय पार्टी नेतृत्व द्वारा लिया जाना है और भाजपा में पार्टी नेतृत्व का निर्णय भी सर्वोपरी होता है. साथ ही भाजपा शहराध्यक्ष प्रवीण पोटे पाटिल ने यह भी कहा कि, फिलहाल उन्हें पार्टी नेतृत्व की ओर से विधानसभा क्षेत्र समन्वयकों के नामों की अधिकृत तौर पर सूची प्राप्त नहीं हुई है. ऐसी सूची प्राप्त होने के बाद ही वे इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ कह सकेंगे.
* प्रिंटींग मिस्टेक के चलते इधर-उधर हुए होंगे नाम
वहीं शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख अरुण पडोले के मुताबिक संभवत: प्रिंटींग मिस्टेक अथवा किसी नाम के मिसिंग रह जाने जैसे वजह के चलते अमरावती निर्वाचन क्षेत्र में शिंदे गुट वाली शिवसेना की ओर से भाजपा नेता जगदीश गुप्ता का नाम व फोन नंबर छप गया. जिसकी ओर पार्टी के नेता व पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल के जरिए पार्टी नेतृत्व का ध्यान दिलाया गया है. ऐसे में आज शाम तक शिंदे गुट वाली शिवसेना द्वारा अमरावती निर्वाचन क्षेत्र हेतु विधानसभा समन्वयक के तौर पर नये नाम की घोषणा करने के साथ ही जिले के अन्य कुछ निर्वाचन क्षेत्रों हेतु घोषित समन्वयकों के नामों में भी फेरबदल किया जाएगा.
* तीन निर्वाचन क्षेत्रों में होगा थोडा फेरबदल
इसके साथ ही शिंदे गुट वाली शिवसेना के महानगर प्रमुख संतोष बद्रे का कहना रहा कि, महायुति की ओर से घोषित सूची में अमरावती निर्वाचन क्षेत्र हेतु शिंदे गुट वाली शिवसेना द्वारा संभवत: गलती से विधानसभा समन्वयक के तौर पर जगदीश गुप्ता के नाम का उल्लेख हुआ है. जिसकी ओर पार्टी का ध्यान दिलाया जा चुका है. साथ ही साथ अमरावती सहित बडनेरा व तिवसा निर्वाचन क्षेत्र हेतु समन्वयक के तौर पर 3 नये नामों को घोषित किये जाने का सुझाव भी पार्टी को दिया गया है. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि, पार्टी द्वारा आज शाम तक नये नामों के साथ संशोधित सूची घोषित की जाएगी.