भाजपा के प्रदेश सचिव जयंत डेहनकर को बंधुशोक
अमरावती /दि. 7- भाजपा के प्रदेश सचिव बडनेरा शहर के जुनीबस्ती निवासी जयंत डेहनकर के बडे भाई और अनेक साल से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार, प्रभाव से विविध क्षेत्र में अपनी पहचान निर्मान करनेवाले माधव डेहनकर का आज सुबह 10.30 बजे बीमारी के चलते निधन हो गया. वे 60 वर्ष के थे.
संवेदनशील कलाकार और जमीनी हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता के रुप में समाज के सभी स्तर पर संपूर्ण विदर्भ में अपने कलागुणों से पहचान बनाई थी. माधव डेहनकर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में अनेक वर्ष तन, मन, धन से कार्य किया. उन्होंने अभाविप के काम की 1982 में बडनेरा से शुरुआत की थी. उस समय विदर्भ के प्रमुख कार्यकर्ताओं की टीम में माधव डेहनकर काम करते थे. सभी को साथ लेकर कार्य करने की खुबी उनमें थी. जनवरी 1992 में जम्मू-कश्मिर के श्रीनगर शहर के लाल चौक में तिरंगा फहराने के लिए निकली एकता यात्रा में मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी के साथ वे शामिल हुए थे. वे कट्टर देशप्रेमी थे. वारली पेंटींग अलग-अलग तरह की चित्रकला में माधव डेहनकर काफी निपुन थे. अनेक वर्ष तक उन्होंने बडनेरा के सडकों पर भटकनेवाले श्वानों को घर पर लाकर उनका औषधोपचार व सेवा की. तब से उन्हें श्वानप्रेमी माधव कहा जाता था. माधव के निधन के समाचार मिलते ही सभी तरफ शोक व्याप्त है. उनके पीछे भाई जयंत डेहनकर, पत्नी, बेटी का भरापूरा परिवार है. बडनेरा जुनीबस्ती के हिंदू स्मशान भूमि पर शोकाकुल वातावरण में उनकी अंत्येष्टि की गई. इस अवसर पर भाजपा, अभाविप, युवा मोर्चा सहित सभी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.