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जिले में भाजपा कार्यकर्ता का सीना चौड़ा

देख रहे जनाधार बढ़ाने की संभावना

* तीन प्रांतों में पार्टी की सफलता का प्रभाव
अमरावती/दि.5- पड़ोसी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की विधानसभा चुनाव सफलता से अमरावती में पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ जाने का दृश्य है. जिस तरह शहर और गांव ग्राम में भाजपा पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने पड़ोसी राज्यों की सफलता का जल्लोष मनाया, उससे साफ है कि उनका आत्मविश्वास बढ़ा है. वे यहां भी पार्टी का जनाधार बढ़ाने की संभावना देख रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में केवल धामणगांव रेल्वे में प्रताप अडसड की बदौलत कमल खिला था, अब पार्टीजन यहां संभावना बढ़ी हुई देख रहे हैं.
* नए नेतृत्व का उदय
भाजपा ने दो माह पहले जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्ष पद पर नई नियुक्तियां बेशक लोकसभा और विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए की थी, सांसद अनिल बोंडे को जिले की जिम्मेदारी दी गई. वहीं एमएलसी प्रवीण पोेटे पर महानगर में पार्टी की बागडौर सौंपते हुए उसे मजबूत बनाने का दायित्व दिया गया. दोनों ही नेता जिले के पालकमंत्री पद को विभूषित कर चुके हैं. दोनों ने नई जिम्मेदारी संभालने के बाद सतत हलचल चला रखी है. उसी प्रकार दिवाली के तीन सप्ताह बाद संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में दिवाली मिलन समारोह भी आयोजित किया है.
* भारतीय का साथ
भाजपा को विधानसभा चुनाव में दर्यापुर, मोर्शी और मेलघाट की सीटें खोनी पड़ी थी. जिससे जिले में पार्टी का संगठन भी कुछ बैक आ जाने की आशंका रही थी. किन्तु पार्टी ने डॉ. अनिल बोंडे को संसद सदस्य बनाया. उपरांत जिले से ही जुड़े श्रीकांत भारतीय को उच्च सदन में भेजा, जिससे भारतीय का यहां संगठन को महत्वपूर्ण साथ मिल रहा है. पार्टी पड़ोसी राज्यों में मिली सफलता के बाद बूस्टर का अनुभव कर रही है. आने वाले दिनों में और भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
* राम मंदिर के बहाने घर-घर
22 जनवरी को होने जा रहे अयोध्या के राम मंदिर उदघाटन को देखते हुए हिंदुत्ववादी संगठनों के साथ मिलकर भाजपा ने घर-घर जाने का अवसर तलाश लिया है. विहिप ने राम मंदिर के उदघाटन समारोह में सहभागी होने के लिए पीले चावल वितरीत करने की योजना बनाई है. उस पर अमल हो रहा है. उसी के साथ गली-गली के मंदिरों में सुंदरकांड व तत्सम आयोजन हो रहे हैं.
* संसदीय चुनाव पर दृष्टि
जिले की सांसद नवनीत राणा केंद्र की भाजपा सरकार का पहले दिन से समर्थन करती आयी हैं. उसी प्रकार विधायक रवि राणा ने डीसीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ अपनी निकटता जग जाहीर की है. राज्य की महायुती सरकार को समर्थन देने के साथ सरकार में शामिल होने का भी प्रयास रहा है. ऐसे में संसदीय चुनाव को लेकर भाजपा की भूमिका पर भी तीन राज्यों की विधानसभा चुनाव का प्रभाव पड़ेगा, ऐसा राजनीतिक जानकार मान रहे हैं.
* सभी 8 सीटों पर कमल
पार्टी सूत्रों का दावा है कि जिले की सभी आठ विधानसभा सीटों पर कमल के उम्मीदवार रहेंगे. इतना ही नहीं, लोकसभा चुनाव को लेकर भी कमल निशानी पर लड़ने का दावा भाजपा पदाधिकारी कर रहे हैं. विधानसभा को वक्त है. उससे पहले मार्च में लोकसभा चुनाव की घोषणा होनी है. पश्चिम विदर्भ के इस मुख्यालय जिले में शिवसेना शिंदे गट और राकांपा अजीत पवार गट से भाजपा किस तरह की सौदेबाजी करती है. यह देखने लायक होगा. अभी तो भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता सीना चौड़ा कर मोदी के नारे लगा रहा है.

 

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