बाजार समिती के चुनाव में भाजपा के प्रवेश से बढी स्पर्धा
17 जनवरी को कराया जायेगा मतदान
अमरावती/दि.9- जिले की 12 कृषि उपज मंडियों के संचालक मंडल का कार्यकाल विगत सितंबर व अक्तूबर माह के दौरान खत्म हो जाने के चलते अब सभी फसल मंडियों में चुनावी गतिविधियां तेज हो गई है. इसी बीच भाजपा द्वारा इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगाने की घोषणा की गई है. जिसके चलते अब इस चुनाव में स्पर्धा व उत्कंठा बढ जायेगी. बता दें कि, जिले की 12 बाजार समितियों के संचालक मंडल के चुनाव का संभावित टाईम टेबल घोषित किया जा चुका है. जिसके अनुसार आगामी 17 जनवरी 2021 को फसल मंडियों के चुनाव होनेवाले है.
ज्ञात रहें कि, जिले की नांदगांव खंडेश्वर व धामणगांव रेल्वे फसल मंडी पर पहले ही प्रशासक की नियुक्ति की गई है. वहीं दर्यापुर, चांदूर रेल्वे, अचलपुर व अंजनगांव सूर्जी फसल मंडियों का कार्यकाल सितंबर 2021 में खत्म हुआ. इसके अलावा अक्तूबर माह के दौरान अमरावती, चांदूर बाजार व तिवसा फसल मंडी की कार्य अवधि समाप्त हुई. साथ ही धारणी, मोर्शी, वरूड फसल मंडियों का कार्यकाल भी पहले ही खत्म हो चुका है. बाजार समितियों के चुनाव का संभावित कार्यक्रम राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण द्वारा घोषित किया गया है. जिसके अनुसार 17 जनवरी को मतदान कराया जायेगा और दूसरे ही दिन 18 जनवरी को मतगणना करते हुए चुनावी परिणाम घोषित किया जायेगा. जिसके आधार पर नया संचालक मंडल अस्तित्व में आयेगा. इस चुनाव हेतु 10 नवंबर को प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशित की जायेगी. पश्चात 10 से 22 नवंबर तक आपत्तियां व आक्षेप स्वीकार किये जायेंगे. जिसपर जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा 22 नवंबर से 1 दिसंबर तक इस पर अपना फैसला देंगे. वहीं दूसरी ओर सहकार क्षेत्र में काफी पहले से सक्रिय रहनेवाले कांग्रेस व राकांपा जैसे राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ-साथ इस बार भाजपा द्वारा भी इस चुनाव में हिस्सा लेने की रणनीति तय की जा रही है और विगत दिनों भाजपा कार्यालय में हुई बैठक के दौरान पार्टी नेताओें ने इस बार मंडी चुनाव में पूरी ताकत झोंक देने की बात कही. जिसके लिए शहरी व ग्रामीण स्तर पर समन्वय समितियां भी बनायी जा रही है. ऐसे में इस चुनाव में अभी से प्रतिस्पर्धात्मक माहौल बनता दिखाई दे रहा है.