राज्य की निधि पर भाजपा के साहूकारों व ठेकेदारों की नजर
कामों का श्रेय लूटने में ही लगा रहे पूरी ताकत
* काम शुरु होने का दूर-दूर तक पता नहीं
* तिवसा क्षेत्र की विधायक यशोमति ठाकुर का कथन
अमरावती/दि.15 – जिले की तेजतर्रार कांग्रेसी नेत्री व तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की विधायक यशोमति ठाकुर ने आज अपने निर्वाचन क्षेत्र में विविध विकास कामों का भूमिपूजन करने के साथ ही उन विकास कामों का प्रत्यक्ष काम शुरु करवाते हुए कहा कि, भाजपा नेताओं द्वारा जिले में वाइट कॉलर साहूकारी करने के साथ ही सरकारी निधि पर नजर रखते हुए ठेकेदारी की जा रही है और दूसरों द्वारा लाये गये कामों का श्रेय लूटने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन काम एक भी नहीं किया जा रहा.
गत रोज तिवसा तहसील अंतर्गत एक गांव में सडक के निर्माणकार्य का भूमिपूजन करने हेतु पहुंची विधायक यशोमति ठाकुर ने जब उसी स्थान पर पहले से राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे व पूर्व सांसद नवनीत राणा द्वारा किये गये भूमिपूजन का फलक लगा देखा, तो इस पर तंज कसते उपरोक्त प्रतिपादन किया. साथ ही बताया कि, जिले के 2-2 सांसदों सहित ठेकेदारी व साहूकारी का काम करने वाले अन्य दो-चार लोगों के नाम इस बोर्ड पर लिखे हुए है और यह बोर्ड लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पहले लगाया गया था. लेकिन लोकसभा का चुनाव हुए लगभग 6 माह की अवधि बीत जाने के बावजूद भी इस विकास काम की शुरुआत नहीं हो पायी. साथ ही विधायक यशोमति ठाकुर ने यह भी कहा कि राज्य सरकार की निधि से किये जाने वाले कामों का भूमिपूजन जिले के दो-दो सांसदों द्वारा किया जाना बेहद हास्यास्पद है. यदी उन्हें नाम कमाने का इतना ही शौक है, तो उन्होंने अपनी सांसद निधि से विकास कामों को ंमंजूरी दिलानी चाहिए थी. लेकिन वे लोग तो विधायक निधि से मंजूर हुए विकास कामों का भी श्रेय लूटने का प्रयास कर रहे है और दूसरों के निर्वाचन क्षेत्र में घुसकर भूमिपूजन करने में भी आगे-पीछे नहीं देख रहे.
इस समय विधायक यशोमति ठाकुर ने भाजपा नेताओं का नाम रहने वाले बोर्ड को अपने हाथों से हिलाकर दिखाते हुए बताया कि, यह इन लोगों के काम की मजबूती और क्वॉलिटी है. जिसे देखकर समझा जा सकता है कि, भाजपा नेताओं द्वारा किस स्तर का काम किया जाता है. साथ ही विधायक यशोमति ठाकुर ने यह भी कहा कि, जब तक किसी काम का वर्क ऑर्डर जारी नहीं हो जाता. तब तक वे अपने निर्वाचन क्षेत्र में किसी भी विकास काम का भूमिपूजन नहीं करती और एक बार जिस काम का भूमिपूजन कर देती है, तो फिर उस काम की शुरुआत भी तुरंत ही करवाती है. बाकी लोगों की तरह बोर्ड लगाने के बाद काम को लटकाकर रखना उनकी फितरत में नहीं है.