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अप्रैल के पहले सप्ताह में घोषित होगा भाजपा के शहराध्क्ष व जिलाध्यक्ष का नाम

जिलाध्यक्ष के तौर पर जयंत डेहनकर का नाम लगभग फाइनल

* मंगेश खोंडे व चेतन गावंडे हैं शहराध्यक्ष पद की रेस में
* चर्चा में रहने वाले अन्य सभी नामों का पत्ता हुआ कट
अमरावती/दि.18– विगत लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के नए शहर अध्यक्ष व जिलाध्यक्ष पद पर होने वाली नियुक्ति को लेकर चर्चा चलने के साथ ही उत्सुकता भी बनी हुई है. वहीं विगत दिनों ही पार्टी की प्रदेश संगठन मंत्री डॉ.उपेंद्र कोठीकर ने भी अमरावती का दौरा करते हुए शहराध्यक्ष व जिलाध्यक्ष पद के दावेदार रहनेवाले नामों व चेहरों को टटोला. साथ ही इसे लेकर अपने अभिप्राय के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के पास उन नामों के प्रस्तावों को भेज दिया. जिन पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व्दारा सभी संभावनाओं को टटोलते हुए आवश्यक विचार विमर्श किया गया और अब पूरी संभावना बनती दिखाई दे रही है कि, आगामी अप्रैल माह के पहले सप्ताह में भाजपा के नए जिलाध्यक्ष व शहराध्यक्ष के नामों की घोषणा हो जाएगी.
बेहद विश्वसनिय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिलाध्यक्ष पद के लिए जयंत डेहनकर का एकमात्र नाम ही उपर भेजा गया था और यह लगभग तय हो गया है कि, इससे पहले भाजपा शहराध्यक्ष पद की जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वहन करते हुए जयंत डेहनकर ही अब भाजपा के नए जिलाध्यक्ष होंगे. वहीं शहराध्यक्ष पद के लिए पार्टी के शहर संगठन मंत्री मंगेश खोंडे व पूर्व महापौर चेतन गावंडे इन दो नामों को ही प्रमुख दावेदार बताया जा रहा है. जिसमें से मंगेश खोंडे का नाम भाजपा शहराध्यक्ष पद के लिए लगभग तय हो चुका है, ऐसा भी सूत्रों का कहना है. इसके अलावा शहराध्यक्ष पद के लिए रेस में रहनेवाले अन्य सभी नामों का पत्ता पार्टी नेतृत्व व्दारा काट दिया गया है, ऐसी भी जानकारी है.
उल्लेखनीय है कि जारी वर्ष के दौरान किसी भी वर्ष के समय महानगरपालिका व जिला परिषद सहित जिले की नगर परिषदों के चुनाव घोषित हो सकते है. इसके अलावा अगले वर्ष लोकसभा व विधानसभा चुनाव भी होने है. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि, संभवत: लोकसभा व विधानसभा के चुनाव एक साथ ही करवाएं जाएंगे. ऐसे में सभी वर्गो के मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाने और जातिगत समीकरण को साधने हेतु भाजपा व्दारा पिछले लंबे समय से अपनी रणनीति तय की जा रही है. चूंकि शहर सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में माली समाज की अच्छीखासी संख्या है. इस बात के मद्देनजर भाजपा व्दारा जिलाध्यक्ष के तौर पर जयंत डेहनकर के रुप में माली समाज को प्रतिनिधित्व दिए जाने की पूरी संभावना बनती दिखाई दे रही है. इसके साथ ही जिले सहित शहर में मराठा लॉबी का अच्छाखासा प्रभूत्व हैं. ऐसे में भाजपा व्दारा शहराध्यक्ष पद पर इस बार पटेल-देशमुख यानी मराठा लॉबी से वास्ता रखने वाले चेहरे को मौका दिया जाने की पूरी उम्मीद है. यही वजह है कि, मराठा लॉबी से वास्ता रखनेवाले मंगेश खोंडे व चेतन गावंडे इन दो नामों को छोडकर शेष सभी के दावो को पार्टी व्दारा निरस्त कर दिया गया है तथा गावंडे व खोंडे इन दो में से किसी एक का शहराध्यक्ष बनाना तय माना जा रहा है. चूंकि मंगेश खोंडे व्दारा मौजूदा कार्यकारिणी में शहर संगठन मंत्री के तौर पर बेहतरीन काम किया गया और उनकी शहर कार्यकारिणी सहित पार्टी की सभी शहर ईकाईयों व आघाडियों पर भी अच्छी पकड है. जिसके चलते इस बात की संभावना बढ गई है कि, पार्टी व्दारा मंगेश खोंडे को संगठन मंत्री से शहराध्यक्ष के पद पर प्रमोशन दिया जाए. ताकि उनके अनुभव एवं नेतृत्व कौशल का लाभ उठाया जा सके. इसे लेकर सूत्रों व्दारा यह तर्क भी दिया जा रहा है कि, आगामी मनपा चुनाव में पूर्व महापौर चेतन गावंडे का एक बार फिर चुनाव लडना लगभग तय माना जा रहा है. ऐसे में गावंडे के पास शहर संगठन को देने के लिए तुलात्मक रुप से समय कम रहेगा और पार्टी को मनपा चुनाव के बाद विधानसभा व लोकसभा चुनाव की भी तैयारी करनी है. जिसके चलते पार्टी शहराध्यक्ष के तौर पर पूरा समय देने वाले व्यक्ति की नियुक्ति करना चाहती है. इसी वजह से फिलहाल मंगेश खोंडे का पलडा भारी माना जा रहा हैं.
बहरहाल अप्रैल माह के पहले सपताह में पार्टी व्दारा जिलाध्यक्ष व शहराध्यक्ष पद के लिए किन दो नामों की घोषणा की जाती है. इसकी ओर भाजपाईयों के साथ-साथ अन्य सभी राजनीतिक दलों एवं शहर सहित जिलावासियों की निगाहें लगी हुई है.

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