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धीमा हो गया अंधत्व निवारण कार्यक्रम

प्रदेश की स्थिती, 2228 का मृत्यु उपरांत नेत्रदान

विश्व नेत्रदान प्रचार दिवस
अमरावती/दि.10- राज्य सरकार व्दारा अंधत्व निवारण कार्यक्रम बडा ढिंढोरा पीटा जाता है. किंतु नेत्रदान करने वालों की संख्या कम हो रही है. बीते वर्ष केवल 2228 लोगों का नेत्रदान किया गया. अमरावती दिशा आई बैंक का दावा है कि पिछले वर्ष 75 लोगों की नेत्र प्रत्यारोपण सर्जरी सफल रही. इस बीच नेत्रदान दिवस के उपलक्ष्य में जानकारी लेने पर बताया गया कि शासकीय यंत्रणा नेत्रदान को लेकर लोगों की भ्रांतियां दूर करने में विफल रही है. उसी प्रकार दुर्घटना की स्थिती में भी नेत्रदान करवाया जा सकता है, किंतु यंत्रणा उतनी तेजी से हरकत में नहीं आती.
प्रदेश में 77 नेत्रबैंक
प्रदेश में 77 नेत्रबैंक, 243 नेत्र प्रत्यारोपण केंद्र और 92 नेत्रसंकलन केंद्र है. राज्य में अधिकांश नेत्र बैंक केवल कागज पर चल रही है. 20-25 नेत्र बैंक ही नियमित रुप से नेत्रदान का नियमित काम कर रही है. 2021-22 में 6500 लोगों के नेत्रदान का उद्देश्य रखा गया था. 3172 लोगों का नेत्रदान किया जा सका. उनमें भी केवल 1947 नेत्र प्रत्यारोपण शस्त्रक्रिया हो सकी. स्पष्ट है कि सरकारी लक्ष्य से आधा भी काम नहीं हुआ.
प्रतिवर्ष 8. 5 लाख मृत्यु
प्रदेश में हर साल 8.5 लाख लोगों की मृत्यु दर्ज होती है. उसमें से केवल 2228 लोगों का नेत्रदान हो सका है. स्वास्थ विभाग की रिपोर्ट में यह आकडे दिए गए. 4456 कार्निया दान किए गए. उसमें से 2477 कार्निया का प्रत्यारोपण किया जा सका. जिससे स्पष्ट है कि प्रत्यारोपण केंद्र भी अपेक्षित काम नहीं कर पा रहे हैं.
35 हजार लोग दृष्टीबाधित
राज्य में पंजीकृत रुप से 35 हजार लोग दृष्टी बाधित है. जिसमें 2 हजार बच्चों का समावेश है. स्वास्थ विभाग व्दारा एकत्रित कार्निया की संख्या दिनों दिन कम हो रही है. पिछले कुछ वर्षो में नेत्रदान के माध्यम से नेत्र पटल एकत्र करने का काम मंदा हो गया. स्वास्थ विभाग की अनदेखी के कारण हजारों लोग नेत्र प्रत्यारोपण से वंचित है.

7 घंटे में निकाल सकते हैं कार्निया
आई बैंक असो. इंडिया के सचिव स्वप्निल गांवडे ने बताया कि मृत्यु के बाद 6 से 8 घंटे में कार्निया निकालना आवश्यक होता है. अंध विश्वास और उचित जानकारी के अभाव में पर्याप्त मात्रा में नेत्रदान नहीं हो रहा. किसी भी आयु सीमा के मृत व्यक्ति का नेत्रदान किया जा सकता है. गावंडे ने समाज के लोगों से आगे आने का आवाहन किया और किसी नेत्रहीन व्यक्ति के जीवन में उजास लाने का प्रयास करने कहा.

इसी वर्ष 29 का नेत्रदान
दिशा आई बैंक का दावा है कि इस वर्ष 2024 में अब तक 29 लोगों का नेत्रदान करवाया गया है. जिससे 58 कार्निया दिशा आई बैंक को प्राप्त हुए. 33 लोगो को यह कार्निया प्रत्यारोपित किए गए. उसी प्रकार पीछले वर्ष 42 लोगों को कार्निया दिए गए. जिससे कुल 75 व्यक्तियों के जीवन में दृष्टी का उजीयारा हुआ है.

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