अमरावती

शेकदरी गव्हाणकुंड सौरऊर्जा प्रकल्प को जाने वाला रास्ता रोका

पूर्व मंत्री डॉ.अनिल बोंडे ने लगाया गंभीर आरोप

  • 16 हजार किसान लाभान्वित होने से लटके

अमरावती प्रतिनिधि/दि.30 – जिले के वरुड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले शेकदरी गव्हाणकुंड स्थित सौरऊर्जा प्रकल्प की ओर जाने वाला रास्ता मोर्शी के विधायक देवेंद्र भुयार के पिता व भाई ने रोकने के कारण प्रकल्प का काम पूरी तरह से थम चुका है. इस कारण प्रशासन ने दोषियों पर कार्रवाई कर तत्काल यह मार्ग खुला कर प्रकल्प शुर करना चाहिए. जिससे कि 16 हजार किसानों को इसका लाभ होगा, इस तरह का निवेदन राज्य के पूर्व कृषिमंत्री डॉ.अनिल बोंडे ने जिलाधिकारी को आज सौंपा.
पूर्व मंत्री डॉ.बोंडे का कहना है कि गव्हाणकुंड सौरऊर्जा प्रकल्प का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, तत्कालीन ऊर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के हस्ते हुआ था. इस प्रकल्प का काम अब पूर्णत्व की ओर आ रहा है और इस प्रकल्प को लगने वाले सोलर पैनल भी वहां लाये गए, लेकिन 16 हजार किसानों को दिन में विद्युत आपूर्ति करने वाला प्रकल्प कुछ दुर्दैव से कुछ लोगों ने रोका है. डॉ.अनिल बोंडे का आरोप है कि विधायक देवेंद्र भुयार के पिता, भाई के साथ पडोले नामक एक व्यक्ति इस रास्ते पर अपना मालकी अधिकार जता रहा है. उनके अनुसार उनके खेत से जाने वाला यह रास्ता है और इस रास्ते का मुआवजा मिले बगैर इस सोलर पैनल को वे उस प्रकल्प तक नहीं पहुंचने देंगे. इसके लिए उन्होंने ट्रैक्टर आडे किये है.
डॉ.बोंडे के अनुसार यह प्रकल्प किसानों के हित का रहने से किसानों को दिन में विद्युत प्राप्त होने से किसानों का जीवनमान उठाने के लिए यह महत्व का है. बोंडे के अनुसार इस प्रकल्प के लिए दी गई जमीन जलसंपदा विभाग ने अधिकृत की है. इस रास्ते की नक्सा में नोंद भी है. यह रास्ता भेबंडी को जाने वाला है. जिससे जिन लोगों ने रास्ता रोका उनके खेत भी जलसंपदा विभाग ने अधिगृहित किये थे. जिससे इस रास्ते की मालकी यह जलसंपदा विभाग की थी, लेकिन पैसों के लिए अब काम रोका जा रहा है. डॉ.बोंडे ने मांग की कि तीन दिन के भीतर इसकी जांच करनी चाहिए, यह रास्ता अगर किसानों की मालकी का होता तो उन्हें तत्काल पैसे देकर उसे अधिगृहित करें अन्यथा उनका इस्तिफा दें.

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