खून के रिश्ते हुए रक्तरंजित, दो मर्डर
धानोरा शिक्रे में बडे भाई ने छोटे भाई को मार डाला
* नागपुर में शराब के लिए बेटे ने काटा मां का गला
अमरावती/नागपुर/दि.30 – इन दिनों छोटी-छोटी बातों के चलते लोगबाग अपना आपा खो देते है और आगे पीछे का विचार किए बीना हत्या जैसी जघन्य वारदात को अंजाम दे बैठते है. जिसके चलते कई बार खून के रिश्ते तार-तार होकर रक्तरंजित हो जाते है, ऐसी ही दो वारदाते गत रोज अमरावती व नागपुर जिले में घटित हुई. जिसके तहत खेत में बैल घूस जाने को लेकर हुए विवाद के चलते 72 वर्षीय बडे भाई ने अपने 60 वर्षीय छोटे भाई को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. वहीं नागपुर के यशोधरा नगर में शराब के लिए पैसे नहीं दिए जाने से चिडकर एक युवक ने अपनी मां के गले पर तेज धारदार हथियार से वार कर उसे जान से मार डाला. इन दोनों घटनाओं के चलते संबंधित क्षेत्र में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है.
मिली जानकारी के मुताबिक अमरावती जिले के नांदगांव खंडेश्वर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत बोलोरा धामक निवासी हरिभाउ महादेव करडे (72) व राजेंद्र महादेव करडे (60) नामक भाईयों की धानोरा शिक्रा खेत परिसर में खेतीबाडी है. शनिवार की दोपहर राजेंद्र करडे का एक बैल बडे भाई हरिभाउ करडे के खेत में जा घूसा. जिसे लेकर दोनों भाईयों के बीच जमकर झगडा हुआ और हरिभाउ ने अपने छोटे भाई राजेंद्र करडे की लातघूसो से पिटाई करने के साथ ही उस पर पत्थरों से हमला किया. जिसमें राजेंद्र करडे गंभीर रुप से घायल हो गए. जिन्हें तुरंत ही उनके परिजनों ने नांदगांव खंडेश्वर के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन तब तक राजेंद्र करडे की मौत हो चुकी थी. जिसके बाद राजेंद्र करडे की बेटी द्बारा दी गई शिकायत के आधार पर नांदगांव खंडेश्वर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करते हुए हरिभाउ करडे को अपनी हिरासत में लिया.
उधर दूसरी ओर नागपुर के यशोधरा नगर परिसर में रहने वाले गोविंद संतराम काटेकर (48) ने रविवार की सुबह 10 बजे अपनी मां विमलाबाई संतराम काटेकर (66) से शराब पीने के लिए पैसे मांगे. शराब पीने के व्यसनी गोविंद के पास कोई कामकाज नहीं था और वह हमेशा ही अपनी मां से शराब पीने के लिए पैसे मांगा करता था. जिससे उसकी मां भी परेशान हो गई. ऐसे में गत रोज गोविंद की मां ने घर के आर्थिक हालात का हवाला देते हुए गोविंद को पैसे देने से मना कर दिया. जिससे चिडकर गोविंद ने घर में रखा हंसिया उठाकर उससे अपनी मां का गला चीर दिया. जिसके चलते विमलाबाई काटेकर की मौके पर ही मौत हो गई. अपनी मां को मौत के घाट उतारने के बाद गोविंद अपने घर से निकला और पूरा दिन शराब के नशे में धूत होकर इधर-उधर घूमता रहा. पश्चात शाम के समय नशा उतरने पर उसे अपने द्बारा किए गए कृत्य का एहसास हुआ. जिसके बाद वह खुद ही यशोधरा नगर पुलिस थाने पहुंचा. जहां पर उसने ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारी को पूरी बात बताई. ऐसे में पुलिस ने गोविंद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया.