सरकारी लैब में रक्त जांच की सुविधा, हजारों मरीजों की हुई नि:शुल्क जांच
फिरभी निजी लैब को क्यों दी जाती है अधिक रकम?
अमरावती / दि.८-ब्लड टेस्ट करने के लिए निजी प्रयोगशाला में अधिक पैसे देना पड़ता है. केवल मध्ाुमेह की जांच करना हो तो १००-१५० रुपए देने पडते है. इसी पृष्ठभूमि पर सरकारी अस्पतालों में रक्त की सभी जांच नि:शुल्क होती है, यह राहत दिलाने वाली बात है. राज्य सरकार की महालैब प्रयोगशाला जिले में रक्त की विविध जांच करती है. इसके अलावा सभी स्वास्थ्य केंद्र में और जिला परिषद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी रक्त की प्राथमिक टेस्ट की जाती है. कभी-कभी मुंबई में भी भेजी जाती है. अचूक निदान कर रिपोर्ट दी जाती है. सरकार के इस उपक्रम का बडे़ पैमाने पर ग्रामीण और शहरी मरीजों को लाभ होने के लिए यह उपक्रम है.
* जिला अस्पताल में सुविधा
जिला अस्पताल में रक्त की अनेक जांच होती है. पीलिया, मध्ाुमेह, हिमोग्लोबिन, रक्तकणिका प्रमाण, किडनी विकार आदि २०० से अधिक टेस्ट का समावेश है.
* चार सरकारी लैब
जिले में अमरावती, अचलपुर, वरूड और धारणी में प्रयोगशाला कार्यरत है. प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित महालैब प्रयोगशाला है. वहां नि:शुल्क जांच की जाती है.
* ५६ हजार से अधिक मरीजों की जांच
जिला अस्पताल में महालैब अंतर्गत साल में १७ लाख से अधिक मरीजों की रक्त जांच नि:शुल्क की गई है. कुछ लोगों की रिपोर्ट तुरंत तो कुछ लोगों की रिपोर्ट दूसरे दिन उपलब्ध होती है. सरकार का यह उपक्रम स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरु है. दो महिने में ५६ हजार ४८९ नागरिकों की रक्त जांच हुई है.
पीलिया
रक्त की जांच में पीलिया के विविध प्रकार की पुष्टि होती है. पीलिया बढने से पहले ही उपचार संभव होता है. रक्त की जांच करने से पीलिया का संक्रमण प्राधान्य से स्पष्ट होता है.
मध्ाुमेह
रक्त में शक्कर का असंतुलन जांचने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है. कम होने वाली तथा बढ़ी हुई शुगर का ब्लड टेस्ट से स्पष्ट होता है.
अॅनिमिया
रक्त में हिमोग्लोबिन का प्रमाण जांचने के लिए जांच की जाती है. विशेषत: महिलाओं में कमजोरी का कारण खोजने के लिए रक्त में हिमोग्लोबिन की मात्रा जांची जाती है.