बीएमसी की तो पीएम केयर फंड की भी जांच हों
उद्धव ठाकरे की मांग, सांस्कृतिक भवन में खचाखच ‘कार्यकर्ता संवाद’ सभा
* जोशों-खरोश से शिवसेना लबालब, कई बार तालियां, नारेबाजी, जयघोष
अमरावती/दि.10 – शिवसेना उबाठा पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि, वे घर में बैठे किंतु किसी का घर नहीं फोडा. जबकि भाजपा के लोग आज घर फोड रहे हैं, परिवारों के बीच दीवार बना रहे हैं, खटास पैदा कर रहे हैं, इन्होंने हिंदुत्व की नीतिमत्ता दरकिनार कर जिन्होंने 25-30 वर्षों तक इन्हें महाराष्ट्र मेें साथ दिया, ऐसे शिवसेना पक्ष को खत्म करने पर भाजपा तुली है. भाजपा को आगामी प्रत्येक चुनाव लोकसभा हो, या विधानसभा सभी में सबक सिखाना है. मैं आत्मविश्वास से लबालब हूं. क्योंकि आप सब लोगों की ताकत मेरे साथ है. भाजपा मस्ती से लबालब है. उसकी मस्ती उतारना है. उद्धव ठाकरे आज दोपहर यहां सांस्कृतिक भवन में अमरावती और अकोला जिले के अपने पार्टी पदाधिकारियों से संवाद कर रहे थे. प्रदेश में राजनीतिक उठापटक, सत्तांतर पश्चात ठाकरे का पहला दौरा होने से उबाठा शिवसेना में जोरदार उत्साह नजर आया.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, जिन हसन मुश्रीफ की पत्नी कह रही थी कि, जांच से वे तंग आ गई है. गोली मार दे, वहीं मुश्रीफ आज भाजपा के साथ सत्ता में सहभागी हो गए हैं.
मंच पर सांसद अरविंद सावंत, विनायक राउत, उद्धव के करीबी मिलिंद नार्वेकर, विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, विधायक नितिन देशमुख, अनंत गुढे, शिवसेना जिला प्रमुख, सुनील खराटे, दिनेश बूब, ज्ञानेश्वर धानेपाटिल, श्याम देशमुख, प्रवीण हरमकर, पराग गुडधे, प्रीति बंड, बालासाहब हिंगणीकर, नाना नागमोते, वर्षा भोयर और सभी पदाधिकारी उपस्थित थे. महिलाओं की संख्या न केवल उल्लेखनीय और जोशपूर्ण रही. अपितु तीनों संबोधनों ठाकरे, सावंत और दानवे के संबोधनों दौरान महिलाओं ने जमकर नारे भी लगाकर सदन को सतत गुंजायमान रखा.
* हजार करोड का घपलेवाला चाहिए
उद्धव बडी संयत भाषा में भाजपा पर उखडे. उन्होंने कहा कि, भाजपा को छोटे-मोटे घपलेवाला नहीं चाहिए. हजार करोड या उससे अधिक के घोटालेबाज भाजपा में शामिल हो रहे हैं और इस पार्टी के पास उपलब्ध विशेष गौमूत्र से पवित्र भी हो रहे हैं.
* बीएमसी की जांच, पीएम केयर की भी हों
उद्धव ठाकरे ने भाषा का लहजा बहुत अच्छा रखा. उन्होंने कोरोना महामारी दौरान घपले होने के कारण मुंबई मनपा की जांच की भाजपा नेताओं की मांग का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि, केवल मुंबई मनपा क्यों, पीएम केयर फंड की भी पूरी जांच होनी चाहिए. हमने कुछ गलत नहीं किया, तो डरेंगे नहीं. ठाकरे ने कहा कि, मुझ पर घर में बैठने का आरोप किया जाता है. क्या प्रधानमंत्री बाहर निकले थे? यूपी के योगी आदित्यनाथ निकले थे? उबाठा सेना प्रमुख ने कहा कि, महाराष्ट्र में कोविड दौरान सबसे अच्छा कामकाज हुआ. भाजपावालों ने तो गंगा में शव बहाकर पवित्र नदी को ही अपवित्र और गंदा करने का धतकरम किया था. जबकि हमारे राज्य में प्रत्येक मृतक का अच्छे से अंतिम संस्कार हुआ.
* अमरावती नहीं पूरा महाराष्ट्र अभेद्य दुर्ग
उबाठा सेना के सर्वोच्च नेता ठाकरे ने कहा कि, अमरावती ही नहीं संपूर्ण महाराष्ट्र शिवसेना का बाले किला (अभेद्य दुर्ग) है. यह बात आने वाले चुनाव में सिद्ध हो जाएगी. भाजपा आज बहुत मस्ती में है. जबकि उसके सबसे बडे नेता को उस समय बालासाहब ठाकरे ने बचाया था, जब अटलजी ने भी उस नेता को दूर कर दिया था. ठाकरे ने नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर यह बात कहीं. उनका इशारा 2002 के गुजरात दंगों के बाद मोदी के बचाव के विषय में रहा. ठाकरे ने कहा कि, बालासाहब उस समय साथ नहीं देते, तो मोदी आज कहां होते, इसकी कल्पना ही की जा सकती है.
* टपरी पे करें चर्चा
उद्धव ठाकरे ने केंद्र की मोदी सरकार की योजनाओं का गांव-गांव में लाभ पहुंचा या नहीं, इस बात की प्रत्येक नुक्कड पर, चाय टपरी पर, ठेले पर, रिक्शा स्टैंड पर सभी जगह इन योजनाओं का लाभ मिला, या नहीं इसकी चर्चा छेड देने का आवाहन ठाकरे ने किया.
* हृदय में राम, हाथ को काम
ठाकरे ने कहा कि, भाजपा का हिंदुत्व मुंह में राम बगल में छुरी जैसा है. जबकि हमारा शिवसेना का हिंदुत्व हृदय में राम, हाथ को काम वाला है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि, शिवसेना मर्दो की पार्टी है, जो कहना है सामने कहती है. खरे-खोटे की अब पहचान हो गई है. उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे का नाम लिए बगैर कहा कि, जिन लोगों के कारण शिंदे छोडकर गए थे, वहीं लोग सत्ता में अब शिंदे के साथ कंधे से कंधा लगाकर बल्कि पूरा शरीर लगाकर काम कर रहे हैं. मंत्रिमंडल में घुस आए हैं. अब उन्हें भुजबल में कोई खोट नजर नहीं आती. जबकि पहले इन्हीं के नाम पर शिवसेना छोडी थी.
* तरस आता है भाजपा कार्यकर्ता पर
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, आज उन्हें सबसे अधिक चिंता भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता की है. जो सतरंजी के नीचे दब गया है. जबकि बाहर से आए लोग सत्ता सुख भोग रहे हैं. उनके भाजपा के ही कार्यक्रमों में बडे-बडे आदर सत्कार हो रहे हैं. भाजपा और संघ के उन सभी कार्यकर्ताओं के प्रति मैं आदर रखता हूं, जिन्होंने खून-पसीना एक कर पार्टी को आगे बढाया, सत्ता तक पहुंचाया मगर सत्ता आते ही पार्टी ने उन्हें ही दूर कर दिया. ऐसे लोगों पर तो विकास का कुछ छिडकाव होना चाहिए. इस पर उन्होंने यह भी कहा कि, सभी घोटालेबाज भाजपा में शामिल होकर स्वच्छ हो रहे हैं. उद्धव ने कहा कि, पार्टी बडी होनी चाहिए, बढाना चाहिए. किंतु कर्तुत्व की कीमत पर नहीं.
* वोटर मेरे देव, उनसे भीख लेने में क्या गलत
उद्धव ठाकरे ने जिले के बोगस नेताओं के बयान का भी अपने अंदाज में जवाब दिया कि, वे मतदाता को राजा मानते हैं, देव मानते हैं, उनसे मत की भीख मांगने में कुछ गलत नहीं लगता. ठाकरे ने राणा पर ताना मारा कि, बोगस प्रमाणपत्र की बजाय ऐसे सच्चे वोटर की साथ वे कभी भी पसंद करेंगे.
* जगदंबा मेेरे साथ
ठाकरे ने कहा कि, पूरे प्रदेश में दौरा आरंभ किया है. अमरावती मां का गांव रहा है. यहां ननिहाल रहा है. इसलिए यहां पदाधिकारी से हॉल में बैठकर चर्चा करने आया था. मगर आप लोग बडी संख्या में आए हैं. निष्ठावान है. आपकी निष्ठा से मुझे बडा बल मिला है. मुझे लग रहा है कि, मां जगदंबा मेरे साथ हैं.
* राइट टू रिकॉल चाहिए
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, किसके कंधे पर किसका बोझ, ऐसी परिस्थिति वर्तमान सरकार की है. मतदान करने के बाद लिडर बदल जा रहे हैं. इसलिए वे शिवसेना प्रमुख की राइट टू रिकॉल योजना के हिमायती है. जिसमें विचारधारा, पक्ष बदलने पर चुने गए व्यक्ति को दोबारा बुला लेने का अधिकार होना चाहिए. देश में इस कानून पर विचार होने की बात ठाकरे ने कहीं.
* झलकियां
– छत्रपति शिवाजी महाराज, बालासाहब ठाकरे, बाबासाहब आंबेडकर और महापुरुषों का पूजन, माल्यार्पण किया गया.
– संवाद कार्यकर्ता सम्मेलन का संचालन संपर्क प्रमुख सुधीर सूर्यवंशी ने किया.
– मंच पर बढती कार्यकर्ताओं की भीड को देखते हुए विपक्ष के नेता अंबादास दानवे नीचे दर्शकों में सामने की पंक्ति में जा बैठे थे. वहां निवेदनों की बौछार होेने और सूर्यवंशी द्बारा पुकार लगाने पर वे पुन: ंमंचासीन हुए.
– उद्धव ठाकरे का सुनील खराटे, प्रवीण हरमकर और अन्य पदाधिकारियों ने विशाल पुष्पमाला से स्वागत किया. उसके तुरंत बाद प्रकाश मंजलवार ने पुष्पमाला ठाकरे को पहनाई. उन्हें यह अवसर मिल गया.