शौचालय घोटाला मामले के दोनों आरोपी पकडे गये
अमरावती कोर्ट परिसर से हुई गिरफ्तारी गुप्त सूचना मिलते ही पुलिस ने की कार्रवाई
प्रतिनिधि/दि.२७
अमरावती-विगत माह उजागर हुए शौचालय घोटाला मामले में मनपा की शिकायत पर नामजद किये गये दो आरोपियों संदीप राईकवार व अनूप सारवान को स्थानीय सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने जिला व सत्र न्यायालय परिसर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. बता दें कि, स्थानीय अदालत द्वारा इन दोनों आरोपियों की जमानत इससे पहले खारिज की जा चुकी है. ऐसे में वे हाईकोर्ट से जमानत प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे और इस हेतु कुछ दस्तावेज हासिल करने अमरावती की जिला व सत्र न्यायालय में आये थे. जहां पर इस बात की गुप्त सूचना रहने के चलते पहले से तैयार बैठी पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को धर दबोचा.
बता दें कि, विगत माह अमरावती मनपा में शौचालय निर्माण से संबंधित घोटाला उस समय उजागर हुआ, जब निगमायुक्त प्रशांत रोडे के समक्ष शौचालयों के निर्माण संबंधित ७५ लाख रूपयों के फर्जी बिलों की फाईल पेश की गई और यह फर्जीवाडा खुद निगमायुक्त प्रशांत रोडे की सतर्कता के चलते उजागर हुआ था. इसके बाद निगमायुक्त प्रशांत रोडे ने मनपा उपायुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन करते हुए मामले की जांच करवायी और इसे लेकर सिटी कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी. जिसके बाद सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने मनपा के लेखा विभाग के कनिष्ठ लिपीक अनुप सारवान व बडनेरा झोन कार्यालय के डेटा एंट्री ऑपरेटर संदीप राईकवार के खिलाफ अपराध दर्ज किया. पश्चात दोनों आरोपियों ने स्थानीय अदालत में गिरफ्तारी पूर्व अग्रीम जमानत प्राप्त करने आवेदन किया. जिसे तीसरी-चौथी सुनवाई में स्थानीय अदालत ने खारिज कर दिया था. जमानत अर्जी खारिज होते ही दोनों आरोपी फरार हो गये थे और नागपुर हाईकोर्ट से जमानत प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे. उन्हें दूसरी ओर सिटी कोतवाली पुलिस सहित आर्थिक अपराध शाखा पुलिस द्वारा इन दोनों आरोपियों की सरगर्मी से तलाश जारी थी. इसी बीच पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नागपुर हाईकोर्ट में जमानत आवेदन करने हेतु आवश्यक कुछ दस्तावेज प्राप्त करने के लिए संदीप राईकवार व अनुप सारवान सोमवार को दोपहर तक अमरावती अदालत में आ सकते है. जिसके चलते पुलिस ने वहां पहले से अपना जाल बिछा रखा था और जैसे ही संदीप राईकवार व अनुप सारवान पुलिस की नजरों से बचने-बचाने का प्रयास करते हुए अदालत परिसर में पहुंचे, तो पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को तुरंत ही धरदबोचा.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस पिछले लंबे समय से हाथ-पैर मार रही थी और इन दोनों आरोपियों के फरार रहने की वजह से इस शौचालय घोटाला मामले की जांच भी आगे नहीं बढ पा रही थी. ऐसे में अब इन दोनों आरोपियों के पकडे जाते ही उम्मीद जतायी जा रही है कि, अब बहुत जल्द इस मामले से जुडे तमाम सच सामने आयेंगे और पूरे मामले का जल्द से जल्द पर्दाफाश होगा.