* मर्दानी खेलों का शिविर उत्साह से
* विदर्भ मल्लखांब असो. आयोजन
अमरावती/दि.3– परंपरा और संस्कृति का जतन करना आवश्यक है. शस्त्र और शास्त्र दोनों ही महत्वपूर्ण रहने का प्रतिपादन जगतगुरू रामानंदाचार्य श्री स्वामी राज राजेश्वराचार्य माउली सरकार ने किया. वे दस्तुर नगर रोड के देशपांडे ले आऊट में शंभु शौर्य मर्दानी अखाडा व्दारा आयोजित मर्दानी खेल व स्व- संरक्षण शिविर के समापन अवसर पर बोल रहे थे. कार्यक्रम में जयगिरि महाराज, संघ चालक उल्हास बपोरिकर, सांसद डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता, विदर्भ मल्लखांब असो. के अध्यक्ष सुनील पांडे प्रमुखता से उपस्थित थे.
85 शिविरार्थियों ने विविध प्रात्याक्षिक प्रस्तुत किए. शिविरार्थियों को भाला, तलवार, बनेटी, जलती बनेटी, दंड क्रमिका, नियुध्द, दंडयुध्द, दांड पट्टा का प्रशिक्षण दिया गया. 15 दिनों का यह प्रशिक्षण रहा. सांसद डॉ. बोंडे ने भी ऐसे शिविर को समय की आवश्यकता बतलाया. जयगिरि महाराज और जगदीश गुप्ता ने ऐसे शिविरों हेतु सदैव तत्पर रहने की बात कहते हुए उपक्रम की सराहना की. संचालन अनुराधा पांडे ने किया. आभार प्रदर्शन सुनील पांडे ने किया. शस्त्र प्रात्यक्षिकों की जानकारी अंकुश उमक ने दी. कार्यक्रम को सफल बनाने ज जयेश वाढाई, महेश्वर रहाटगांवकर, अथर्व पहाडे, रक्षित खानिवाले, अथर्व योगेश डबली, आशिष मुले, अंजलि चाफेकर, भरत धनोडकर, श्रीकांत सावले, अथर्व देशमुख, सुजाता पांडे, प्रतीक पाथरे, लाभेश कुंभलकर, रोहित नवले, कविता पांडे, स्नेहल भलवे, जान्हवी पानट, पराग छांगानी, इंद्राणी बपोरिकर, गार्गी पांडे, स्वराज ठाकरे ने प्रयास किया. इस समय संध्या टिकले, सुरेन्द्र पोपली, विजय देवले, निलेश टवलारे, नंदकिशोर तापी, अविनाश पहुरकर व अन्य नागरिक उपस्थित थे.