* सरकारी खरीद कुछ ही दिनों में रुकी
अमरावती/दि. 8– सोयाबीन की रेट में बडी गिरावट होने से किसान चिंतित हैं. 4 लाख क्विंटल माल पडा है. शासकीय खरीदी केवल चार दिनों में ही रुक जाने से स्थिति विकट होने का दावा मंडी सूत्र कर रहे हैं. जिले में तीन केंद्रों पर 3349 क्विंटल सोयाबीन की खरीदी शासन व्दारा की गई. अभी रेट 4300 रुपए प्रति क्विंटल बताए जा रहे हैं. जिसमें लागत वसूल नहीं हो रही है. अभी माल की साज संभाल भी मुश्किल से हो पा रही है. अमरावती की अर्थव्यवस्था कुछ प्रमाण में सोयाबीन पर आधारित कही जा सकती है.
* पंजीकृत का लेंगे माल
प्रभारी जिला मार्केटिंग अधिकारी राजेश तराल ने बताया कि पंजीकृत 775 किसानों का माल अवश्य खरीदा जाएगा. अब तक 238 किसानों से उपर उल्लेखित संख्या में सोयाबीन खरीदा गया है. फिलहाल पंजीयन और खरीदी रुकी है. किंतु सभी किसानों का माल अवश्य लिया जाएगा. वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया है. जल्द आदेश आते ही काम पुन: शुरु होगा.
* काफी माल पडा
जिले में सोयाबीन का रकबा अधिक रहता है. गत 3-4 वर्षो से यहां की मंडी में 12 से 15 लाख क्विंटल माल की आवक होती है. इस बार सोयाबीन के अपेक्षित दाम किसानों को नहीं मिल पाए, जिसके बावजूद 8.94 लाख क्विंटल सोयाबीन खरीदा गया. अभी भी 4 लाख क्विंटल सोयाबीन माल पडा रहने की जानकारी सूत्रों ने दी. यह भी बताया गया कि किसानों में उचित दाम नहीं मिलने से निराशा रही. उनका कहना रहा कि पहले बारिश के लहरीपन से उत्पादन पर फर्क पडा. फिर दाम ने उनकी कमर तोड दी.
* केवल तीन स्थानों पर केंद्र
जिले में हजारों हेक्टेयर में और सभी तरफ सोयाबीन का रकबा रहने के बावजूद गारंटी मूल्य पर खरीदी केंद्र सिर्फ तीन तहसीलों तिवसा, दर्यापुर एवं नांदगांव खंडेश्वर में खोले गए. अन्य स्थानों के किसानों को उसका लाभ नहीं मिला. तिवसा में पांच दिन और दोनों अन्य स्थानों के केंद्र चार-चार दिन ही खुले रहे.