अमरावती

उत्तरपत्रिका जांच पर शिक्षकों का बहिष्कार

शासन की नकरात्मक भूमिका के कारण तीव्र असंतोष

अमरावती/ दि. 23- 12 वीं की उत्तरपत्रिका मूल्यांकन पर बहिष्कार डालने का निर्णय शिक्षकों ने लिया है. राज्य के शिक्षक और शिक्षकों की मांग दीर्घकाल तक प्रलंबित रखकर उस पर कोई भी निर्णय न लेकर बार-बार शासन को निवेदन देकर भी उस ओर अनदेखा करना. इस कारण से राज्य के शिक्षको में असंतोष निर्माण हुआ है. कारण कक्षा 12 वीं की परीक्षा में उत्तरपत्रिका मूल्यमापन पर विज्युक्टा व महासंघ ने बहिष्कार डालने का निर्णय लेने का विज्युक्टा के अध्यक्ष डॉ. अविनाश बोर्डे ने बताया.
इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि मांग की पूर्तता के लिए 5 सितंबर शिक्षक दिन से अलग-अलग चरण पर तहसील व जिलास्तर पर विविध आंदोलन किए गए. उसी प्रकार 22 दिसंबर को नागपुर विधि मंडल पर संगठन की ओर से किए गए आंदोलन दौरान सभा लेने का शासन की ओर से मान्य किया गया. किंतु अभी तक भी उसकी दखल नहीं ली गई. मांग की ओर अनदेखा किए जाने से नाइलाजास्तव पुणे में अंग्रेजी विषय के प्रमुख मॉडरेटर्स की बैठक खत्म कर लगाई गई. इसके बाद आंदोलन तीव्र करने की भूमिका संगठन ने व्यक्त की. राज्य शिक्षा मंडल की सचिव अनुराधा ओक ने अंग्रेजी विषय के राज्य के 9 विभाग के मुख्य नियामको ने बहिष्कार आंदोलन में सहभाग लेने के संबंध में निवेदन पुणे में स्वीकारने का भी डॉ. अविनाश बोंर्डेे ने बताया.

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