महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का लंबित मांगोें को लेकर 2 से कामकाज पर बहिष्कार
मांगे पूर्ण न होने पर 20 फरवरी से बेमियादी कामबंद आंदोलन
अमरावती/दि.23- राज्य के अकृषि विद्यापीठ व संलग्नित महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की विभिन्न मांगोें को लेकर आगामी 2 फरवरी से परीक्षा के कामकाज पर बहिष्कार और 20 फरवरी से बेमियादी कामबंद आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है. यह जानकारी पत्रकार परिषद में संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय देशमुख ने आज पत्रकार परिषद में दी.
संगठन के अध्यक्ष अजय देशमुख, मागासवर्गीय कर्मचारी संगठना के अध्यक्ष डॉ. नितिन कोली, ऑफीसर फोरम के शशिकांत रोडे, डॉ. विलास नांदूकर, श्रीकांत तायडे, श्रीकांत देशमुख, प्रफुल्ल घवले, नरेंद्र घाटोल, आर.जे. बढे आदि ने पत्रकार परिषद में बताया कि, उनकी पिछले 4 वर्ष से शासन स्तर पर विद्यापीठ व महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की 18 दिसंबर 2018 को रद्द की गई सुधारित सेवा अंतर्गत आश्वासित प्रगति योजना का शासन निर्णय पुनर्जीवित करने, 1 जनवरी 2016 से प्रत्यक्ष सातवा वेतन आयोग जो लागू किया गया उस कालावधि के अंतर का बकाया थकबाकी विद्यापीठ व महाविद्यालयीन कर्मचारियों को मंजूरी देने तथा शेष 1410 विद्यापीठ के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को सातवा वेतन आयोग लागू करने, 10, 20, 30 लाभ की योजना विद्यापीठ व महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को लागू करने, विद्यापीठ व महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने की मंजूरी देने, वर्ष 2005 के बाद सेवा में कार्यरत हुए कर्मियो को पुरानी पेंशन योजना लागू करने सहित विविध मांगों को लेकर यह आंदोलन शुरु किया जाने वाला है. पत्रकार परिषद में बताया गया कि 2 फरवरी से होने वाली विद्यापीठ व महाविद्यालयीन स्तर की सभी परीक्षा के कामकाज पर बहिष्कार के अलावा 14 फरवरी को दोपहर 2 से 2.30 बजे तक प्रदर्शन, 15 फरवरी को फीत लगाकर कार्यालयीन कामकाज, 16 फरवरी को एक दिवसीय सांकेतिक हडताल और 20 फरवरी से सभी अकृषि विद्यापीठ व सलंग्नित महाविद्यालय का बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरु किया जाएगा.