अमरावतीमुख्य समाचार

जाति तोडों, हिन्दू बनो, जमकर करो मतदान

काली पुत्र कालीचरण महाराज का आवाहन

* नांदगांव पेठ में भव्य सभा, उमडे हजारों
* जबर्दस्त शौर्य यात्रा ने भी बनाया माहौल
नांदगांव पेठ/ दि. 26- काली पुत्र कहलाने में बडा मान रखते कालीचरण महाराज ने हिन्दुओं से जात-पात का चक्कर छोडकर, हिन्दू बनकर राजनीतिक सत्ता कायम रखने के लिए जोरदार मतदान करने की अपील गत रात यहां पंचायत प्रांगण में आयोजित भव्य जनसभा में की. उन्होंने सांसदों को राजा का विशेषण किया और कहा कि राजा हिन्दू रहेगा तो देश में भी हिन्दू रहेगा. महाराज ने कहा कि हिन्दुओं का मतदान केवल 60 प्रतिशत होता है. जिससे अगले 10 वर्षो में देश में ें ‘उनकी ’ सत्ता आने की आशंका हैं. इसलिए धर्म को सर्वाधिक महत्व देने और धर्म के विरूध्द करने पर हजारों वर्ष का नरक भोगने की तैयारी रखने की चेतावनी भी दी.
मंच पर राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल बोंडे, बजरंग दल के प्रांत सुरक्षा प्रमुख संतोष सिंह उर्फ बाबू भैया गहरवार, एड. प्रशांत देशपांडे, भाजपा कार्याध्यक्ष राजेश वानखडे, कौशिक अग्रवाल, बंटी पारवानी, विहिप जिलाध्यक्ष अनिल साहू, दिनेश सिंह, एड. राजेन्द्र पांडे आदि अनेक की उपस्थिति रही. कालीचरण महाराज दो दिनाेंं से अंबानगरी में हैं. उन्होंने करीब दो घंटे का जोरदार संबोधन किया. उनका संबोधन के मध्य बार- बार ओम काली और महादेव का जयकारा लगाने का अंदाज सभा मंडप में उपस्थित हजारों स्त्री-पुरूष को बडा पसंद आया. सभा में युवतियां भी बडी संख्या में उपस्थित थी.
हिन्दुओं से हर चुनाव में हिन्दू हित की बात करनेवाले नेता के पक्ष में ही वोट डालने की अपील बारम्बार ललाट पर सुर्ख लाल तिलक लगाए और लाल रंग के ही वस्त्र धारण किए, गठे हुए शरीर के कालीचरण महाराज ने की. उन्होंने कहा कि ऐसा न करने पर 10 वर्षो में ही हालात ऐसे हो जाएंगे कि समाज पुरूष प्रधान हो जाएगा और महिलाओं को दोयम समझा जायेगा. उन्होंने खुलकर कहा कि दुनिया में एक ही धर्म है सनातन हिंदू धर्म. सनातन का अर्थ था, है और रहेगा, ऐसा बतलाया. कालीचरण महाराज की देहबोली बडी जोशपूर्ण और उपस्थितों में भी उत्साह का संचार कर गई. बाबू सिंह गहरवार तो कालीचरण महाराज के शिव महिम्न स्त्रोत के भव्य गान पर त्रिशूल लेकर थिरक उठे थे. ऐसे ही पूरा सभागार बार- बार कालीमहाराज के प्रश्नों का जोरदार ढंग से जवाब भी दे रहा था. महाराज का उपस्थितों से संवाद का अंदाज भी सभी को बडा प्रभावित, रोमांचित कर गया.
* गहरवार और पारवानी ने भरा जोश
करीब दो घंटे के महाराज के संबोधन से पहले बाबू सिंह गहरवार और बंटी पारवानी ने उपस्थितों में जोश भरा. इस अंदाज में आवाज का उतार चढाव कर संबोधन किया. पारवानी ने जहां पहली कार सेवा दौरान बलिदान देनेवाले कोठारी बंधुओं का स्मरण कर उस वक्त की अयोध्या के हालात का शब्द चित्र प्रस्तुत किया तो गहरवार ने अमरावती और विशेषकर नांदगांव पेठ में बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर हुए झूठे केसेस और मामलों का जिक्र कर अब घबराने की जरूरत नहीं. ऐसा कहा. इसका भी उपस्थितों से जबर्दस्त प्रतिसाद मिला.
* त्रिशूल भेंट और भव्य पंचारती
बजरंग दल विदर्भ प्रांत की ओर से कालीचरण महाराज को पीतल का भव्य त्रिशूल देकर अभिनंदन किया गया. इस समय महाराज ने राम दरबार तथा छत्रपति शिवाजी महाराज और त्रिपुरारी की भव्य पंचारती की. जिसका अपने मोबाइल में वीडियों लेने की होड मची थी.

* तांडव स्त्रोत से सभी मंत्रमुग्ध
कालीचरण महाराज ने शिव तांडव स्त्रोत और महिम्न स्त्रोत अपनी शैली में संगीत वाद्यों के साथ से प्रस्तुत कर वहां उपस्थित प्रत्येक को दत्तचित्त कर दिया था. उन्होंने ठेठ वर्‍हाडी बोली भाषा में संबोधन किया. जिससे वे उपस्थित हजारों स्त्री- पुरूषों की भीड से सहज संवाद कर पाए. नांदगांव पेठ वासियों के लिए रविवार 25 दिसंबर की रात की यह सभा चिर स्मरणीय हो गई. बडी संख्या में पुलिस बल और कमांडों की मुस्तैदी रही.

* पुलिस की प्रशंसा
कालीचरण महाराज ने अपने दीर्घ उद्बोधन में पुलिस, सेना, अर्धसैनिक बल और सुरक्षा बल की बार-बार सराहना की. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन पर शासन का दबाव प्रभाव रहता है. पुलिस सदैव हमारी मदद में तैयार रहती है. अनेक वाकए ऐसे हुए हैं. साथ ही महाराज ने आगाह किया कि हमेशा ऐसी स्थिति नहीं रहनेवाली. इसलिए हमें भी मजबूत होना पडेगा. उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा में शस्त्र उठाना पडता है, ऐसी शिक्षा गीता में स्वयं भगवान कृष्ण ने दी है. महाराज ने कहा कि हमारे सभी देवी देवता शस्त्र लिए हुए हैं. शिवाजी महाराज ने भी शस्त्र के बलबूते हिन्दवी स्वराज की स्थापना की थी.

* घर-घर में दिवाली का दृश्य
नांदगांव पेठ में सभा से ठीक पहले बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी ने भव्य शौर्य यात्रा निकाली. जिसमें खुली जीप पर भारत माता के रूप में युवती विराजमान रही. यात्रा का पुष्प बरसाकर स्वागत किया गया. उसी प्रकार गली-गली, घर-घर में दिवाली समान दीपों की रोशनी की गई थी. युवावर्ग ने जोश में जबर्दस्त नारे लगाए. भारत माता की जय और जयश्री राम के उद्घोष से वातावरण गुंजायमान हो गया था. कालीचरण महाराज की प्रसिध्दी के कारण उन्हें सुनने के लिए अमरावती से भी सैकडों युवा पहुंचे थे. उनमें सर्वश्री निरंजन दुबे, प्रणित सोनी, भूषण हरकूट, निशाध जोध, आशीष सुंठवाल, राजू उर्फ उमाशंकर रायकवार, योगेश गुप्ता, अमित गोयल, बायड, सुधीर बोपुलकर, रोहित गोयल शामिल है.

Related Articles

Back to top button