खतरनाक हो सकता है काले तेल में तला नाश्ता
अमरावती/दि.3- इन दिनों शहर में लगभग सभी स्थानों पर खाद्यपदार्थों की हाथगाडिया लगी रहती है. जहां पर कचोरी, समोसा, पालकवडा, गिलावडा व आलूबोेंडा जैसे विविध खाद्यपदार्थ बिक्री हेतु उपलब्ध कराये जाते है और शहरवासी भी बडे चाव से इन गाडियों पर जाकर नाश्ता करते है, लेकिन अधिकांश नाश्ते की गाडियों पर खाद्यपदार्थ को तलने हेतु एक ही तेल का बार-बार प्रयोग किया जाता है. जिसकी वजह से तेल जलकर पूरी तरह से काला हो जाता है और ऐसे काले तेल में तलकर तैयार किये गये खाद्यपदार्थों का सेवन करने पर कर्करोग, हृदयविकार व पचन संबंधी बीमारिया होने का खतरा हो सकता है.
* तेल में कितना हो टीपीसी?
किसी भी तेल में 15 फीसद से अधिक टोटल कोलर कपाउंड (टीपीसी) नहीं होना चाहिए और 25 फीसद से अधिक टीपीसी रहने पर उस तेल का दुबारा प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए.
* एक ही तेल में कितनी बार हो प्रयोग
किसी भी तरह के खाद्य पदार्थ को तलने हेतु लिये गये खाद्य तेल को अधिक से अधिक दो बार प्रयोग में लाकर खत्म किया जाना चाहिए. यदि एक ही तेल को बार-बार तलने के कार्यों हेतु प्रयोग में लाया जाता है, तो उसमें कोलर कंपाउंड व ट्रान्सफैट का प्रमाण बढ जाता है. जिसका स्वास्थ्य पर विपरित असर हो सकता है.
* काले तेल में तले पदार्थ होते है हानिकारक
किसी भी खाद्यपदार्थ को तलने हेतु यदि एक ही खाद्य तेल का बार-बार प्रयोग किया जाता है, तो इससे कर्करोग, हृदयरोग व पचन संबंधी बीमारियां होने का खतरा हो सकता है. ऐसे में खाद्य पदार्थ तलते समय अन्नकणों के काला होने के पहले ही उन्हें बाहर निकाला जाना चाहिए. साथ ही एक ही तेल का अधिक से अधिक दो बार प्रयोग ही तलने के कार्य हेतु प्रयोग किया जाना चाहिए और इसके बाद नये तेल का प्रयोग करना चाहिए.
* काले तेल का प्रयोग करने पर हो सकता है दंड
एक ही खाद्य तेल का बार-बार प्रयोग होता पाये जाने पर अन्न सुरक्षा अधिनियम 2006 तथा नियम व नियमन 2011 के तहत कडी कानूनी व दंडात्मक कार्रवाई संबंधितों के खिलाफ की जा सकती है.
* एक साल में जांचे गये 19 सैम्पल
अमरावती जिले में अन्न व औषधी प्रशासन द्वारा नियमित तौर पर तेलों की टीपीसी को जांचा जाता है. जिसके तहत सभी होटल व रेस्टॉरेंट पर नजर रखी जाती है. विगत एक वर्ष के दौरान समूचे जिले में 19 सैम्पलों की जांच की गई. ऐसी जानकारी अन्न व औषधी प्रशासन के सहायक आयुक्त शरद कोलते द्वारा दी गई है.