समता की धारा समाज के अंतिम घटक तक पहुंचाए
प्रा. हरी नरके की श्रद्धांजलि सभा में यशोमति ठाकुर का प्रतिपादन
अमरावती/दि.22– स्व. प्रा. हरी नरके का सामाजिक योगदान अतुलनीय था. समता की विचारधारा समाज के अंतिम घटक तक पहुंची चाहिए, यह उनकी भूमिका थी. इसका विचार करते हुए हम सभी ने समता पर अमल किया है अथवा नहीं, या फिर इससे दूर है. यह प्रश्न हर किसी को अपने आप से करना चाहिए, ऐसा प्रतिपादन पूर्व मंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने व्यक्त किया. सोमवार 21 अगस्त को स्व. प्रा. हरी नरके की स्मृति में आयोजित आदरांजलि सभा में वे बोल रही थी.
विधायक एड. यशोमति ठाकुर ने कहा कि प्रा. हरी नरके ने अनेक विषय अत्यंत सरलता से हल किए. अत्यंत सरलता से उपस्थित किए उनके विचार युवा पीढी के लिए निश्चित ही एक अलग दिशा देने वाले थे. उन्होंने अनेक पुस्तकों का अनुवाद किया. जो सभी को सहजता से समझ सके. प्रा. नरके आज शरीर से हमारे साथ नहीं है, लेकिन उनके विचार हम सभी को जतन करने चाहिए. उन्हें जो अभिप्रत था वह पुर्वगामी विचार सभी तक पहुंचना चाहिए. यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी. 21 अगस्त को अमरावती अभियंता भवन में फूले, साहू, आंबेडकर विचार मंच की ओर से उन्हें आदरांजलि अर्पित की गई. इस समय पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख, विधायक बलवंत वानखडे, पूर्व विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप, पूर्व सांसद अनंत गुढे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, सतीश हाडोले, महिला आघाडी की शराध्यक्ष डॉ. अंजली ठाकरे, मुकद्दर खां पठान, किशोर देशमुख समेत अनेक लोग उपस्थित थे.