अमरावती/दि.4- प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में इन दिनों सभी काम ऑनलाईन तरीके से किये जाने लगे है, ताकि लोगों के काम तेज गति से व पारदर्शक तरीके से हो सके. लेकिन इसके बावजूद अपने छोटे-मोटे काम के लिए लोगों को आरटीओ कार्यालय में काफी चक्कर काटने पडते है. ऐसे में अपने काम फटाफट करने और चक्कर काटने की तकलीफ से बचने के लिए आम नागरिकों द्वारा आरटीओ कार्यालय में कार्यरत रहनेवाले एजेंटों यानी दलालों का सहारा लिया जाता है. जिनके द्वारा नागरिकों से दलाली के नाम पर अच्छी-खासी रकम ली जाती है. चूंकि इस धंधे में बिना किसी लागत के चांदी ही चांदी है. अत: आरटीओ कार्यालय में दलालों की अच्छी-खासी भीडभाड देखी जाती है. आलम तो यह भी है कि, अमरावती आरटीओ कार्यालय में अधिकारियों व कर्मचारियों की तुलना में यहां कार्यरत रहनेवाले दलालों की संख्या काफी अधिक है. वहीं अब दलालों ने भी अपनी दलाली के रेट बढा दिये है. जिसके चलते आम नागरिकों को आरटीओ से संबंधित विभिन्न कामों के लिए पहले की तुलना में काफी अधिक पैसा खर्च करना पड रहा है.
बता दें कि, नये वाहनोें के रजिस्ट्रेशन व पुराने वाहनों के फिटनेस या ट्रान्सफर सहित वाहन चलाने के लाईसेन्स प्राप्त करने हेतु आरटीओ कार्यालय में हमेशा ही नागरिकों अच्छी-खासी भीडभाड रहती है और विभिन्न कार्यों हेतु बनाई गई खिडकियों पर जहां एक ओर लोगों की लंबी-लंबी कतारें रहती है, वहीं दूसरी ओर छोटे-छोटे कामों के लिए अलग-अलग खिडकियोें के चक्कर भी काटने पडते है. ऐसे में अपने काम फटाफट करवाने के लिए आम नागरिकों द्वारा दलालों का सहारा लिया जाता है. जिन्हें आरटीओ कार्यालय के सारे ‘चलन’ व ‘लूपहोल’ पता रहते है और वे ‘शॉर्टकट’ अपनाते हुए विभिन्न कामों को बडी जल्दी निपटा देते है. हालांकि इसके लिए वे दलाली के तौर पर भारी-भरकम शुल्क भी वसूूल करते है, जो किसी भी काम के लिए तय किये गये सरकारी शुल्क की तुलना में कई गुना अधिक होता है. क्योंकि आरटीओ एजेंटों द्वारा इसी शुल्क में से फटाफट काम करवाने की ऐवज में आगे भी नजराना पेश करना होता है.
चूंकि विगत दिनों सरकार ने वाहन पंजीयन से लेकर वाहन फिटनेस प्रमाणपत्र व लाईसेन्स हेतु शुल्क को बढा दिया है. ऐसे में अब बढती महंगाई को ध्यान में रखते हुए आरटीओ एजेंटों द्वारा भी अपनी ‘फीस’ में वृध्दि कर दी गई है. जिसके चलते आम नागरिकों के लिए आरटीओ से संबंधित काम करवाना अब पहले की तुलना में काफी अधिक महंगा हो गया है.
* कब क्या करना है, बताओ. कैसे होगा, हम पर छोड दो.
अमूमन आम नागरिकों को आरटीओ कार्यालय में चलनेवाले कामकाज और किसी भी काम हेतु आवश्यक रहनेवाले दस्तावेजों के बारे में कोई खास जानकारी नहीं होती. ऐसे में आरटीओ की पूरी जानकारी रखनेवाले दलालों से संपर्क करते हुए लोगबाग अपने काम करवाते है. दलाल के पास जाने पर कौनसा काम करना है और कितने दिन में करना है, इसके आधार पर सरकारी दरों के अलावा एजेेंटों द्वारा अपनी फीस तय की जाती है. ऐसे में पूरी तरह से पारदर्शक रहनेवाली ऑनलाईन सुविधा रहने के बावजूद सर्वसामान्य लोगों व ग्रामीण क्षेत्र में रहनेवाले नागरिकों को अपने काम करवाने के लिए एजेंटों का भी सहारा लेना पडता है.
* कोविड के बाद बढी दरें
कोविड संक्रमण काल के बाद चहुंओर महंगाई बढने लगी और रही-सही कसर पेट्रोल व डीजल के दामों ने पूरी कर दी. ऐसे में आरटीओ एजेंटों ने भी अपने काम की दरें बढा दी है.
– कोविड संक्रमण काल के दौरान सबकुछ बंद रहने के चलते आरटीओ कार्यालय में कमिशन बेसीस पर काम करनेवाले दलालों पर भी बेरोजगारी का संकट मंडरा रहा था. ऐसे में अब सबकुछ पहले की तरह सामान्य होने पर दो वर्षों की कसर तो पूरी करने हेतु आरटीओ एजेंटों ने भी अपनी दरोें को बढा दिया है.
* कर्मचारी 45, दलाल 50
विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में कार्यरत कुल अधिकारियोें व कर्मचारियों की संख्या 45 है और नये वाहनों का पंजीयन करवाने हेतु अलग-अलग वाहन शोेरूम के 15 अधिकृत कर्मचारी भी यहां कार्यरत है. वहीं यहां पर 50 से अधिक लोग निजी एजेंटों यानी दलालों के रूप में काम करते है. जिनके जरिये आरटीओ कार्यालय में अपने अलग-अलग काम करवाने हेतु आनेेवाले लोगों से कमिशन लेकर उनके विभिन्न काम किये जाते है.
प्रादेशिक परिवहन विभाग के सभी काम अब पूरी तरह से ऑनलाईन हो गये है. जिसके चलते नागरिकों को दलालों का सहारा लेने की कोई जरूरत नहीं है. अब लर्निंग लाईसेेन्स घर पर बैठकर ही निकाला जा सकता है और घर बैठे ही ऑनलाईन तरीके से लाईसेन्स के लिए परीक्षा दी जा सकती है, इतनी सुविधा परिवहन विभाग द्वारा उपलब्ध करा दी गई है. अत: नागरिकों ने इन ऑनलाईन सुविधाओं का लाभ लेना चाहिए.
– सिध्दार्थ ठोके
सहायक प्रादेशिक परिवहन अधिकारी
* आरटीओ में कामों के सरकारी शुल्क व दलालों की दरें
काम सरकारी शुल्क दलालों की दरें
लर्निंग लाईसेन्स 210 1000
परमनंट लाईसेन्स 766 1200
वाहन ट्रान्सफर 550 1200
रजिस्ट्रेशन 600 1100