अमरावती प्रतिनिधि/दि.2 – इंधन दरवृध्दि की मार झेल रहे सर्वसामान्यों का मासिक बजट अब गडबडानेवाला है. क्योकि केंद्र सरकार ने अपने बजट के जरिये आयात किये जानेवाले खाद्य तेलों व दालों पर सीमा शुल्क यानी कस्टम ड्युटी में वृध्दि कर दी है. जिसका सीधा असर आम नागरिको पर पडनेवाला है.
बता दें कि, केंद्रीय वित्तीय बजट में पाम ऑईल पर 17.5 फीसद, सोयाबीन व सनफ्लॉवर तेल पर 20 फीसद, हरी मटर पर 40 फीसद, काबुली चने पर 30 फीसद, चने पर 50 फीसद और मसूर दाल पर 20 फीसद सीमा शुल्क लगाया गया है. ऐसे में एक बार फिर खाद्य तेलों व दलहनों के दामों में इजाफा हो सकता है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत कुछ माह से इन दोनोें घटकों के दाम लगातार बढ रहे थे और खाद्य तेलों के दामों में दीपावली के पहले से ही इजाफा देखा जा रहा था. पश्चात जारी सप्ताह के दौरान सोयाबीन व राईस ब्रान तेलों की दरें घटी थी और दलहनों के दाम स्थिर हुए थे. लेकिन अब सीमा शुल्क की वजह से दामो के बढने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है.
स्थानीय होलसेल किराणा व तेल बाजार के सुत्रो के मुताबिक लगभग 25 तरह के उत्पादों पर सीमा शुल्क लगाया गया है. जिसमें से अधिकांश उत्पाद कृषि से संबंधित है और इसका सीधा प्रभाव सर्वसामान्य लोगों के मासिक बजट पर पडेगा. हालांकि यह किसानो के लिए फायदेमंद है. लेकिन आम उपभोक्ताओं का इससे नुकसान होगा.