अमरावती

छत्री तालाब के पास भगवान बुध्द की उंची प्रतिमा का निर्माण करे

जग में बुध्द का नाम है यही भारत की शान है-नरेन्द्र मोदी

  • शिवाजी डोंगरे का कथन

अमरावती प्रतिनिधि/दि.११ – नोटबंदी, जीएसटी, कोरोना के कारण अमरावती शहर में छोटे-बडे उद्योग जैसे ऑटो, होटल, टॅक्सी, फुटपाट पर अन्य छोटे-बडे उद्योग शहर की आवक-जावक कम होने के कारण आर्थिक संकट में आ गये है. इसमें समाचार पत्र व्यवसाय भी नहीं छूटा है . इसका असर प्रत्येक क्षेत्र को हुआ है.
अमरावती शहर में नया वैभव प्राप्त करने के लिए अमरावती शहर में पर्यटन स्थल निर्माण हो. जिससे महाराष्ट्र के दौरे पर आया कोई भी पर्यटक विदर्भ मेंं आने के बाद उन्हें तांडोबा व्याघ्रप्रकल्प (चंद्रपुर ), दिक्षाभूमि नागपुर, ठंडी हवा का स्थान चिखलदरा इस स्थान पर जाने के बाद वह अमरावती शहर में पर्यटन के लिए आए, ऐसा पर्यटन स्थल अमरावती में भी बनना चाहिए.
कोई भी पर्यटक अमरावती बस स्टैंड पर उतरने के बाद चाय की टपरी, समाचार पत्र विक्रेता, ऑटो, टैक्सी, होटल, परिवहन ऐसे विविध छोटे-बडे उद्योगों को गति देने के लिए ही उसका फायदा होगा.
अमरावती के छत्री तालाब के मध्यभाग में हैदराबाद में हुसेन सागर की तरह भगवान बुध्द की प्रतिमा निर्माण करने पर उंची पहाडी पर भगवान बुध्द की प्रतिमा निर्माण करने पर व सामने पार्क निर्माण करने पर अमरावती शहर को भी पर्यटन का स्वरूप प्राप्त होगा व यहां के युवको को रोजगार मिलेगा व शहर के छोटे-बडे उद्योग धंधे बढ जाने से शहर को नया वैभव प्राप्त होगा.
यह प्रकल्प पूरा करने के लिए राज्य सरकार, केन्द्र सरकार व समय पडने पर बौध्ददेश की भी मदद ली जाए. सभी क्षेत्र के सभी पार्टी के लोकप्रतिनिधि व मान्यवर इसके लिए आगे आकर कार्य करे तो यह प्रकल्प पूरा हो सकता है.
जग में बुध्द का नाम है ! यही भारत की शान है. भारत ने विश्व को बुध्द दिया-नरेन्द्र मोदी

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