भवन निर्माण व्यवसायी शैलेश वानखडे भारत कॉन-2025 पुरस्कार से सम्मानित
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अमरावती/दि. 26 – शहर के ख्यातनाम भवन निर्माण व्यवसायी व क्रेडाई महाराष्ट्र के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेश वानखडे को हाल ही में अमरावती मैनेजमेंट असोसिएशन द्वारा आयोजित समारोह में भारत कॉन-2025 पुरस्कार से सम्मानित किया गया. शैलेश वानखडे ने यह पुरस्कार सपत्नीक केंद्रीय वस्त्रोद्योग मंत्रालय के आयुक्त श्रीमती रुप राशि के हाथों स्वीकार किया. इस अवसर पर ख्यातनाम फिल्म निर्देशक रामगोपाल वर्मा, सियाराम के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन पोद्दार, रेमंड लाईफ स्टाईल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुपमा दीक्षित, अमरावती मैनेजमेंट असोसिएशन के अध्यक्ष रणजीत बंड, सचिव प्रीति डागा व को-ऑर्डीनेटर सीए मयूर झंवर की प्रमुख उपस्थिति रही.
पेशे से भवन निर्माण व्यवसायी रहनेवाले शैलेश वानखडे कई सामाजिक संस्थाओं में भी विश्वस्त के तौर पर शामिल है और उनकी सामाजिक, सांस्कृतिक व व्यवसायिक क्षेत्र में सक्रियता को देखते हुए अमरावती मैनेजमेंट असोसिएशन द्वारा उन्हें भारत कॉन-2025 का नामांकित पुरस्कार प्रदान किया गया. जिसे अपने लिए अभिमान वाली बात बताते हुए शैलेश वानखडे ने कहा कि, अमरावती शहर के निर्माण क्षेत्र में बेहद नाविण्यपूर्ण एवं हर व्यक्ति की पहुंच में रहनेवाले घरों को बनाने का उनका मानस है.
उल्लेखनीय है कि, स्थापत्य अभियांत्रिकी की पदवी हासिल करने के बाद शैलेश वानखडे ने अति दुर्गम रहनेवाले गढचिरोली जिले के आलापल्ली में सरकारी ठेकेदार के तौर पर अपने व्यवसायिक जीवन का प्रारंभ किया था और सतत संघर्ष करते हुए वे आगे बढते रहे. इसके बाद भवन निर्माण व्यवसायी के तौर पर अपने पांव मजबूत करते हुए उन्होंने अपने नेतृत्व में कई रिहायशी व व्यवसायिक संकुलों का काम पूरा किया. जो अमरावती सहित विदर्भ के लिए काफी नाविण्यपूर्ण रहे. जिनमें रचना ड्रीम्स, रचना पाम व रचना श्री जैसे कुछ प्रमुख प्रोजेक्ट के नाम लिए जा सकते है. निर्माण व्यवसायी के तौर पर नावलौकिक प्राप्त करने के साथ ही शैलेश वानखडे ने अपनी सांस्कृतिक व सामाजिक जिम्मेदारियों को लेकर भी अपनी सजगता दिखाई और समाज के विभिन्न सांस्कृतिक व सामाजिक क्षेत्र में भी अपने नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन किया. जिसके तहत शैलेश वानखडे ने कई प्रतिष्ठित पदों पर काम करते हुए अपने नेतृत्व गुण को साबित किया. जिसमें उन्होंने कन्फीग्रेशन ऑफ रियल इस्टेट डेवलपर्स असोसिएशन के अध्यक्ष के तौर अमरावती चैप्टर की शुरुआत की और क्रेडाई महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष के तौर पर बेहतरिन काम किया. सांस्कृतिक व अध्यात्मिक क्षेत्र में काम करते समय एकवीरा देवी मंदिर के विश्वस्त के तौर पर एकवीरा देवी मंदिर की प्राचीन विरासत को कायम रखते हुए बेहद सुंदर व मनमोहक नए मंदिर का निर्माण करने एवं अन्नक्षेत्र को शुरु करने जैसे नए-नए उपक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. महाराष्ट्र यूडीसीपीआर यानी एकीकृत विकास, नियंत्रण व संवर्धन अधिनियम में शैलेश वानखडे द्वारा दिए गए योगदान के चलते ही राज्य के शहरी क्षेत्रों विशेषकर अमरावती जैसे शहर पर अनुकूल प्रभाव पडा. व्यवसायिक, सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्र में अग्रेसर रहनेवाले शैलेश वानखडे एक बेहतरिन खिलाडी व क्रीडा प्रेमी भी है तथा विगत 20 वर्षों से अधिक समय से वे टेनिस खेल रहे है. सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान रहने के चलते शैलेश वानखडे को कई राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय पुरस्कार भी प्राप्त हुए है. जिनमें इन्स्टीट्यूट ऑफ इंजिनिअर्स इंडिया द्वारा प्रतिष्ठित इजिनिअर्स पुरस्कार, मराठा उद्योजक द्वारा महाराष्ट्र उद्योग भूषण पुरस्कार, महाराष्ट्र इंजिनिअरिंग असो. द्वारा अभियंता गौरव पुरस्कार तथा लोकमत द्वारा अमरावती आयकॉन पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है.
बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहनेवाले शैलेश वानखडे को विविध देशों की यात्रा करते हुए वहां की संस्कृति और विरासत को समझने में भी रुची है. जिसके चलते वे अब तक 26 देशों की यात्रा कर चुके है और ऐसी यात्राओं के जरिए हासिल विश्वव्यापक दृष्टिकोन के जरिए अपने व्यवसाय व अमरावती शहर का विकास करने पर ध्यान दे रहे है. शैलेश वानखडे के इन्हीं सब कामों व उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें अमरावती मैनेजमेंट असोसिएशन द्वारा भारत कॉन-2025 का प्रतिष्ठित पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है. उनकी इस उपलब्धि के लिए समाज के सभी वर्गों द्वारा उनका अभिनंदन किया जा रहा है.