बिल्डींग से गिरकर हुई थी ‘उस’ महिला की
हत्या या आत्महत्या को लेकर बना हुआ है संभ्रम
* गत रोज बुटीबोरी निवासी तनुश्री की बरामद हुई थी लाश
* साथ में एक बच्चा व बच्ची भी मिले थे, बच्ची के पांव में पाये गये फैक्चर
* मृतका के पति व पिता भी पहुंचे, बच्चों का लिया ताबा
अमरावती/दि.27- गत रोज वेलकम पाइंट के पास स्थित डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि महाविद्यालय की पुरानी बिल्डींग के पास मृत मिली 35 वर्षीय महिला की शिनाख्त नागपुर के बुटीबोरी परिसर में रहनेवाली तनुश्री सागर करलुके के तौर पर कर ली गई. साथ ही पोस्टमार्टम के पश्चात मिली प्राथमिक जानकारी के मुताबिक इस महिला के सिर व कमर के पास गहरी चोट के निशान है और संभवत: उंची बिल्डींग से नीचे गिर जाने के चलते इस महिला की मौत हुई थी. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस महिला के साथ पायी गई उसकी एक वर्षीय बच्ची केतकी के पांव में भी फैक्चर पाया गया तथा हाथ पर चोट के निशान पाये गये. जिसका सीधा मतलब है कि, एक वर्षीय केतकी अपनी मां के साथ काफी उंचाई से नीचे जमीन पर आकर टकराई थी. किंतु अब तब यह साफ नहीं हो पाया है कि, यह कोई हादसा था, या फिर यह हत्या या आत्महत्या का मामला है. बहरहाल पुलिस द्वारा इतिल्ला दिये जाने के बाद बुटीबोरी थाना क्षेत्र के रूईखैरी परिसर में रहनेवाले इस महिला के पति और पिता बीती शाम ही अमरावती पहुंच गये. जिसके बाद स्थानीय पुलिस द्वारा दोनों बच्चे उनके सुपुर्द कर दिये गये.
बता दें कि, गत रोज सुबह 7 बजे स्थानीय वेलकम पाइंट के पास स्थित डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि महाविद्यालय व कृषक प्रशिक्षण केंद्र की पुरानी इमारत के पीछे सुनसान स्थान पर एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था. जिसके साथ महज एक वर्ष की एक छोटी सी बच्ची भी थी, जो अपनी मर चुकी मां का स्तनपान कर रही थी. जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर लाश को पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया था तथा मृतक महिला की शिनाख्त करने का प्रयास शुरू किया गया. वहीं कुछ देर बाद सुबह करीब 9.30 बजे कृषि महाविद्यालय की पुरानी इमारत की तीसरी मंजील पर इस महिला का चार वर्षीय बेटा भी पाया गया, जो अपनी मां की ओढनी लपेटकर सो रहा था और उसके सिरहाने पर उसकी मां की चप्पलें रखी हुई थी. सुबह नींद खुलने के बाद खुद को अकेला पाकर यह मासूम बच्चा जोर-जोर से रोने लगा. जिसकी आवाज सुनने के बाद उसके वहां होने की खबर मिली. इस समय पूरी तरह से डरे-सहमे इस बच्चे ने पुलिस को जो जानकारी दी थी, उससे पुलिस ने अनुमान लगाया था कि, उस बच्चे का नाम रूद्र है और वह नागपुर के गौंडखैरी का निवासी है. साथ ही गत रोज उसके माता-पिता का किसी बात को लेकर जमकर झगडा हुआ था. जिसके बाद उसकी मां दोनों बच्चों को अपने साथ लेकर अमरावती चली आयी. इससे आगे वह बच्चा कुछ भी नहीं बता पा रहा था. ऐसे में स्थानीय पुलिस ने गौंडखैरी का थाना क्षेत्र रहनेवाले कमलेश्वर पुलिस स्टेशन से संपर्क साधा. जहां के थानेदार आसीफ शेख ने तुरंत गौंडखैरी सहित आसपास के इलाकों में तफ्तीश करवाई. लेकिन दो बच्चों के साथ लापता रहनेवाली किसी महिला के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. पश्चात गाडगेनगर पुलिस ने नागपुर ग्रामीण पुलिस के अलग-अलग पुलिस थानों में मृतक महिला सहित उसके दोनों बच्चों की तस्वीरे भेजी, तब पता चला कि, रूईखैरी गांव निवासी सागर करलुके ने दो दिन पूर्व ही बुटीबोरी पुलिस थाने में अपनी पत्नी तनुश्री करलुके, बेटी केतकी व बेटे रूद्र करलुके के लापता होने की शिकायत दर्ज करायी थी और ये तस्वीरें उन्ही तीनों की है. जिसके बाद तनुश्री के पति सागर करलुके को इस पूरे मामले की जानकारी दी गई. पश्चात सागर करलुके अपने ससूर यानी तनुश्री के पिता के साथ देर रात अमरावती पहुंचा.
* अमरावती क्यों और कैसे आयी, नहीं पता
अमरावती पहुंचने के बाद मृतक तनुश्री के पति सागर करलुके ने पुलिस को बताया कि, उसका पिछले कई दिनों के दौरान अपनी पत्नी के साथ किसी भी तरह का कोई झगडा नहीं हुआ था और उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि, उसकी पत्नी अचानक ही घर छोडकर दोनों बच्चों के साथ अमरावती क्यों और कैसे आयी.सबसे खास बात यह है कि, सागर करलुके के मुताबिक वह खुद अमरावती पहली बार आया है और अमरावती में उनका कोई रिश्तेदार या परिचित भी नहीं रहता. ऐसे में तनुश्री के नागपुर की बुटीबोरी से चलकर सीधे अमरावती आने को लेकर आश्चर्य भी व्यक्त किया जा रहा है.
* संभवत: ट्रैवल्स बस से अमरावती आयी थी तनुश्री
पुरे मामले को लेकर प्रथमदृष्टया साक्ष्यों के आधार माना जा रहा है कि, चूंकि इस समय रापनि बसों की हडताल चल रही है. ऐसे में तनुश्री अपने दोनों बच्चों को लेकर किसी निजी लक्जरी बस में सवार होकर अमरावती पहुंची होगी. चूंकि सभी निजी ट्रैवल्स बसे वेलकम पाइंट पर ही आकर रूकती है. ऐसे में यहां पर उतरकर उसने पास ही स्थित कृषि महाविद्यालय की पुरानी बिल्डींग में आसरा लिया होगा. लेकिन यह सवाल अब भी अनुत्तरीत है कि, अपने दोनों बच्चों को लेकर तनुश्री इस बिल्डींग की तीसरी मंजील पर क्यों गई और फिर वहां से अपनी बेटी के साथ कब और कैसे नीचे गिरी.
* पूरा मामला बना हुआ है संदेहास्पद
तनुश्री की लाश को देखने के बाद पुलिस ने पाया कि, उसका गला दबाने या उसके साथ जोर-जबर्दस्ती किये जाने का कोई निशान नहीं पाया गया है. हालांकि पैर के पास छटपटाने या घसीटने जैसे कुछ निशान पाये गये है. इसी तरह उसके मुंह से कोई झाग भी नहीं निकल रहा था. यानी उसने विष प्राशन नहीं किया था और उसे किसी सांप ने भी नहीं काटा. साथ ही तनुश्री सहित उसकी बेटी के शरीर पर पाये गये चोट के निशान और शरीर में हुए फैक्चर को देखकर साफ है कि, वे दोनों काफी उंचाई से निचे गिरे थे. जिसके पहले तनुश्री ने अपने बडे बेटे रूद्र को बाकायदा बडे सलीके से सुलाया था और उसके सिर के नीचे अपनी चप्पल का सिरहाना बनाते हुए उसे अपनी ओढणी भी ओढाई थी. किंतु खुद अपनी बच्ची को लेकर वहां सोने की बजाय तनुश्री अपनी बेटी के साथ नीचे कैसे गिरी, यह सबसे बडा सवाल है.
* हाथ पर ‘जी. एम.’ है गुदा हुआ
मृतक तनुश्री के एक हाथ पर ‘जी. एम.’ गुदा हुआ पाया गया है. अमूमन महिलाएं अपने हाथ पर अपने पति का नाम गुदवाती है या फिर कोई धार्मिक शब्द गुदवाती है. तनुश्री के पति का नाम सागर है. जिसका ‘जी. एम.’ शब्द से कोई वास्ता नहीं जुड रहा. ऐसे में पुलिस इस गुदे हुए शब्द को लेकर भी अपनी जांच कर रही है.
*सीसीटीवी फुटेज से नहीं मिली कोई मदद
उल्लेखनीय है कि, दो दिन पूर्व ही कृषि महाविद्यालय की नई प्रशासकीय इमारत का राज्यपाल के हाथो लोकार्पण हुआ. ऐसे में पुरानी इमारत में रंगरोगन व पुननिर्माण का कार्य चल रहा है. जिसके चलते पूरे परिसर में ईट व मलबे सहित कांच के टुकडे बिखरे पडे है. साथ ही रंगरोगन के काम की वजह से इस परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की केबल वायर भी निकाल ली गई है. ऐसे में पुलिस को इस मामले में सीसीटीवी कैमरों की भी कोई मदद नहीं मिली.
* गूंजन गोले ने संभाला दोनों बच्चों का जिम्मा
विगत अनेक वर्षों से समाजसेवा के क्षेत्र में कार्यरत गूंजन गोले हमेशा ही अनाथ बच्चों की सुरक्षा व परवरीश को लेकर महत प्रयास करती आयी है. शुक्रवार को जैसे ही उन्हें इस घटना का पता चला, तो वे तुरंत ही मौके पर पहुंची और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क साधकर मृतक महिला के दोनोें बच्चों को संभालने की तैयारी दर्शायी. जिसके बाद रूद्र और केतकी को शहर पुलिस द्वारा गूंजन गोले के सुपुर्द किया गया. इससे पहले महज एक वर्ष की आयुवाले केतकी के पांव पर प्लास्टर चढाया जा चुका था. जिसका गूंजन गोले व उनके सहयोगियों द्वारा विशेष तौर पर ध्यान रखा गया. वहीं कल देर रात मृतक महिला के पिता व पति के अमरावती पहुंचने के बाद आज दोनों बच्चे उन दोनों के सुपुर्द कर दिये गये.