* पुरानी व जर्जर इमारतों के खिलाफ प्रशासन सख्त
अमरावती/दि.26 – विगत 30 अक्तूबर को प्रभात चौक के निकट राजेंद्र लॉज वाली इमारत ढहकर 5 लोगों की मौत हो जाने की घटना को लेकर मनपा प्रशासन की जमकर किरकिरी हुई थी और पुरानी जर्जर व खस्ताहाल इमारतों की अनदेखी किये जाने को लेकर मनपा प्रशासन को सवालों के घेरे में खडा किया जाने लगा. ऐसे में मनपा प्रशासन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को टालने हेतु तमाम ऐहतियाती कदम उठाने शुरु किये. जिसके तहत बेहद जर्जर हो ुुचुकी पुरानी व खस्ताहाल इमारतों की सूची बनाकर सी-1 यानि अति खतरनाक श्रेणी में शामिल रहने वाली इमारतों को खाली कराने व ढहाने की कार्रवाई शुरु की गई. जो कल रविवार को अवकाश वाले दिन भी शुरु रहेगी, ऐसी जानकारी है. साथ ही कल रविवार को आयुक्त आष्टीकर की हिटलिस्ट में रहने वाली 3 इमारतों को गिरा दिया जाएगा, ऐसा पता चला है.
बता दें कि, राजेंद्र लॉज वाली इमारत के साथ हुए हादसे के बाद अकस्मात ही हडबडाकर नींद से जागे मनपा प्रशासन ने तुरंत एक्शन मोड में आते हुए मनपा क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली जर्जर व खस्ताहाल इमारतों की सूची बनाई. ऐसी 32 इमारतों में से 6 इमारत सी-1 यानि अतिखतरनाक श्रेणी में रखते हुए उन्हें तुरंत गिराने का निर्णय लिया गया. साथ ही प्रत्यक्ष कार्रवाई भी शुरु की गई. जिसके तहत विगत दिनों हमालपुरा स्थित गोवर्धन चॉल की जर्जर इमारत को गिराने के साथ-साथ अंबागेट व बुधवारा परिसर में स्थित 2 इमारतों को मनपा प्रशासन द्बारा ढहा दिया गया. इसके अलावा गत रोज ही गांधी चौक से इतवारा बाजार की ओर जाने वाले रास्ते पर परकोट की दीवार से सटकर बनी ककरानिया फटाका भंडार की 100 वर्ष से अधिक पुरानी इमारत को भी मनपा के तोडू दस्ते ने जमींदोज कर दिया. वहीं पुराना कॉटन मार्केट से चित्रा चौक की ओर जाने वाले रास्ते पर स्थित शर्मा भवन की इमारत को भी अदालती आदेश के बाद तोडने की कार्रवाई करनी शुरु की गई. इन तमाम कार्रवाईयों को देखते हुए स्पष्ट है कि, मनपा प्रशासन ने पुरानी व खस्ताहाल इमारतों को लेकर अपने हिटलिस्ट को पूरी तरह से तैयार कर रखा है और एक के बाद एक धडाधड एनकाउंटर की तरह कार्रवाईयां की जा रही है. कार्रवाईयों का यह सिलसिला कल रविवार को भी जारी रहने की पूरी उम्मीदें और कल 3 पुरानी व जर्जर इमारतों को गिराने की कार्रवाई हो सकती है.