बुलेट की आवाज तेज होने पर देना होगा जुर्माना
म्युजिकल हॉर्न पर भी कार्रवाई ः यातायात पुलिस की पैनी नजर
अमरावती/दि.9- युवाओं में बुलेट की क्रेझ बढ़ने के साथ ही दुपहिया का तेज आवाज एवं तेज गति से चलाने की क्षमता के कारण शहर में बुलेट का मानो धूम मचा रहा है. लेकिन इस वाहन के सायलेन्सर में किये जाने वाले बदलाव के कारण होने वाला ध्वनि प्रदूषण दिनोंदिन बढ़ने के कारण नागरिक परेशान हो गए हैं.
वाहन चलाते समय वाहनों में से 50 डेसीबल तक आवाज यह नियम में है. लेकिन शहर के रास्तों पर दौड़ने वाली बुलेट का आवाज यह 80 से 90 डेसिबल तक होने से यह नियम का उल्लंघन किये जाने की बात दिखाई दे रही है. इसके लिए बुलेट के सायलेन्सर में बेकायदा किये जाने वाले बदलाव को कारण माना जा रहा है. कानों को कर्कश लगने वाले आवाज के कारण एखाद वाहन चालक घबराकर दुर्घटना भी होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. जिसके चलते बुलेट की आवाज को लगाम करने के लिए यातायात पुलिस सतर्क एवं सज्ज हुए हैं.
बुलेट के सायलेन्सर में बेकायदा बदल कर उसके आवाज की तीव्रता बढ़ाई जाती है. कुछ ही गैरेजों में यह बदल करवाया जाता है. ऐसे गैरेज भी यातायात पुलिस की रडार पर है.
बुलेट चालकों से वसुला गया जुर्माना
महीना जुर्माना
जनवरी 35,000
फरवरी 22,000
मार्च 57,000
अप्रैल 38,000
मई 45,000
जून 28,000
बुलेट तेज गति से से चलाने के साथ ही उसके सायलेन्सर कितनी बड़ी आवाज में बजता है, इसकी स्पर्धा चालकों में होती है. ऐसे कर्णकर्कश आवाज से गली-कूचे में युवा चक्कर काटते दिखाई देते है. इसकी नाहक परेशानी सर्वसामान्यों को होती है. यातायात पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है
-राहुल आठवले, पुलिस निरीक्षक, यातायात