अमरावतीमहाराष्ट्र

दो हजार स्थानों पर शाम को ही दहन

होली को लेकर युवाओं में उत्साह

* अंबा और एकवीरा देवी में होगा परंपरा का पालन
अमरावती/दि.24– अमरावती शहर सहित संपूर्ण जिले में बडे धूमधाम से होली मनाई जाएगी. इस बार शहर में दो हजार से अधिक जगहों पर सार्वजनिक रुप से होलिका दहन होने के साथ रंग-गुलाल से एक-दूसरे के गाल सजाना शुरु हो जाएगा. इस बीच अंबा और एकवीरा देवी संस्थान द्वारा बताया गया कि, परंपरा का पालन करते हुए संध्या समय 5.30 से 6 बजे के दौरान पूजन प्रारंभ कर होलिका दहन होगा. इस बीच पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, हुडदंगियों पर अंकुश रखने 1200 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए है. कहीं-कहीं होमगार्ड की भी सहायता पुलिस बल लेगा.

उल्लेखनीय है कि, रंगो का त्यौहार होली मनाने के लिए युवा वर्ग हमेशा की तरह जोश में है. वहीं सभी आयु वर्ग के लोग इस उत्सव को नए आयाम भी दे रहे है. होली का त्यौहार मनाया जाएगा. ऐसे में लंबे अंतराल के बाद इस बार होली का अपार उत्साह नजर आएगा. शहर के विभिन्न होटल में होली को लेकर अलग- अलग आयोजन रखे गये हैं.

ज्योतिष गणना के अनुसार फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी उपरांत पूर्णिमा तिथि का आगमन हो रहा है. 24 मार्च को रविवार के दिन सुबह 9.55 से पूर्णिमा तिथि आरंभ होगी. इसलिए होलिका दहन 24 मार्च को ही होनेवाला है. होलिका का प्रदीपन सूर्यास्त के बाद करना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा तिथि के रहते हुए प्रदीपन किया जाता है. कुछ पंडितो का कहना है कि, विशेष परिस्थितियों में भद्रा के पुच्छकाल में दहन करना शुभ माना जाता है. भद्रा मुखकाल में दहन नहीं करना चाहिए. शाम को 7.34 से लेकर रात 10.7 तक होलिका दहन पुच्छकाल में किया जा सकता है. पूर्णिमा तिथि दूसरे दिन सोमवार को 12.29 तक है. पंचांगों की गणना के अनुसार रविवार को पुच्छकाल में शाम को 6.45 से लेकर रात 7.55 तक होलिका दहन का शुभ मुहूर्त है. शुभ मुहूूर्त क अंतर्गत होलिका माता की पूजा अर्चना विधिवत करना चाहिए. प्राचीन गाथाओं के अनुसार भक्त प्रहलाद और हिरण्यकश्यप के रूप में बुराई पर अच्छाई की जीत मानी गई है. प्रज्वलित अग्नि की रोली, अक्षत, फूलमाला , मिष्ठान, बताशे, गुड, प्रसाद, साबूत हल्दी, गुलाल, नारियल आदि से पूजा करने के बाद 7 या 5 परिक्रमा करनी चाहिए.

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