अमरावती

भोजन के बाद सीने में जलन होना घातक

अमरावती/दि.22 – भोजन के बाद कई लोगों को सीने में जलन होने की समस्या होती है. यह समस्या मुख्य तौर पर गलत जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों की वजह से होती है. यदि हमेशा ही इसे एसीडीटी की समस्या मानकर अनदेखा किया जाता है, तो समय रहते सावधान हो जाने की जरुरत बार-बार एसीडिटी होने की वजह से अल्सर व फुफ्फुस की बीमारियों के साथ-साथ अन्ननलिका का कैंसर होने का भी खतरा होता है. ऐसे में भोजन के बाद हमेशा ही सीने में जलन होने की ओर अनदेखी नहीं करनी चाहिए, बल्कि डॉक्टर की सलाह लेते हुए नियमित उपचार करवाना चाहिए.

* सीने में जलन की वजह
कई लोगों को भोजन के तुरंत बाद सोेने की आदत होती है. इसकी वजह से अन्ननलिका में एसिड आकर जलन हो सकती है.
– ज्यादा मसाले वाले पदार्थ, फास्टफूड, सोडा व अल्कोहल की वजह से सीने में जलन होती है.
– ज्यादा तनावपूर्ण जीवनशैली की वजह से भी बार-बार एसीडीटी होती है.

* भोजन व नींद महत्वपूर्ण
समय पर भोजन और भरपूर नींद स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. रात में सोने से कम से कम 3 घंटे पहले भोजन करना चाहिए. ऐसा स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है.

* बायी करवट पर सोना आवश्यक
बायी करवट पर सोने से हृदय को रक्त की आपूर्ति काभी अच्छी होती है. साथ ही पचनक्रिया भी अच्छी रहती है. जिसके चलते हमेशा बायी करवट पर सोने की सलाह डॉक्टरों द्बारा दी जाती है.

* भोजन के बाद पैदल चलना जरुरी
कई लोगों में भोजन के बाद तुरंत सोने की आदत होती है. परंतु यह आदत स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकती है. ऐसे में भोजन करने के बाद शतपावली करना आवश्यक है. जिससे पचनक्रिया अच्छी रहती है. साथ ही एसीडीटी जैसी समस्या भी पैदा नहीं होती.

* सबसे पहले तो अपनी आदतों को बदलना जरुरी है. सोने से कम से कम तीन घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए और भोजन करने के बाद कुछ दूर तक पैदल भी टहलना चाहिए. इसके अलावा बार-बार एसीडीटी होने पर डॉक्टर की सलाह से औषधोपचार भी करना चाहिए. अन्यथा बार-बार एसीडीटी होने की वजह से अल्सर व फुफ्फुस की बीमारियां तथा अन्ननलिका के कैंसर होने का खतरा भी रहता है.
– डॉ. सतीश हुमने,
हृदयरोग विशेषज्ञ,
जिला सामान्य अस्पताल.

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