* तांदुलवाडी मोड के समीप हुआ हादसा
मलकापुर/दि.30– नेशनल हाईवे पर दौडती बस रोड के बीचोंबीच अचानक पलट गई. खिडकी के कांच तोडकर यात्रियों को बाहर निकाला गया. नेशनल हाईवें पर तांदुलवाडी मोड के समीप फौजी ढाबे के सामने सोमवार की सुबह 9.15 बजे यह दुर्घटना घटी. इस एक्सीडेंट में 16 यात्री घायल हुए हैं. उनमें से 3 को बुलढाणा रेफर किया गया है.
खामगांव डिपो की शेगांव शिर्डी बस क्रमांक एमएच 40/वाई- 5576 सोमवार की सुबह 8.40 बजे मलकापुर डिपो से 35 यात्री लेकर रवाना हुई. धरणगाव से आगे 9.15 बजे तांदुलवाडी मोड के समीप फौजी ढाबे के सामने अचानक यह बस रूक गई और देखते ही देखते हाईवे के डिवाइडर पर पलट गई. पलभर में यह घटना होने पर बस में सवार यात्री घबरा गये. हाईवे का ट्रैफिक जाम हो गया. घटना की खबर मिलते ही परिसर के नागरिक घटनास्थल की और दौड पडे. बस के कांच तोडकर यात्रियों को बाहर निकाला गया. सौभाग्यवश जनहानि नहीं हुई. इस दुर्घटना में चालक सहित 16 यात्री घायल हुए हैं.
बस में सवार शरद बारसू झोपे (42, तलनी), गोविंद भास्कर नारखेडे (57, बोराखेडी), वर्षा माधव बारंबे (35, नरवेल), माधव नारायण भारंबे (44, नरवेल), मंदा पंजाबराव देशमुख (63), वैष्णवी पंजाबराव देशमुख (23, वसाडी, नांदुरा), रचना प्रभाकर वले (38, कुर्हा), शोभा परमेश्वर पांडे (40, पेसोडा), गणेश ज्ञानदेव चंडालने (39, मानकी)व चालक खुशाल हनुमंतराव देशमुख (35) को उपजिला अस्पताल में भर्ती किया गया. उनमें से गोविंद नारखेडे, माधव भारंबे व मंदा देशमुख के सिर पर गंभीर चोट आने से उन्हें बुलढाणा भेजा गया. शेष घायलों का निजी अस्पताल में इलाज जारी है.
जानकारी के अनुसार हाईवे पर तांदुलवाडी मोड के समीप बस के सामने अचानक ऑटो रिक्शा आ गया. उसे बचाने के लिए बस चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया और दोडती हुई बस अचानक रूक कर डिवाइडर पर पलट गई. खबर मिलते ही हाईवे पुलिस, एमआईडसी पुलिस व एसटी महामंडल के दस्ते मौके पर पहुंचे. पुलिस ने यातायात सुचारू किया तो एसटी महामंडल के दस्ते ने घायलों का हालचाल पूछा. घायलों की संख्या बढने की संभावना है.
भगवान जाने कैसे पलट गई बस ?
धरणगांव से बस निकली तब तक सब कुछ ठीक था. वहां से आगे तेज गति से चली बस कैसे पलट गई , यह तो भगवान ही जाने. जोरयान पयाली अन कशी काय पलटी झाली बााप्पा देवालेच माहीत. आम्हाले कायं घडलं कस घडलं कायी समजलच नाही. जीव वाचला बाप्पा तेवलच ऐसी प्रतिक्रिया घायल यात्री गोविंद नारखेडे ने व्यक्त की.