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31 मार्च तक रहेगी बस सेवा बंद
अमरावती/दि.19 – राज्य में कोरोना बाधितों की बढती हुई संख्या को लेकर मध्यप्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश के बीच चलने वाली बस सेवा बंद कर दी है. महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश की ओर अमरावती बसस्थानक से रोजाना 9 बसे चलायी जाती थी. जिसमें क्रमश: भोपाल, बरानहपुर, मुलताई, पांढुर्णा, बैतूल, छिंदवाडा, खंडवा का सामवेश है. पिछले आठ दिनों से मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के बीच बस सेवा बंद होने की वजह से महाराष्ट्र परिवहन निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है वहीं यात्रियों को भी असुविधा हो रही है.
मध्यप्रदेश में 24 घंटो के भीतर 917 कोरोना बाधित मरीज पाए जाने के पश्चात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने यह निर्णय लिया है. बता दें कि विदर्भ से मध्यप्रदेश की ओर काफी बसे चलायी जाती है. जिसमें विदर्भ के नागपुर, अमरावती, परतवाडा बसस्थानक से मध्यप्रदेश के विविध शहरों में बसे चलायी जाती है. महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम के अलावा निजी बस भी मध्यप्रदेश के लिए निजी बस कंपनियों द्बारा चलायी जाती है जिसे भी 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है.
म.प्र. सरकार ने लगाई पाबंदी
विदर्भ में बढते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने पिछले एक सप्ताह से महाराष्ट्र की बसों पर पाबंदी लगा दी है. नागपुर, अमरावती तथा परतवाडा बसस्थान से रोजाना मध्यप्रदेश की ओर बसे चलायी जाती थी जिसे 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है. अमरावती बसस्थानक सेे हर रोज 9 बसे मध्यप्रदेश की ओर चलायी जाती थी जिसमें मुलताई, पांढुर्णा, बैतूल, बरहानपुर, खंडवा, छिन्दवाडा, इंदौर, भोपाल, तुकाइथड का समावेश है. महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश की ओर जाने वाली बसो की मध्यप्रदेश की सीमा पर ही रोक दिया जा रहा है.
– उमेश इंगले,
जिला यातायात अधिकारी अमरावती
परतवाडा से भी रोजाना 35 बसे
विदर्भ के नागपुर अमरावती के साथ परतवाडा शहर से भी महामंडल के अलावा 35 निजी बसें मध्यप्रदेश की ओर चलाई जाती है. जिसमें निजी बस कंपनियों की दिनभर में 35 बस बैतूल, मुलताई, पांढुर्णा, भोपाल, भैसदेही, खेडी, होंशगाबाद, चिंचोली, खंडवा, इंदौर का समावेश है. किंतु मध्यप्रदेश सरकार ने महामंडल सहित निजी बसों पर भी पाबंदी लगा दी है. जिसमें यात्रियों को असुविधा हो रही है.
होली पर्व पर बाजारो पर असर
महाराष्ट्र की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्र में होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है. जिसमें खरीददारी के लिए आदिवासी बाजारों में आते है. महाराष्ट्र से सैकडो व्यापारी महाराष्ट्र की सीमा से सटे भैसदही, सावलमेंढा, खेडी, खोमई, धाबा के बाजारों में अपनी दुकाने लगाते है. किंतु कोरोना की पार्श्वभूमि पर मध्यप्रदेश सरकार द्बारा बसों पर पाबंदी लगा दिए जाने से व बाजारों में भी महाराष्ट्र के व्यापारियों को आने की मनाई करने के चलते होली के बाजारो पर भी इसका असर पडा है.