अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

व्यापार जगत, बैंकर्स ने बताया बजट को बेहतर

मध्यमवर्ग की अपेक्षा नहीं हुई पूरी

* अमरावती में अंतरिम बजट पर अधिकांश प्रतिक्रिया सकारात्मक
* सोलर बिजली फ्री देने की घोषणा से गरीब तबका खुश
अमरावती/दि.1- देश की खजांची निर्मला सीतारामन व्दारा आज संसद में सतत छठवां बजट प्रस्तुत किए जाने से महिला वर्ग ने जहां सम्मान का एहसास किया, वहीं अंतरिम बजट में मध्यमवर्ग की आयकर सीमा बढाए जाने की उम्मीद पूर्ण नहीं हो सकी. चुनावी वर्ष रहने से अंतरिम अर्थसंकल्प की मर्यादाओं को देखते हुए अमरावती के व्यापार जगत, बैंकर्स ने बजट को अच्छा बताया. वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि नया कुछ नहीं है. अमरावती मंडल व्दारा ली गई आम से लेकर विशेष जानकारों की प्रतिक्रिया में अधिकांश ने सकारात्मक बातें सीतारमन के बजट को लेकर कही. प्रस्तुत है कुछ चुनिंदा प्रतिक्रियाएं-

पुराने टैक्स बकाया माफ का निर्णय अच्छा
शहर की सफल अभिनंदन बैंक के अध्यक्ष एड. विजय बोथरा ने अर्थसंकल्प पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि 2047 तक भारत विकसित करने की उम्मीद जताई गई है. लगता है कि सरकार जिस हिसाब से इंफ्रास्ट्रक्चर बढा रही है, उस पर खरा उतरेगी. उसी प्रकार पुराने टैक्स बकाया में 10 हजार 25 हजार की राशि माफ कर देने का निर्णय भी स्वागत योग्य है. बैंकर बोथरा के अनुसार अंतरिम बजट की अपनी सीमाएं होती है. इस दृष्टि से वित्त मंत्री मैडम ने आयकर के स्लैब में बदलाव नहीं किया. रिटर्न दाखिल करनेवालों की संख्या में 2.4 गुना बढोतरी होना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत कहे जा सकते हैं. उसी प्रकार जीएसटी का कलेक्शन दोगुना हो रहा है. प्रधानमंत्री योजना में 30 लाख और किसानों का फायदा होगा, ऐसे ही पिछडे, गरीब तबके को सौर उर्जा से 300 यूनिट तक बिजली नि:शुल्क देने की घोषणा स्वागत योग्य है. बोथरा ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने जय किसान, जय जवान का नारा दिया था. जिसे अटल जी ने जय विज्ञान जोडा था. वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी ने इस घोष को और आगे बढाया है. उसमें जय अनुसंधान जोडा है. साफ है कि सरकार देश को प्रगति पथ पर आगे ले जाने कृतसंकल्प लग रही है. कृषि क्षेत्र के लिए भी इस बजट को अच्छा कह सकते हैं. नई योजना और प्रस्ताव नहीं रहते. अनेक घोषणाएं पहले के बजट के संदर्भ में है. उन्हें साकार करने पर सरकार का बल है, इसे सराहनीय कह सकते हैं.


* कार्पोरेट टैक्स घटाया
चेंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने बताया कि बजट में देखा जाए तो नया कुछ नहीं है. आयकर छूट सीमा में परिवर्तन नहीं किया गया. जिससे मीडिल क्लास की अपेक्षा पूर्ण नहीं हुई है. महिला वर्ग को उद्यम क्षेत्र में प्रोत्साहित किया जा रहा है. उनके लिए प्राथमिकता से लोन व्यवस्था की गई है. कार्पोरेट टैक्स 22 प्रतिशत तक घटा दिया गया है. अंतरिम बजट जैसा रहता है, वैसा ही बजट वित्त मंत्री महोदया का दिख रहा है. 1 करोड घरों में सौर उर्जा पहुंचाने का लक्ष्य देने के साथ किसानों की आय बढाने का संकल्प व्यक्त किया गया है. पिछडे वर्ग को मुफ्त बिजली देने की घोषणा में सौर उर्जा को जोडा गया है. इससे सौर उर्जा के निर्माण को प्राथमिकता मिलेगी. इस क्षेत्र में सरकारी सबसीडी रहने से निश्चित ही प्रोत्साहन मिलेगा. आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थान देश में बढाए जा रहे हैं. इससे कुशल मानव संसाधन विकसित होने में सहायता होगी. देश के प्रतिभावान विद्यार्थियों को इन संस्थानों का लाभ बढता दिखाई दे रहा है. इससे निश्चित ही नए उद्यम बढेंगे और स्वाभाविक रुप से रोजगार भी.


* इंफ्रा को प्रोत्साहन देने वाला बजट
सीए संदीप सुराना ने कहा कि महिला वित्त मंत्री का यह सतत छठवां बजट है. पीएम आवास योजना में अतिरिक्त 2 करोड घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. जिससे किराए के घरों में रहनेवाले लोगों को भी अपना स्वयं का घर का सपना पूरा होने के पूर्ण आसार है. ऐसे ही राज्य सरकारों को 50 वर्ष के लिए 75 हजार करोड की राशि इंटरेस्ट फ्री देने का वादा है. इससे अधोसंरचना को बढावा मिलेगा. साफ है कि सभी क्षेत्र में कामधंधे बढेंगे. रोजगार बढेंगे. सुराना के अनुसार 40 हजार सामान्य बोगियों को वंदे भारत श्रेणी में तबदील करने का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि इसके लिए समयसीमा की घोषणा नहीं है, फिर भी रेल यात्रियों की सुविधा बढेगी. इसमें शक नहीं. पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए शासन नाना प्रकार के कदम उठा रहा है. विदेशों से सैलानी भारत आने पर निश्चित ही अर्थव्यवस्था में मजबूती आएगी. वैसे तो यह अंतरिम बजट है. इसकी अपनी मर्यादाएं होती हैं. फिर भी निर्मलाजी का यह बजट इंफ्रा को बढावा देगा. भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन करने में मदद होगी. ई-व्हीकल का विस्तार पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है.


* सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन स्वागत योग्य
अतंरिम बजट रहने के बावजूद वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन मैडम की अनेक घोषणाएं स्वागत योग्य है. अधोसंरचना को बढावा दिया गया है. जिसका प्रत्येक स्वागत ही करेगा. सोलर पैनल लगाने पर 1 करोड लाभार्थियों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी. इससे नॉन रिन्यूऐबल रिर्सोसेस का उपयोग कम होगा. फाइनेंस मिनिस्टर ने यह भी कहा कि मीडिल क्लास के जो लोग भाडे से रह रहे हैं उनका अपना घर के लिए सरकार प्रेरित करेगी. इससे इंफ्रास्ट्रक्चर में बूम देखने मिलेगा. यह बेहतर है. इससे रोजगार बढेंगे. फिशरिज और एनीमल हसबेंडरी के बिजनेस में अब एडिशन 2 प्रतिशत इंटरेस्ट सब्वेंशन होने वाला है. पहले यह 3 प्रतिशत था. मतलब अब टोटल 5 प्रतिशत इंटरेस्ट सब्वेंशन होगा. यह अतंरिम बजट है. फाइनल बजट जुलाई में आएगा. इसे सकारात्मक कहा जा सकता है.


* मीडिल क्लास के बडे खर्च में सेविंग
1 करोड घरों को जो सोलर से 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा है, उससे मीडिल क्लास के बडे खर्च में बडी सेविंग होने की बात सीए तथा आईसीएआई की अमरावती शाखा के अध्यक्ष विष्णुकांत सोनी ने कही. उन्होंने यह भी कहा कि अतंरिम बजट में कोई बडा चेंज नहीं है. जनता को भी कोई अधिक उम्मीद नहीं थी. जुलाई के बजट से उम्मीद रहेगी. कर ढांचे में बदलाव नहीं किया गया है. पुराने टैक्स पैनल्टी माफ किए जाने की घोषणा अच्छी है. यह पैनल्टी अपने आप माफ हो जाएगी.


* 15 नए एम्स प्रशंसनीय
अमरावती महानगर चेंबर के अध्यक्ष सुरेश जैन ने अंतरिम बजट को लेकर कहा कि 3 रेल कॉरिडोर और 15 नए एम्स अस्पताल बनाए जाने की घोषणा सराहनीय है. एम्स अस्पतालों से लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हो रही है. उसी प्रकार 40 हजार वंदे भारत कोच का निर्माण, नए शहरों में मेट्रो रेल सेवा योजना का विस्तार अधोसंरचना में 11 प्रतिशत की बढोतरी करेगा. स्वाभाविक है कि रोजगार बढेंगे. कार्पोरेट टैक्स घटाकर 22 प्रतिशत करना, नए आयकर स्लैब में 7 लाख तक छूट देना, 2009-10 की आयकर देनदार में 25 हजार रुपए की माफी देना. 2010-15 की आयकर देनदारी 10 हजार रुपए की माफी देना स्वागत योग्य कहे जा सकते है. अधोसंरचना विकास के प्रकल्पों से निश्चित ही प्रगति की रफ्तार बढेगी. इससे व्यापार भी बढेगा. आयकर दरों में कमी की उम्मीद थी. जीएसटी से आमदनी दोगुनी बढने पर भी आयकर के रेट में कमी नहीं की गई है. उसी प्रकार 28 प्रतिशत वाला जीएसटी स्लैब खत्म करने तथा प्रोफेशनल टैक्स खत्म करने की भारतीय व्यापारियों की उम्मीद वित्त मंत्री ने पूर्ण नहीं की है. पूर्ण बजट में यह होने की आशा हम कर सकते हैं. कुल मिलाकर बजट सकारात्मक है.


* देश बलशाली हो रहा
अकोला के सांसद संजय धोत्रे ने स्वाभाविक रुप से वित्त मंत्री निर्मला जी के संसद में प्रस्तुत अतंरिम बजट का स्वागत कर सराहना की है. उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को सबल बनाने वाला बजट है. क्योंकि महिलाओं के लिए भरपूर लोन योजनाएं प्रस्तुत की गई है. इससे महिलाओं के आर्थिक रुप से सक्षम होने का मार्ग प्रशस्त होगा. देश भी महाशक्तिशाली होने की तरफ कदम ताल करेगा. सांसद धोत्रे ने श्रीमती सीतारामन के बजट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश विकास व सबल बनाने की कोशिश वाला बजट बताया है. चाल और बस्तियों में रहनेवाले परिवारों के लिए 2 करोड घरों का निर्माण का संकल्प एवं किसान, बेरोजगार युवक और आम लोगों को दिलासा देने वाला यह बजट रहने का दावा सांसद धोत्रे ने किया. उन्होंने सतत छठवां बजट प्रस्तुत करने के लिए निर्मला सीतारामन का अभिनंदन भी किया.

 

Related Articles

Back to top button