अमरावती

वाण की खरीदी से करोडों का कारोबार

मकर संक्रांति त्यौहार के कारण बाजार में लौटी रौनक

  • चांदी के वर्क वाली वस्तुएं महिलाओं की पहली पसंद

अमरावती/दि.8 – महिलाओं के त्योैहार के रुप में पहचाने जाने वाले मकर संक्राति का त्यौहार है. इस त्यौहार में महिलाएं परिसर की महिलाएं और अपनी सहेलियों को घर बुलाकर हल्दी कुमकूम लगाकर तुलगुड देकर मुुंह मिठा करते हुए वाण देकर स्वागत करते हुए विचारों का लेनदेन करती है.
हाल की स्थिति में इस त्यौहार का स्वरुप बदलते जा रहा है. 20 साल पहले महिलाएं सहेलियों के साथ ही परिसर की महिलाओं को घर बुलकार यह आनंद उत्सव मनाती थी. आज टे्ंरड बदल चुका है महिलाएं सामुहिक रुप से कार्यक्रम आयोजित करती है. कार्यक्रम में संगीत के साथ विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम लिये जाते है. पश्चात एकदूसरी को वाण के रुप में ओटी भरते है. वाण में गेहूं, बेर, गाजर व उपयोग की वस्तुएं दी जाती है. अन्य भाषाओं में भले ही उसे गिफ्त कहते हैं. मगर महाराष्ट्र में उसे वाण कहा जाता है. जो मार्केट में 1025 प्रकार के वाण उपलब्ध होने से करोडों रुपयों का कारोबार होेने की संभावना जताई जा रही है. दूसरी ओर वाण में बहोत सारी वेरायटीया उपलब्ध रहने के कारण महिलाओं को लगता है कि क्या खरीदी और क्या न खरीदे. मकर संक्राति को केवल 7 दिन शेष बचे है. इस त्यौहार के लिए महिलाओं की खरीददारी शुरु होने से बाजार में काफी बढने उमडते नजर आ रही हैै.
कोरोना महामारी के कारण सभी त्यौहार शासन, प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही मनाए गए. ऐसे में संक्रांति का त्यौहार भी कैसे मनाया जाए, ऐसा सवाल अनेक महिला तथा महिला समितियों के सामने खडा है. अगर कम महिलाओं की उपस्थिति में त्यौहार मनाना है तो वाण की क्वालिटी पर क्यों ध्यान नहीं दिया जाए. ऐसा सोचते हुए महिलाएं अब क्वालिटी पर जोर देगी. हाल की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए व्यवसायियों ने भी वाण की क्वालिटी में भारी बदलाव कर मार्केट में चांदी के वर्क की वस्तुएं जैसे स्ट्रे, थाली, करंडा, सिंगल डबल कटोरी आदि जैसी सामग्री उपलब्ध कराई है, वो भी 250 रुपए डझन से लेकर 700 रुपए डझन तक उपलब्ध है. इसके अलावा छोटे छोटे चौरंग, स्टील के साहित्य, पूजा में इस्तेमाल किये जाने वाले साहित्य, मेकअप के साहित्य के अलावा घरेलू इस्तेमाल की प्लास्टिक की वस्तुएं भी उपलब्ध कराए गए है.

दर्जनों प्लास्टिक के प्रकार

आम तौर पर महिलाएं हल्दी कुमकूम में सिंदूर की डिबी, बिंदी के पैकेट्स, आइना, चुडिया आदि सामग्री भेंट स्वरुप दी जाती है. मगर अब प्लास्टिक में भी रिकॉर्ड तोड बिक्री संक्रांति पर होती है. प्लास्टिक के 60 से अधिक प्रकार के साहित्य मार्केट में उपलब्ध है. इतना ही नहीं तो महिलाओं के लिए 60 से भी अधिक प्रकार के साहित्य मार्केट में उपलब्ध है. इसके अलावा महिलाओं के लिए साज सज्जा की सामग्री में नेल पेंट, क्लचर, कानके झुमके, मेहंदी का कोन, कपडे की पर्स, लिपस्टिक, काजल समेत अन्य साहित्य 30 रुपए डझन से लेकर 600 रुपए डझन तक उपलब्ध है.

कम बजट में श्रृंगार की सामग्री उपलब्ध

संक्रांति के अवसर पर वाण के रुप में महिलाएं बैंगल, क्लचर, मेहंदी के कोन, हेअर बेल्ट, हेअर पीन, कान के झूमके, लिपस्टिक, काजल, नेलपेट आदि सामग्री का उपयोग करती है. इसलिए कम बजट में अच्छी सामग्री उपलब्ध करवा दी है. जिसके कारण महिलाओं को भारी प्रतिसाद मिल रहा है.
– सुरेंद्र बेनी,
संचालक साई श्रृंगार इमिटेशन ज्वेलर्स

  • संक्रांति त्यौहार के उपलक्ष्य में महिलाओं के लिए हजारों प्रकार के वाण उपलब्ध कराये गए है. कुछ हटके और अलग प्रकार की सामग्री उपलब्ध करने पर जोर दिया गया हैै. चांदी के वर्क वाली सामग्री काफी कम किमत में जो महिलाओं की बेहद पसंद बनी है.
    – गजानन पतंगराय,
    संचालक गजानन इमिटेशन

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