कर्फ्यू व नेट बंदी से लाखों-करोडों रूपयों का व्यापार ठप्प
आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त
अमरावती/दि.16- विगत शनिवार को हुई तोडफोड व हिंसा की वारदात के बाद लागू किये गये संचारबंदी व इंटरनेट बंदी के चलते पिछले चार दिनों से अमरावती शहर सहित जिले में आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है और लाखों-करोडों रूपयों का व्यवहार ठप्प रहने के साथ-साथ ऑनलाईन पढाई-लिखाई व सभी तरह के कामकाज पूरी तरह से रूक गये है. उल्लेखनीय है कि, इन दिनों इंटरनेट का जीवन के सभी क्षेत्रों में अच्छा-खासा दखल है और अब इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, क्योेंकि अब व्यापार-व्यवसाय सहित पढाई-लिखाई और तमाम तरह के सरकारी कामकाज ऑनलाईन होने लगे है. जिसमें बैंकिंग व्यवसाय सबसे प्रमुख है. किंतु विगत शनिवार से आज मंगलवार तक लगातार चार दिनों से इंटरनेट पूरी तरह बंद है. ऐसे में ऑनलाईन कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो चुका है और लाखों-करोडों रूपयों का ऑनलाईन लेन-देन रूका हुआ है.
बता दें कि, विगत शनिवार व रविवार को सभी बैंक कार्यालय वैसे भी बंद है और सोमवार से कर्फ्यू के चलते बैंकों को बंद रखा गया है. हालांकि बैंक बंद रहने के बावजूद लोगबाग अब ऑनलाईन तरीके से अपने आर्थिक लेन-देन का काम कर लेते है. किंतु पिछले चार दिनों से इंटरनेट भी पूरी तरह से बंद है. ऐसे में ऑनलाईन भूगतान के काम भी अटके पडे है.
वहीं विगत डेढ वर्ष से लॉकडाउन के चलते पढाई-लिखाई का काम बडे पैमाने पर ऑनलाईन तरीके से होने लगा है. साथ ही लोगबाग इंटरनेट के जरिये ‘वर्क फ्रॉम होम’ यानी घर बैठे अपना कामकाज कर रहे है. किंतु विगत तीन-चार दिनों से इंटरनेट बंद रहने के चलते यह कामकाज भी पूरी तरह से रूका हुआ है.
* कई मरीजों की पैथो रिपोर्ट अटकी
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों चिकित्सा क्षेत्र में भी इंटरनेट का दखल काफी अधिक हो चुका है और कई बार मरीजों के विभिन्न पैथॉलॉजीकल सैम्पल बडे शहरों की पैथॉलॉजीकल लैब में जांच हेतु भेजे जाते है. जहां पर उन सैम्पलों का परीक्षण करने के बाद उनकी रिपोर्ट ई-मेल के जरिये ऑनलाईन भेजी जाती है. ऐसे ही अमरावती शहर के भी कई मरीजों की रिपोर्ट मुंबई, पुणे व हैद्राबाद की पैथॉलॉजी में विगत शुक्रवार से पहले भेजे गये थे, किंतु विगत चार दिनों से इंटरनेट बंद रहने के चलते उन सैम्पलों की रिपोर्ट ही प्राप्त नहीं हो पायी है. जिससे संबंधित मरीजों का इलाज शुरू करने में देरी हो रही है. ऐसे में अब समाज के सभी तबकों द्वारा इंटरनेट के दुबारा शुरू होने की बेसब्री से प्रतीक्षा की जा रही है.