पुराने कॉटन मार्केट परिसर में वाहनों के अतिक्रमण से व्यवसायियों को परेशानी
यातायात जाम होने से मचा हंगामा
* मंडी के प्रशाासक की अनदेखी से दिनोंदिन बढने लगे विवाद
* आलू की आवक बढने से वाहनों की कतारें लगी
* पूर्व संचालकों को करनी पडी मध्यस्थता
अमरावती/दि.21- स्थानीय मालवीय चौक स्थित पुराने कॉटन मार्केट में सुबह से सब्जियों की नीलामी शुरु हो जाती है. रात से ही जिले की विभिन्न तहसीलों सहित परप्रांतो से आलू, प्याज समेत सभी सब्जियां बिक्री के लिए लाई जाती है. लेकिन मंडी में प्रशासक का नियंत्रण न रहने से मनमाने तरीके से यहां का कामकाज चल रहा है. इसी कारण आज सुबह मंडी के प्रवेशव्दार पर यातायात जाम होने और वाहनों की लंबी कतारे लगने से अडतिया, व्यवसायी व हमालों के बीच जमकर हंगामा हो गया. लेकिन कुछ व्यवसायी व पूर्व संचालकों व्दारा मध्यस्थता करने से मामला शांत हुआ, लेकिन दिनोंदिन यहां अतिक्रमण बढता रहने से मंडी के अडतिया व व्यवसायियों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा हैं.
जानकारी के मुताबिक पुराने कॉटन मार्केट में सब्जी मंडी का बाजार भरता है. यहां हर दिन सब्जी के थोक व्यवसायी माल की खरीददारी कर खुदरे विक्रेताओं को अपना माल बेचते है. सब्जी की नीलामी सुबह से दोपहर 12 बजे तक होती है, लेकिन किसान अपना माल मंडी में रात से ही लाना शुरु कर देते है. इस सब्जी मंडी में 220 अडतिया व 47 अधिकृत खरीददार है. पिछले 1 वर्ष से अधिक समय से मंडी में प्रशासकराज है. अडतिया व व्यापारियों का कहना है कि मंडी में सभी व्यापारियों को अपना माल रखने के लिए भी आवश्यक सुविधा नहीं है. इसके अलावा वाहन भी खडे रखने में परेशानी जाती है. यदि मंडी में सब्जी की आवक बढी तब वाहनों की संख्या भी बढ जाती है और चिल्लर सब्जी विक्रेताओं के वाहनों की भी भरमार रहने से मंडी में आए दिन ट्रैफिक जाम होता है. इस कारण आए दिन यहां विवाद होते रहते है. प्रशासक का नियंत्रण न रहने से अतिक्रमण भी यहां बढता जा रहा है. इसी के चलते आज प्रवेशव्दार पर वाहनों की कतारे और जाम लगने से काफी हंगामा शुरु हो गया. विवाद बढने पर पूर्व संचालकों समेत अडतिया व व्यापारी भी मध्यस्थी करने दौड पडे. किसी तरह मामला शांत कर मंडी का कामकाज सुचारु किया गया. पिछले तीन दिनों से इज्तेमा रहने के कारण मुस्लिम समुदाय के लोग इसी धार्मिक कार्य में जुटे थे और मंडी में भी आवक कम थी. लेकिन इज्तेमा समाप्त होते ही मंगलवार को सब्जी की आवक काफी बढ गई. इसमें आज आलू की आवक काफी रहने से मंडी में वाहन खडे करने और माल रखने की जगह नहीं थी. इस कारण प्रवेशव्दार पर ही वाहनों की कतारे लग गई थी. लेकिन भाग्यवश बढता विवाद निपट जाने से सभी खरीददार व अडतियाओं ने राहत की सांस ली. लेकिन मंडी में व्यापारियों का माल रखने और वाहनों को खडा रखने की सुविधा मंडी प्रशासन से किए जाने की मांग के साथ अतिक्रमणकारियों को हटाने की मांग भी अब अडतिया व खरीददारों व्दारा होने लगी है.
* आलू और प्याज की आवक अधिक
मंडी के खरीददारों ने बताया कि तीन दिन का इज्तेमा समाप्त होने के बाद आज मंडी में सब्जी की आवक काफी थी, वहीं आलू और प्याज का उत्पादन अधिक होने से मंगलवार को करीबन 15 से 20 ट्रक आलू का माल मंडी में परप्रांतो से बिक्री के लिए आया था. अमरावती की सब्जी मंडी में आलू मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश से आता है. एक ट्रक में 10 से 20 टन माल रहता है. माल की आवक अधिक रहने से आज आलू 6 से 8 रुपए प्रति किलो बिक्री हुआ. वहीं प्याज 5 से 10 रुपए प्रति किलो बेचा गया. पिछले एक माह से यही भाव आलू और प्याज के चल रहे है. वहीं आलू का हल्का माल 200 रुपए प्रति कट्टा (50 किलो) बिक्री हुआ.