अमरावती/ दि. 18– अमरावती सीए शाखा ने हाल ही में टोमोए स्कूल में चार्टर्ड अकाउंटेंट कोर्स के लिए कैरियर काउंसलिंग पर सेमिनार का आयोजन किया था. इस सत्र की वक्ता सीए श्रद्धा अग्रवाल थीं.
अमरावती शाखा की चेयरपर्सन सीए अनुपमा लड्ढा ने बताया कि आज के डिजिटल युग में चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए करियर के अवसर अनंत हो गए हैं. वह कहती हैं कि सीए सिर्फ एक डिग्री नहीं है बल्कि यह हमारे समाज का सम्मान भी है.
चेयरपर्सन सीए साकेत मेहता ने बताया कि हमारी आईसीएआई शिक्षा और प्रशिक्षण समिति ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रौद्योगिकी को पाठ्यक्रम के साथ अच्छी तरह से एकीकृत किया गया है ताकि एक सीए छात्र पाठ्यक्रम में प्रौद्योगिकी के हर पहलू को सीख सके और अपने अभ्यास के दौरान इसे लागू करने में सक्षम हो सके.
इस सत्र में वक्ता सीए श्रद्धा अग्रवाल ने बताया कि चार्टर्ड अकाउंटेंसी विश्व स्तर पर सबसे सम्मानित पेशा है. 1950 में भारत का संविधान अस्तित्व में आने से पहले, 1949 में संसद के अधिनियम के तहत लेखांकन पेशे का गठन किया गया था. उन्होंने बताया कि सीए सभी के लिए एक बेहद किफायती कोर्स है. न्यूनतम वजीफा अवधारणा भी है जो सीए छात्र अपनी आर्टिकलशिप के दौरान कमाते हैं. सीए श्रद्धा अग्रवाल ने बताया कि हमारे देश में कई प्रसिद्ध व्यक्ति हैं जो सीए बनने के योग्य हैं जैसे कुमार मंगलम बिड़ला, सुरेश प्रभु, अरुण पुरी आदि.
कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या वैशाली आवले मैडम के स्वागत भाषण से हुई. उन्होंने बताया कि वह अपने टोमोए स्कूल में इस सीए करियर काउंसलिंग कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए बेहद उत्साहित थीं. उन्होंने बताया कि यह करियर काउंसलिंग कार्यक्रम निश्चित रूप से छात्रों को सीए कोर्स के बारे में ज्ञान प्रदान करने में मदद करेगा।
सेमिनार के दौरान छात्रों के बीच सीए कोर्स को लेकर कई शंकाएं और भ्रम दूर हुए और कई छात्रों ने सीए कोर्स के बारे में करियर काउंसलिंग को लेकर अमरावती सीए शाखा द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। कई छात्र निकट भविष्य में सीए पाठ्यक्रम में शामिल होने के लिए उत्साहित और उत्सुक थे.