तिवसा/दि.10-राष्ट्रसंत श्रीतुकडोजी महाराज के ग्रामगीता पर आधारित सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से देश-धर्म-संस्कृति के हितैषी आदर्श छात्र तैयार करने तथा बच्चों एवं गोपालों को सर्वांगीण सुसंस्कृति प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित शिविर का हाल ही में समापन हुआ. इस अवसर पर शिविरार्थियों ने गणमान्य व्यक्तियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों के समक्ष नशामुक्त जीवन जीने का संकल्प किया.
श्रीसंत भानुदास महाराज की उपस्थिति में संपन्न हुए इस शिविर के समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य भानुदास चौखंडे ने की तथा मुख्य गणमान्य व्यक्ति के रूप में गो. सी. टोम्पे कॉलेज के पूर्व प्राचार्य रावसाहेब ठाकरे, कैंप प्रमुख हभप नामदेवराव गव्हाले महाराज, सरपंच मयुरी राऊत, कंचन भोयर और राजाभाऊ गभने मंच पर मौजूद थे. हभप नामदेवराव गव्हाले महाराज, अशोक रुमने, भजन-गायक प्रमोद पोकले, तबला वादक प्रज्वल वांगे और व्यायाम शिक्षक किरण भागवत जैसे शिक्षकों ने शिविर में बच्चों को विभिन्न प्रकार के बौद्धिक, व्यायाम एवं भजन-संगीत सिखाने का अथक प्रयास किया. इस अवसर पर भगवद्गीता, ज्ञानेश्वरी और ग्रामगीता के श्लोक, ओव्या और भजनों ने श्रोताओं का ध्यान आकर्षित किया.तत्पश्चात शिविर के दौरान प्राप्त विभिन्न प्रतिभाओं का प्रदर्शन प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया. कार्यक्रम का संचालन भजन प्रचारक एवं गायक प्रमोद पोकले ने किया. श्रीसंत भानुदास महाराज सत्संग मंडल एवं सहसंगठन के सहयोग से आयोजित लगभग 12 दिनतक चलनेवाले इस शिविर की सफलता के लिए अरविंद कालमेघ, हरिदास देशमुख, हेमंत कालमेघ, नत्थूजी नेरकर, नितिन गभाने, श्रीराम तवारी, रमेश धवले, चंद्रकांत पोतदार, राजूभाऊ मालानी, नितिन हटवार, संदीप कोठारी एवं समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से प्रयास किए.