कान साफ करने इअर बड इस्तेमाल कर सकते है क्या?
कान में दर्द अथवा कम सुनाई दे तो डॉक्टरो की सलाह लेनी चाहिए
अमरावती/दि.28– सभी नागरिको के कान में धूल, हवा, पानी और मिट्टी के कारण गंदगी जमा होती रहती है. वह गंदगी नैसर्गिक रुप से साफ होती है. लेकिन वह साफ नहीं हुई और उससे कान में दर्द होने लगा और कम सुनाई दे तो डॉक्टरो की सलाह लेनी चाहिए. कुछ लोग कान का मल निकालने के लिए माचिस की तिल्ली और इअर बड का इस्तेमाल करते है. इस कारण कान का मल और अंदर जाता है. कुछ लोगों को कान में दर्द होता है और वहां जख्म हो जाते है. इस कारण डॉक्टरो द्वारा इअर बड का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है.
* कान साफ कैसे करे?
यदि कुछ गंदगी कान के बाहर आती होगी तो उंगली से आसानी से उसे स्नान करते समय निकाले. किसी भी तरह की वस्तु का इस्तेमाल न करें. वैद्यकीय तज्ञ कहते है कि, इअर बड का इस्तेमाल न करें. क्योंकी इससे नुकसान अधिक होता है.
* डॉक्टर से कब मिले?
– कान में खुजली आना : किसी कारणो से कान में खुजली होती है उस समय अनेक लोग उंगली डालकर उसे खुजाना का प्रयास करते है. लेकिन ऐसे समय उंगली के नाखून से भी जख्म होने की संभावना रहती है.
– विविध आवाज आना : लगातार कान पर जोरदार आवाज आने से कम सुनाई देने की शिकायते होती है. अनेक बार कान में लगातार कोई गुनगुनाता रहने की आवाज आती है. ऐसे समय डॉक्टर से मिलकर उचित उपचार करना आवश्यक रहता है.
– कान में दर्द होना : कान में कुछ वैद्यकीय कारणो से वेदना होती है. इसका कारण खोज कर डॉक्टर उसपर उपचार करते है. अनेक बार दात के दर्द के कारण भी कान में वेदना होती है.
– कम सुनाई देना : यदि आपको पहले से कम सुनाई दे तो तत्काल डॉक्टर से मिलकर समय पर उचित उपचार की शुरुआत करनी चाहिए.
* मल नैसर्गिक रुप से होता है साफ
कान का मल निकालने के लिए माचिस की लकडी और इअर बड का इस्तेमाल खतरनाक रहता है. इस कारण कान में जख्म हो सकता है. कान का मल नैसर्गिक रुप से साफ होता है.
– डॉ. श्रीकांत महल्ले,
कान, नाक, घसा तज्ञ, इर्विन.