अमरावती

कामगार-कर्मचारी विरोधी श्रमसंहिता रद्द करें

आयटक राज्याध्यक्ष देशमुख का निश्चय

– इर्विन चौक पर महासंघर्ष यात्रा को लेकर सभा

अमरावती /दि. 12– केंद्र सरकार की कार्पोरेट नितियों के चलते श्रमिक संकट में आया है। सार्वजनिक उद्योगो का निजीकरण किया जा रहा है। कामगार-कर्मचारी विरोधी 4 श्रमसंहिता रद्द करनी चाहिए। कृषि क्षेत्र के सामने गंभीर प्रश्न है। भारतीय संविधान पर आक्रमण हो रहा है। देश में विषमता फैलानेवाली सरकार को हटाने का निश्चय आयटक के राज्याध्यक्ष सी. एन. देशमुख ने सोमवार को यहां व्यक्त किया। कोल्हापुर से नागपुर निकली महासंघर्ष यात्रा की अगुवाई व नियोजन को लेकर इर्विन चौक पर सभा हुई।

राजर्षि शाहू जन्मभूमि से 20 नवंबर को यह यात्रा प्रारंभ हुई। 18 दिसंबर को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर दीक्षा भूमि पर पहुंचेगी। कामगार, किसान, श्रमिक, आम जनता का जीना मुश्किल करनेवाले केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ आयटक ने जनजागरण महासंघर्ष यात्रा निकाली है। जाति धर्म के नाम पर राजनीतिक करनेवाली सरकार को चले जाओ कहने के लिए यह यात्रा है। इस यात्रा में आयटक के सी. एन. देशमुख, राजु देसले, बबली रावत नेतृत्व कर रहे है। आयटक के जिलाध्यक्ष सुभाष पांडे के मार्गदर्शन में इर्विन चौक पर यात्रा की अगुवाई और नियोजन को लेकर सभा हुई। सभा में आयटक के स्थानीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे।

 18 को समापन
आयटक की राज्यव्यापी महासंघर्ष यात्रा का समापन 18 दिसंबर को होगा। नागपुर विधानसभा पर मोर्चा निकाला जायेगा। सभी चुनाव बैलेट पेपर पर लेने सहित 18 मांगे राज्य सरकार के समक्ष रखी जायेगी। इस यात्रा में 35 जिलो के आयटक सदस्य सहभागी होगे। इस यात्रा में इंडिया के घटक दलो को सहभागी होने का आवाहन आयटक की ओर से किया गया है।

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