किसानों से ब्याज के साथ कर्ज वसूली के आदेश रद्द करें
पत्रकार परिषद में जिला बैंक के उपाध्यक्ष अभिजीत ढेपे की राज्य शासन से मांग
अमरावती /दि. 5– गत माह पुणे के सहकार आयुक्त ने वीडिओ कॉन्फ्रसिंग के जरिए सभी बैंको को किसानों को हर वर्ष दिया जानेवाला फसल कर्ज ब्याज के साथ वसूल करने के आदेश दिए है और किसानों की ब्याज की वसूल की गई रकम उनके बचत खाते में सरकार द्वारा जमा किए जाने का मानस है. लेकिन अमरावती जिला सहकारी बैंक ने इससे नुकसान होने की बात बताते हुए इस आदेश को रद्द करने की मांग राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा वित्त व नियोजन मंत्री अजीत पवार से की है. इस बाबत पत्रकार परिषद में आज जिला बैंक के उपाध्यक्ष अभिजीत ढेपे ने यह जानकारी दी.
अभिजीत ढेपे ने बताया कि, पुणे के सहकार आयुक्त कार्यालय में गत माह 13 फरवरी को ‘वीसी’ के जरिए सभी बैंको को सूचना दी है कि, अब तक हर वर्ष किसानो को शून्य प्रतिशत ब्याज से कर्ज दिया जाता था. 6 प्रतिशत ब्याज की रकम शासन द्वारा बैंक को अदा की जाती थी. लेकिन अब शासन द्वारा यह ब्याज की रकम किसानों के बचत खाते में जमा करने का निर्णय लिया गया है और बैंको को किसानों से ब्याज के साथ कर्ज वसूल करने के मौखिक निर्देश दिए है. जबकि पहले केवल दिए गए कर्ज की रकम शून्य प्रतिशत ब्याज योजना के तहत वसूल की जाती थी और बैंक द्वारा शासन को उन किसानों के ब्याज का प्रस्ताव भेजने पर वह रकम शासन अदा करती थी. लेकिन सहकार आयुक्त कार्यालय के गत माह के मौखिक आदेश के बाद किसानों से ब्याज के साथ कर्ज वसूल करना कठिन होगा. शासन के इस संबंध में लिखित आदेश न रहने से बैंको को वसूली में भी कठिनाई होगी. इस कारण इस आदेश को रद्द किया जाना चाहिए. अनेक किसान अभी से ही इस बाबत बैंक संचालको से सवाल करने लगे है कि, अब तक बैंक ने कर्ज पर ब्याज नहीं मांगा, फिर अब क्यों मांग रहे है? ढेपे ने यह भी बताया कि, जिले में जिला बैंक से नियमित कर्ज लेकर वह अदा करनेवाले किसानों की संख्या करीबन 55 हजार से अधिक है. इन किसानों से 31 मार्च तक ब्याज के साथ कर्ज वसूल कैसे करना. जबकि किसानों का 6 प्रतिशत ब्याज अदा करने की मानसिकता नहीं है. इस कारण पहले के मुताबिक ही शासन द्वारा ब्याज की रकम संबंधित किसानों के बैंक खाते में जमा करनेबाबत विचार किया जाए. ताकि 31 मार्च तक कर्ज अदा करनेवाले किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर का लाभ देते आ सके और बैंक को भी वसूली होने में सहायता हो. पत्रकार परिषद में अभिजीत ढेपे के अलावा जिला बैंक के संचालक आनंद काले, सीओ राजेंद्र बकाल, संचालक अजय मेहकरे, प्रशासन अधिकारी संजय इंगले उपस्थित थे.