पर्व और रविवार के अवकाश का लाभ मिल रहा उम्मीदवारो को
लोकसभा चुनाव में पदयात्रा और मतदाताओं के प्रत्यक्ष संपर्क पर जोर
अमरावती /दि. 12– त्यौहारो की छुट्टी और महापुरुषो के जयंती के साथ ही रविवार अवकाश का दिन मिलने से नेताओं सहित उम्मीदवारों को इन दिनों का लाभ मिल रहा है. उस दृष्टि से नियोजन भी शुरु किया गया है. गुढीपाडवा के बाद रमजान ईद और अब रामनवमी, हनुमान जयंती, महात्मा फुले जयंती और डॉ. बाबासाहब आंबेडकर जयंती है. चुनाव प्रचार के दौरान त्यौहारो के माध्यम से अधिक से अधिक मतदाताओं तक कैसे पहुंचा जा सकता है, इसी पर प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों सहित निर्दलीय उम्मीदवारो का जोर है.
अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में पिछले दो दिनों से प्रचार में तेजी आई है. वर्तमान में कडी धूप है. इस कारण सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक प्रचार होता दिखाई देता है. पश्चात देर रात बैठको का सिलसिला भी चल रहा है. अब आगामी कुछ दिनों में प्रचार में और गति लाने के लिए नियोजन किया जा रहा है. लोकसभा चुनाव में प्रतिद्वंदी की ताकत और कार्यकर्ताओं का अनुमान आने से मोर्चा बंदी भी की जा रही है. खुला प्रचार करने की बजाए किस क्षेत्र में क्या करना है, कहां ध्यान केंद्रित करना है, सामाजिक, आर्थिक समीकरण की स्थिति, संवेदनशील क्षेत्र में प्रतिद्वंदी की गतिविधियों पर नजर रखने का नियोजन प्रमुख दलो ने किया है. इसके मुताबिक कार्यकर्ता काम में जूट गए है. यह संपूर्ण प्रक्रिया गोपनीय रखी गई है. प्रत्यक्ष मतदान के दिन की तैयारी हो गई है. विशेष रणनीति तय नहीं की गई है. बेमौसम बारिश के कारण उम्मीदवार और कार्यकर्ताओं को बदले हुए वातावरण से राहत मिली है.
* कार्यक्रमो को मिल रहा बढावा
गुढीपाडवा, रमजान ईद, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जयंती, रामनवमी की शुभेच्छा देने के लिए प्रमुख दलो के नेताओं ने विशेष यंत्रणा तैयार रखी है. महात्मा फुले और डॉ. आंबेडकर जयंती का कार्यक्रम भव्य स्वरुप में आयोजित होने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन दिया जा रहा है. रमजान ईद की शुभेच्छा देने के साथ इफ्तार पार्टी पर सभी दलो ने जोर दिया है. इस पर्व निमित्त शाम को रोजा छोडते समय विविध दलो के कार्यकर्ता भी अब तक सक्रिय थे.