मतदाताओं से मिलने कोई कसर नहीं छोड रहे उम्मीदवार
मौत-मिट्टी, विवाह, बर्थडे जैसे अवसरों पर लगा रहे हाजिरी
कार्यकर्ता कर रहे ब्रेन वॉश
अमरावती/दि.12 – लोकसभा चुनाव क्षेत्र के लिए 26 अप्रेल को मतदान होने जा रहे है. मैदान में उतरे कुल 37 उम्मीदवारों को लोकसभा क्षेत्र के 2300 से अधिक गांवों के मतदाताओं तक पहुंचना एक चुुनौती बन गया है. क्योंकि प्रचार के लिए अब केवल 12 दिन ही बचे हुए है. जहां 24 अप्रेल की शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार थम जाएगा. वही 8 अप्रेल को नामांकन वापसी चुनाव चिन्ह वितरित हो जाने के दूसरे दिन से ही प्रचार का दौर जोरों से शुरू हो चुका है. पैदल रैली, मिटिंग, नुक्कड सभा के साथ ही उम्मीदवार अपने तरीके से घर-घर पहुंच कर अपनी उम्मीदवारी और वोंट मांगने के लिए प्रचार कर रहे है. वही ऐसे मौकें जहां ज्यादा भीड हो जैसे- अंत्येष्टि, तेरहवीं, उठावना सभा, जयंती उत्सव, विवाह समारोह, बर्थडे ऐसे मौके पर भी उम्मीदवार इतनी व्यस्तता में भी अपना समय निकाल कर उस स्थान पर पहुंच रहे है. वही उम्मीदवारों के साथ पहुंचे पदाधिकारी, कार्यकर्ता कार्यक्रम में मौजुद लोगों से बातचीत करते हुए उनका ब्रेनवॉश कर उनके वोंट अपने उम्मीदवार की ओर खिंच रहे है. वहीं नागरिकों से बात करते हुए उनका विचार जानकर अपनी पार्टी के उम्मीदवार तक नागरिकों का मत पहुंचाने का भी प्रयास पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं व्दारा किया जा रहा है.
सुबह 6 से रात 10 बजे तक ही लाऊडीस्पीकर की अनुमती
लोकसभा चुनाव के चलते प्रचार हेतु सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक ही लाऊडीस्पीकर की अनुमति है. लेकिन इसके लिए प्रचार वाहनों की चुनाव कार्यालय से अनुमती लेना भी अनिवार्य है. वही अमरावती जिले जैसे इतने लंबे-चौडे निर्वाचन क्षेत्र में इतने कम समय पहुंचने के लिए अधिकांश उम्मीदवार अब प्रिंट मीडिया का सहारा लेने पर विवश दिखाई दे रहे है.
सोशल मीडिया पर सक्रिय 360 लोगों पर पैनी नजर
स्मार्ट फोन पर सोशल मीडिया का बढता क्रेज कई लोगों के लिए मुसीबत बनकर हावी होता देखा जा गया है. कुछ ऐसे भी लोग है, जो हमेशा सक्रिय रहकर विवादित पोस्ट वायरल करते है. जबकि लोकसभा चुनाव को लेकर रास्तों पर प्रचार रैलियां के अलावा सोशल मीडिया के फेसबुक, इंस्टाग्राम पर भी एक दुसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप कर पोस्ट वायरल की जा रही है. इससे किसी तरह की बडी घटना न हो इसके लिए पुलिस विभाग के साईबर सेल व्दारा जिले के सक्रिय सूची में रहने वाले 360 लोगोें के सोशल मीडिया की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है.
पार्टी पदाधिकारी कर रहे अलग ढंग से प्रचार
महाराष्ट्र साइबर सेल के साथ-साथ शहर व ग्रामीण पुलिस विभाग के साइबर सेल भी हमेशा पैनी नजर रखे हुए है. जहां सुबह से लेकर रात तक विभिन्न पार्टियों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के बीच अलग ढंग से चुनाव प्रचार देखा जा रहा है. सोशल मिडिया पर आरोप-प्रत्यारोप कर पोस्ट वायरल करते हुए एक दुसरे को टारगेट किया जा रहा है. अफवाह तेजी से फैलाने के लिए मोबाईल का अधिकतर इस्तेमाल देखने को मिल रहा है.
आपत्ती जनक पोस्ट करने वालों पर होगा मामला दर्ज
सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल करते हुए अगर चुनाव, धार्मिक तथा कोई भी आपत्तीजनक पोस्ट वायरल की जाती है तो संबंधित व्यक्ति का अकाउंट तुरंत सर्वर से कनेक्ट कर दिया जाता है. वहीं संबंधित थाने के अधिझकारी को इसकी जानकारी दी जाती है. उस व्यक्ति को नोटिस देकर उस पर कार्रवाई की जाती है. यही नियम इस चुनाव प्रक्रिया में लागू है.